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Anukaran
Unsplash बदल जाते हैं नज़ारे, बदलने वाले चाहिए, झुकता है आसमान, झुकाने वाला चाहिए, जिद्द आगे बढ़ने की है, कोशिश करने वाला चाहिए, जीत तो तुम्हारी होगी ही, मेहनत करने वाला होना चाहिए। ©Anukaran #बदल जाते हैं नज़ारे, बदलने वाले चाहिए, झुकता है आसमान, झुकाने वाला चाहिए, जिद्द आगे बढ़ने की, कोशिश करने वाला चाहिए, जीत तो तुम्हारी होगी ही,
#बदल जाते हैं नज़ारे, बदलने वाले चाहिए, झुकता है आसमान, झुकाने वाला चाहिए, जिद्द आगे बढ़ने की, कोशिश करने वाला चाहिए, जीत तो तुम्हारी होगी ही,
read moreGhumnam Gautam
White हमारे ख़्वाबों में एक चेहरा चमक रहा है गई सदी से उसी ने ज़िंदा हमें रखा है कि हम तो ऊबे थे ज़िंदगी से "तुम्हारे होठों के रस से बढ़कर नहीं कहीं कुछ जहान में है" भ्रमर ने शायद यही कहा था प्रथम मिलन में नई कली से ©Ghumnam Gautam #love_shayari #ख़्वाब #ghumnamgautam #कली
#love_shayari #ख़्वाब #ghumnamgautam #कली
read moreShashi Bhushan Mishra
चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है, सफ़र तन्हा है कोई टोकने वाला नहीं है, जुवाँ खामोश भी रखूँ तो कागज़ बोलता है, डरें क्यों अब यहाँ कोई भौंकने वाला नहीं है, उन्हें गुमान उनकी हर रज़ा मक़बूल होगी, फ़लक पर कोई कीचड़ फेंकने वाला नहीं है, मैं तन्हा हूँ मुकम्मल साथ मेरी शायरी है, बुझा चूल्हा है रोटी सेंकने वाला नहीं है, वो बन ठनकर निकलते हैं बड़ी मसरूफियत से, है दर्द-ए-दिल बहुत कोई देखने वाला नहीं है, जो मन में आता है बेखौफ़ बोलता हूँ अब, शुक्र है अब मेरे मुँह पर कोई ताला नहीं है, वही लिखता हूँ जो महसूस मैं करता हूँ 'गुंजन', हमारे दिल में नफ़रत का कोई जाला नहीं है, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra #चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
#चलो अच्छा है कोई रोकने वाला नहीं है#
read moreDR. LAVKESH GANDHI
डांस जिसे दिखाना था डांस,वह अपना जिस्म दिखा बैठे वह अपने ही दोस्तों को,अपना ही ग्राहक बना बैठे जिस्म दिखाने से ही अगर, डांस बहुत अच्छा होता तो फिर डांस में,कपड़े पहनने की क्या जरूरत होती ©DR. LAVKESH GANDHI #Dance # #जिस्म दिखाने वाला डांस #
Dance # जिस्म दिखाने वाला डांस #
read moreseema patidar
White स्वच्छंद विचरण को छोड़ा था पंछी उम्मीद थी शाम तलक घर लोट आने की संग भेजी थी उसके दुआ,खुशियों का जहां पाने की जिद थी उसकी उड़ जाने की चाह उन्मुक्त गगन में खो जाने की मोह होता तो जाल बिछा लेते, पिंजरे के घेरे डाल देते पर प्रेम इजाजत नहीं देता, बंधन में अपने बांधने की बस आस की डोरी से बांधा है ,और एकटक निहारे बैठे है प्रतीक्षा में परिंदे के लोट आने की ........ ©seema patidar आस की डोर....उम्मीद का बंधन निश्छल,निस्वार्थ .......
आस की डोर....उम्मीद का बंधन निश्छल,निस्वार्थ .......
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