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Stories related to आकाशाचे लोक उतारा

shamawritesBebaak_शमीम अख्तर

#Newyear2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे,अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१ #उर्दू जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू

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New Year 2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे,
अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१

जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू में,
       कि हिंदी लिख रही है अब नज़्म को आम उर्दू में//२

सदा कटमुल्ला की गूंजी वजीरों की जबानों से,
नहीं देता है ये शोभा उन्हें ये काम उर्दू में//३

"शमा" देखो जबा सबकी तो उल्फ़त की जबाने है,
   कि सबको ही तो मिलता है नया आयाम उर्दू में//४
#Shamawritesbebaak

©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Newyear2025 उतारा ख़ूब ग़ुबारों को जबाने खास उर्दू पे,अमूमन होते है सबसे हम कलाम उर्दू में//१

#उर्दू जुबां पर आता है देखो सनम का नाम उर्दू

Indian Kanoon In Hindi

संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

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संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून :- 

* अनुच्छेद 315 के द्वारा संघ में संघीय सेवा आयोग की स्थापना की गई है। इसमें एक अध्यक्ष और सात अन्य सदस्य होते हैं। अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इनका कार्यकाल, पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह साल तक अथवा 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक होता है। इसमें कम-से-कम आधे सदस्य (वर्किंग और रिटायर्ड) ऐसे अवश्य हो जो कम-से-कम 10 वर्षों तक सरकारी सेवा का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं।

* आयोग का कोई भी सदस्य उसी पर दुबारा नियुक्त नहीं किया जा सकता। संघ लोक सेवा आयोग (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) का अध्यक्ष संघ या राज्यों में अन्य किसी पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता है। आयोग के सदस्यों का वेतन राष्ट्रपति द्वारा विनियमित होता है। आयोग के सदस्यों की नियुक्ति के उपरान्त उनकी सेवा की शर्तों को उनके हित के विरुद्ध बदला नहीं जा सकता। इस समय अध्यक्ष का वेतन (7वा पे कमीशन के बाद) 2।5 लाख और सदस्यों का वेतन 2।25 लाख है, जो भारत सरकार की संचित निधि (कंसोलिडेटेड फण्ड) से दिया जाता है।

* आयोग के सदस्यों की उनके दुराचार के लिए राष्ट्रपति आवेश द्वारा हटाया भी जा सकता है। यदि राष्ट्रपति को किसी भी सदस्य के खिलाफ दुराचार की रिपोर्ट मिले तो वह विषय न्यायालय के पास विचारार्थ प्रस्तुत होगा। न्यायालय की सम्मति मिलने पर उस सदस्य को पदच्युत किया जायेगा।

* निम्नलिखित कारणों के उपस्थित होने पर राष्ट्रपति आयोग के किसी भी सदस्य को हटा सकता है।

* यदि वह व्यक्ति दिवालिया सिद्ध हो। यदि अपने कार्यकाल में वह कोई दूसरा पद स्वीकार कर ले। शारीरिक अस्वस्थता के कारण कार्य करने के लिए अक्षम हो गया हो। यदि भारत या राज्य-सरकार के साथ करार किये गये किसी कॉन्ट्रैक्ट के साथ उसका सम्बन्ध हो या उससे कोई लाभ प्राप्त हो रहा हो।

©Indian Kanoon In Hindi संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

gokul

कोई लफ्ज़ आसमां से, उतारा जाये, बिना समझे भी, आँखों में नज़ारा आये, अब तो डरते है कहीं, ख़ामोशी में खो ना जाये, मिलो यारों, इस ख़ामोशी के बोझ से

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White कोई लफ्ज़ आसमां से,
उतारा जाये,
बिना समझे भी,
आँखों में नज़ारा आये,
अब तो डरते है कहीं,
ख़ामोशी में खो ना जाये,
मिलो यारों,
इस ख़ामोशी के बोझ से,
कहीं मर ना जाये l

©gokul कोई लफ्ज़ आसमां से,
उतारा जाये,
बिना समझे भी,
आँखों में नज़ारा आये,
अब तो डरते है कहीं,
ख़ामोशी में खो ना जाये,
मिलो यारों,
इस ख़ामोशी के बोझ से

Indian Kanoon In Hindi

संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

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संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून :- 

* अनुच्छेद 315 के द्वारा संघ में संघीय सेवा आयोग की स्थापना की गई है। इसमें एक अध्यक्ष और सात अन्य सदस्य होते हैं। अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इनका कार्यकाल, पदभार ग्रहण करने की तिथि से छह साल तक अथवा 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक होता है। इसमें कम-से-कम आधे सदस्य (वर्किंग और रिटायर्ड) ऐसे अवश्य हो जो कम-से-कम 10 वर्षों तक सरकारी सेवा का अनुभव प्राप्त कर चुके हैं।

