Nojoto: Largest Storytelling Platform

New the deserted house poem Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about the deserted house poem from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, the deserted house poem.

Stories related to the deserted house poem

Ajita Bansal

#Newyear2025 poem of the day

read more
New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर,
सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे।
हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन,
खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत।

पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम,
नई राहों पर, नए क़दम।
सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास,
साल 2025 हो, सफलता से भरा खास।

जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है,
वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है।
समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें,
साथ चलें हम, बस यही है शेरों।

नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति,
हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि।
साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय,
नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय।

©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day

Salam Indrakumar Singh

house

read more
Unsplash my house very love

©Salam Indrakumar Singh house

RC Chaudhary

house making videos #Construction #saudiarabia

read more

Deshraj Sehra

house view 😄😄😃

read more

ANJI

house moving

read more

Krishnan

When you leave an old house, you not only have to bury all those emotions attached to the house, but also, at the same time, you need to preserve certain memories, which will come handy years later, when you feel lonely and hurt! At least your tears will have company!

©Krishnan #House #Memories #Emotions #Past

Deshraj Sehra

my house

read more

Mohammed Zaan

chillin at the farm house wmotivational thoughts in hindi on success

read more

Bhawna Kashyap

First time entry in the house my betu 😘😘

read more

Ajita Bansal

#Sad_Status poem of the day

read more
White दर्द ने सिखाया खुद से मिलना,
राहों में खो जाने से पहले,
ख़ुद को जानना ज़रूरी है,
तब जाकर कोई सही रास्ता लगे।

हर ख्वाब का पीछा करते हुए,
सपनों में खो जाते हैं हम,
लेकिन जब वो टूटते हैं,
तब महसूस होता है, हम कहाँ थे, कहाँ हम।

अक्सर दूसरों की नज़र से ही जीते हैं हम,
पर सच्ची पहचान तो अंदर से आती है।
जो खुद को समझे, वही खुद को पा सकता है,
बाकी सब तो बस एक छलावा होता है।

अब मेरी आँखों में बस एक सवाल है,
क्या मैं सचमुच खुद से प्यार करता हूँ?
जब तक ये सवाल हल नहीं होगा,
ख़ुद के ही हाल में, ख़ुद से जूझता रहूँगा।

©Ajita Bansal #Sad_Status poem of the day
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile