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Stories related to the wreck of the titanic poem newspaper report

Ajita Bansal

#Newyear2025 poem of the day

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New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर,
सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे।
हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन,
खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत।

पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम,
नई राहों पर, नए क़दम।
सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास,
साल 2025 हो, सफलता से भरा खास।

जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है,
वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है।
समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें,
साथ चलें हम, बस यही है शेरों।

नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति,
हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि।
साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय,
नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय।

©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day

Mayank Saini

New Year 2024-25 हाथ जैसे ही वो मेरा यार पकड़ेगा,
वक्त देख लेना रफ्तार पकड़ेगा.

©Mayank Saini #newday#newspaper#shyari#treding

VIMALESH YADAV

White 
दैनिक भास्कर समाचार पत्र का इतिहास 


दैनिक भास्कर की स्थापना 1956 में हुई थी , और
यह अखबार हिंदी भा षा में प्रकाशित हो ता है। इसका
मुख्या लय भोपाल, मध्य प्रदेश में है।है दैनिक भास्कर
ने अपनी पत्रकारिता के माध्यम से समाज में जागृति
लाने और राष्ट्रीय चेतना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण
योगदान दिया है। 1956 में आजाद भारत की
जरूरतों को समझते हुए द्वारका प्रसाद अग्रवाल ने
भोपाल से 'सुबह सवेरे' और ग्वालियर से 'गुड मॉर्निंग
इंडिया ' का प्रकाशन शुरू किया । 1957 में इन दोनों
अखबारों का नाम बदलकर 'भास्कर समाचार' कर
दिया गया । फिर 1958 में दुबारा इस अखबार का
नाम बदलकर 'दैनिक भास्कर' कर दिया गया ।
दैनिक भास्कर का इतिहास भारतीय पत्रकारिता के
इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अखबार
आज भी अपनी पत्रकारिता के माध्यम से समाज में
जागृति लाने और राष्ट्रीय चेतना को बढ़ा वा देने में
महत्वपूर्ण योगदा न दे रहा है।

©VIMALESH YADAV #Newspaper  #vimaleshyadav 
#love_shayari

Srinivas

In the joy of Christmas, find the strength of unity and the beauty of diversity, much like the vibrant tapestry of India. #christmas

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In the joy of Christmas, find the strength of unity and the beauty of diversity, much like the vibrant tapestry of India.

©Srinivas In the joy of Christmas, find the strength of unity and the beauty of diversity, much like the vibrant tapestry of India.
#christmas

VIMALESH YADAV

The hindu newspaper ka itihas #Book #Thehindu #vimaleshyadav

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Unsplash The Hindu Akhabar ka Itihas 


  वर्ष 1878 में मद्रा स हा ई को र्ट की जजों की बेंच में
सर टी मुथुस्वा मी अय्यर को , शामिल करने के
खिलाफ
एंलो इंडियन अखबार विरोध कर रहा था ।
इस विरोध के खिलाफ कानून की पढ़ाई करने वाले
चार छात्रों और दो शिक्षकों ने चेन्नई से साप्ताहिक
पत्रिका द हिंदू अखबार की शुरुआत की इस अखबार
के संपादक जी . सुब्रमण्यम अय्यर और मैनेजिंग
डायरेक्टर एम.वी . राघवाचार्य थे।
अखबार की शुरुआत केवल एक रुपये 12 आने से
हुई 1905 में एस. कस्तूरी ने इसे अपने अंतर्गत ले
लिया । तब से इसका संचा लन कस्तूरी परिवार ही कर
रहा है। द हिंदू समाचार पत्र का मुख्यालय चेन्नई में है।
इसकी शुरुआत साप्ताहिक पत्रिका के रूप में हुई,
जो आगे चलकर 1829 में दैनिक समाचार पत्र बन
गया । यह भारत के शीर्ष दैनिक अंग्रेजी समाचा र पत्रों
में से एक है, जो ज्यादातर दक्षिण भारत में पढ़ा जा ता
है।

©VIMALESH YADAV The hindu newspaper ka itihas 
#Book #TheHindu #vimaleshyadav

VIMALESH YADAV

https://youtu.be/ozO5oi65g_A?feature=shared #History #Newspaper #indiannewspaper #vimaleshyadav

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puja udeshi

समय चल पड़ा हम चल पड़े 
साल बीतते रहे चेहराे बदल गए पर 
kiss वैसा ही हैं जैसे 27 साल पहले 
😘✌🏻

©puja udeshi #Titanic #pujaudeshi
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