* आयोग का कोई भी सदस्य उसी पर दुबारा नियुक्त नहीं किया जा सकता। संघ लोक सेवा आयोग (यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन) का अध्यक्ष संघ या राज्यों में अन्य किसी पद पर नियुक्त नहीं किया जा सकता है। आयोग के सदस्यों का वेतन राष्ट्रपति द्वारा विनियमित होता है। आयोग के सदस्यों की नियुक्ति के उपरान्त उनकी सेवा की शर्तों को उनके हित के विरुद्ध बदला नहीं जा सकता। इस समय अध्यक्ष का वेतन (7वा पे कमीशन के बाद) 2।5 लाख और सदस्यों का वेतन 2।25 लाख है, जो भारत सरकार की संचित निधि (कंसोलिडेटेड फण्ड) से दिया जाता है।

* आयोग के सदस्यों की उनके दुराचार के लिए राष्ट्रपति आवेश द्वारा हटाया भी जा सकता है। यदि राष्ट्रपति को किसी भी सदस्य के खिलाफ दुराचार की रिपोर्ट मिले तो वह विषय न्यायालय के पास विचारार्थ प्रस्तुत होगा। न्यायालय की सम्मति मिलने पर उस सदस्य को पदच्युत किया जायेगा।

* निम्नलिखित कारणों के उपस्थित होने पर राष्ट्रपति आयोग के किसी भी सदस्य को हटा सकता है।

* यदि वह व्यक्ति दिवालिया सिद्ध हो। यदि अपने कार्यकाल में वह कोई दूसरा पद स्वीकार कर ले। शारीरिक अस्वस्थता के कारण कार्य करने के लिए अक्षम हो गया हो। यदि भारत या राज्य-सरकार के साथ करार किये गये किसी कॉन्ट्रैक्ट के साथ उसका सम्बन्ध हो या उससे कोई लाभ प्राप्त हो रहा हो।

©Indian Kanoon In Hindi संघ लोक सेवा आयोग के गठन पर कानून

JAGAT HITKARNI 274

जय परमेश्वर परमेश्वर हमारी फरियाद सुनो हिंन्दुस्तांनके बनीयोंने मेहको और मोतको सहारे करलीहै काफिर सेठ सौदागर महाजन जमीनमाताके नांमका और सं

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White जय परमेश्वर  
परमेश्वर हमारी फरियाद सुनो हिंन्दुस्तांनके बनीयोंने मेहको और मोतको सहारे करलीहै काफिर सेठ सौदागर महाजन जमीनमाताके नांमका और संसारके नांमका और ८४ लाख जीवाजुनके नांमका पाप कराते हैं और दुख देके कच्ची उमर में मारते हैं  और  तीन लोक कि बुद्धी केद कि  हैं  और  यह सब संसार को आप के नांम से जाहिर करते हैं कि परमेश्वर सिवाय ऐसा कोन कर सकता हैं और बदनामी परमेश्वर के सरपे लगादी हैं सो पर यह बात संसारको  साध [ अनोपदास ] महाराजने बताई हैं और जो कुछ संसार में बुरा होरहा हैं  वोह हिंन्दुस्तांन के बनीयें करारहेहें और  हम लोंग तो भुलेहुये-और पागलके मुवाफीक हो गये हैं परमेश्वर और जमीनमाता की पहचांन  साध [ अनोपदास ] महाराजने कराई हें .....    परमेश्वर हमारी फरीयाद सुनो और बनीयों का पाप छुडाने में मदद करो   
क्योंकि गरीबोंका तो तारनेवाला परमेश्वर होता हैं...  

अज तसनीफ साध अनुपदास लीखी- 
कीताब - [ जगतहीतकारनी ] ( २७४ ) तमांम पढ़कर बंन्दोबस्त करो 
छावणी ऐरनपुरामें, शिवगंज - ३०७०२७  (राज.)
ता १७ अप्रेल संन १९०९ झा बैसाष बुदी १२ सं॥ १९६५
M. No. :- 8905653801
www.jagathitkarnioriginal.org

©JAGAT HITKARNI 274 जय परमेश्वर  
परमेश्वर हमारी फरियाद सुनो हिंन्दुस्तांनके बनीयोंने मेहको और मोतको सहारे करलीहै काफिर सेठ सौदागर महाजन जमीनमाताके नांमका और सं
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