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Bindass writer
समझदारो से हमलोगो की निभती ही नहीं इंटेलीजेंट से हमलोगो की पटती ही नहीं हमलोगो को हमारे जैसे पगलाये हुए दोस्त चाहिए हमें हमलोगो के जैसे शरारती दोस्त चाहिए जो करते रहते हो थोड़ी बेवकूफियां और थोड़ी गलतियां थोड़ी नोक झोंक और थोड़ी बदमाशियां जो टांगे एक दूसरे की खींचे एक दूसरे को हवा में ना उड़ने दे लेकिन कभी एक दूसरे को जमीन पर भी बिखरने ना दे जो एक दूसरे की बातें सुने दिल खोल कर जो अपनी बाते हम लोग को दिल खोलकर सुना दे जो हमारे जज्बातों को समझे हमारे जज्बातों को अपना बना ले ©Bindass writer #friend
Vikash Kamboj
White इतना अमीर नहीं मैं दुकानों पर उधार चलते हैं, शर्तों पर रिश्ते नही व्यापार चलते हैं। निभा सकती हो, तो बदलना दोस्ती को प्यार में, बड़ी महँगाई है मुश्किल से घर-बार चलते हैं। ©Vikash Kamboj #Friend
KRISHNA
इतना कमज़र्फ नहीं के वफ़ादार होने का ऐलान करूं मुझे यकीन है जो खोएगा वो वह ढूंढता फिरेगा ©KRISHNA #Friend
ANOOP PANDEY
मैं वही हूँ, वही हूँ, वही हूँ ,वही........ तुम भले यार बदले मैं ना बदला कभी दौर कोई भी आया नाही बिखरा कभी मैने जो भी कहा देख उस पर हूँ टिका मार्ग बदला ना मैने ना किया कुछ जुदा काश तू जानता दिल के अहसास को.. जो हैं नित साथ चलते उन ख्यालात को दूर- होकर भी तुझसे ना जुदा यार हूँ.... बात -दिल की कहूँ गर तो मैं आबाद हूँ प्रेम पाना हुआ यार कब को है सनम..... देख -दुनियां की थ्योरी अब मैं हैरान हूँ कोई -कल को मिला था किसी मोड़ पर कह रहा था बदलना ना कभी भी ओ तुम तुम हो जैसे रहो यार नित- वैसे ही सनम अजी तुममें देखा हैं जो वो मिला ना कहीं मेरा दिल जान कुर्बा यार तुझ पर है सभी बात -मैंने सुनी जो तो फिर हँसी गयी...... फिर सोचने मैं लगा यार ऐसा है क्या ??? सोचने जो चला तो छवि है मोहन दिखी.... इक वो ही तो हैं जिस पर नजर यह टिकी साथ -रहता हैं मेरे नित ही चले साथ वो.... अजी वो सांवरिया मेरा ,वो है कान्हा मेरा जिसको अर्पण किया मैंने खुद को सनम ©ANOOP PANDEY #मैं_वही_हूँ_वही_हूँ Sweety mehta Shilpa yadav
ANOOP PANDEY
दर्दों का अपना आलम है कब मिल जायें पता नहीं... कहने को तो सब ही अपने है कौन है अपना पता नहीं... अजी जुड़ता जिससे भी यारों अलग ही रूप दिखाता है ... सच -बोलूँ तो ऐ यार मेरे अब समझ ना हमको आता है.... देखता हूँ जो अजब- नजारा अजी दम ये घुटता जाता है... अजी होता क्यों ये साथ ओ मेरे इसका तो हमको पता नहीं.... इक तुम हो बेहतर मान लिया है मैं क्या हूँ? इसका पता नहीं..... अजी किये तो होंगें कुछ ओ गलत जो हमको है यारों पता नहीं.... अरे- तेरा क्या है?? यार बता अब सब ही यही धरा रह जाएगा... जो रहता नित नित साथ तेरे है वो फिर शून्य यार हो जाएगा..... ©ANOOP PANDEY #दर्दों_का_अपना_आलम Anshu writer Sweety mehta