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Shaarang Deepak
Yogi Sonu
hanuman jayanti 2024 किसी ने कहां है भगवान निर्गुण है ऐसा लगता है सच ही तो कहा है निर्गुण यानी निराकार जो अपने आप में ही पूर्ण हो जो समस्त विकारों से दूर हो जो निश्चल हो निर्मल हो जिसका कोई दोष नही हो वही तो निर्गुण का प्रतीक है । ©Yogi Sonu #hanumanjayanti24 किसी ने कहां है भगवान निर्गुण है ऐसा लगता है सच ही तो कहा है निर्गुण यानी निराकार जो अपने आप में ही पूर्ण हो जो समस्त विका
INDIA CORE NEWS
Rameshkumar Mehra Mehra
White रास्ते कहां खतम होते है..... जिन्दगी के सफर में....! मंजिल तो बही है...!! जहां ख्वाहिश थम जाए..... ©Rameshkumar Mehra Mehra # रास्ते कहां खत्म होते है,जिन्दगी के सफर में,मंजिल तो बही है,जहाँ ख्वाहिशे थम जाए......
Shivkumar
White छोटी छोटी बाते करके बड़े कहां से हो जाओगे । पतली गलियों से निकलो तो सड़क पर आओगे ।। ©Shivkumar #Road #रोड #Nojoto #nojotohindi #shayri #शायरी छोटी छोटी #बातें करके बड़े कहां से हो जाओगे । पतली #गलियों से निकलो तो #सड़क पर आओगे ।।
Shaarang Deepak
paras Dlonelystar
White जाना कहां है,खबर ही नहीं लापता है पल दो पल की ज़िंदगी ना हमसफ़र,ना साथ किसी का मिला ढूंढे कहां,यहां,हर मोड़ अज़नबी ©paras Dlonelystar #parasd #2024year #MidnightMusings #मोड़ #अजनबी #कहां
Rameshkumar Mehra Mehra
White बहुत खास थी कभी...... नज़रो में किसी के तुम भी....! नज़रो के तकाजे बदलने में देर कहा लगती है.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # बहुत खास थी कभी,नजरो में किसी के तुम भी,मगर नज़रो के तकाजे बदलने में देर कहां लगती है...
Yogi Sonu
White आज एकादशी है । आज के दिन हमारे शरीर को भोजन की जरूरत नहीं होती और शरीर अपने आप को पुन व्यवस्थित करने के लिए अपने आप को ही सफाई करता है इससे शरीर शुद्धि होती है इसी को कहते है उपवासना के क्षण लागे जैसे अमृत के क्षण।। उपासना का यही अर्थ है यही इसका विज्ञान है ।। ©Yogi Sonu आज एकादशी है । आज के दिन हमारे शरीर को भोजन की जरूरत नहीं होती और शरीर अपने आप को पुन व्यवस्थित करने के लिए अपने आप को ही सफाई करता है इससे