Find the Latest Status about बातों में तेरी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बातों में तेरी.
ठंडा पानी..
बातों में तेरी हम भुला ना सके होके जुदा हम ना जुदा हो सके
Anjali Singhal
Parul Sharma
चाय ठंड़ी हो जाती है बातों बातों में तेरी यादों से यारी पक्की है भले ही तेरे दिल में जगह ना बना सके पर मेरी मोहब्बत सच्ची है ©Parul Sharma चाय ठंड़ी हो जाती है बातों बातों में तेरी यादों से यारी पक्की है भले ही तेरे दिल में जगह ना बना सके पर मेरी मोहब्बत सच्ची है पारुल श
Shubham Kumar Giri
आंखों की ज़ुबाँ भी पढ़ लेनी चाहिए सपने जो देखे थे गढ़ लेनी चाहिए खोए थे दिन-रात बातों में तेरी सोचा... तेरी प्यारी लफ़ज़ भी ये रट लेनी चाहिए आंखों की ज़ुबाँ भी पढ़ लेनी चाहिए सपने जो देखे थे गढ़ लेनी चाहिए खोए थे दिन-रात बातों में तेरी सोचा... तेरी प्यारी लफ़ज़ भी ये रट लेनी चाहिए #lov
Rahul Varsatiy Parmar
तेरी बातों में तेरी हर बात याद आती है हर एक बातों में सीने से आह निकल जाती है तब बात याद आती है तेरी हर बातों में, वो हर एक बात में तेरा मुझे समझाना याद आता है मुझे मेरी बातों में, आज अकेला हु अधूरा हु बिन तेरे जरुरत है मुझे तेरी भाई मेरे पर अब सिर्फ तेरा साथ ही हे मेरे पास तेरी उन बातों में हर वक्त रहता है जिक्र तेरा हर एक की बातों में बस अब तू बस गया है हम सबकी बातों में। _RAHUL _VARSATIY _PARMAR aka निशार SER@PH तेरी बातों में तेरी हर बात याद आती है हर एक बातों में सीने से आह निकल जाती है तब बात याद आती है तेरी हर बातों में, वो हर एक बात में तेरा मु
Rabindra Kumar Ram
*** कविता *** *** कभी मिलो तुम *** " बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , खुद से क्या पुछूं फिर भी सवालात निकल पड़ती हैं , कभी मिलो तुम कहीं कुछ बातों में तेरी कुछ बात है , कभी मिलो तुम मेरे दिल के कुछ जज्बात ठहरे हैं , तसव्वुर के ख्याल कुछ उमर से रहे हैं इन ढलती शामों में , इन्तजार का ये करवा को पनाह चाहिए कभी मिलो तुम , फिर से बैठे ऐसे में तेरी कुछ बात लेकर मेरे हमनवां , जिक्र होने को हो ही जाता है कभी तुझसे सामना नहीं होता , बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , रंजिशे ये शामे वफ़ा क्या खूब करती हैं , डुबो के मुझको तेरे ख्यालों में ऐसे फिर तन्हा छोड़ देती , कभी मिलों तुम कहीं नहीं मिल रहा आसिया तेरी , कही - कहाई बातो की एक बात है कभी मिलो तुम , जिक्र तेरा रफ्ता-रफ्ता किये जा रहे है , कही तुम मिल के भी नहीं मिलती ये मिलना तेरा आम है , कुछ तो ख्याल तुझे भी है जिक्र इसका सरेआम नहीं करती ." --- रबिन्द्र राम ©Rabindra Kumar Ram *** कविता *** *** कभी मिलो तुम *** " बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , खुद से क्या पुछूं फिर भी सवालात निकल पड़ती हैं , कभी
Rabindra Kumar Ram
*** कविता *** *** कभी मिलो तुम *** " बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , खुद से क्या पुछूं फिर भी सवालात निकल पड़ती हैं , कभी मिलो तुम कहीं कुछ बातों में तेरी कुछ बात है , कभी मिलो तुम मेरे दिल के कुछ जज्बात ठहरे हैं , तसव्वुर के ख्याल कुछ उमर से रहे हैं इन ढलती शामों में , इन्तजार का ये करवा को पनाह चाहिए कभी मिलो तुम , फिर से बैठे ऐसे में तेरी कुछ बात लेकर मेरे हमनवां , जिक्र होने को हो ही जाता है कभी तुझसे सामना नहीं होता , बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , रंजिशे ये शामे वफ़ा क्या खूब करती हैं , डुबो के मुझको तेरे ख्यालों में ऐसे फिर तन्हा छोड़ देती , कभी मिलों तुम कहीं नहीं मिल रहा आसिया तेरी , कही - कहाई बातो की एक बात है कभी मिलो तुम , जिक्र तेरा रफ्ता-रफ्ता किये जा रहे है , कही तुम मिल के भी नहीं मिलती ये मिलना तेरा आम है , कुछ तो ख्याल तुझे भी है जिक्र इसका सरेआम नहीं करती ." --- रबिन्द्र राम Pic : pexels.com *** कविता *** *** कभी मिलो तुम *** " बातों - बातों में तुम्हारी बात निकल पड़ती है , खुद से क्या पुछूं फिर भी सवालात निक
दूध नाथ वरुण
उसने जो बात कही मुझसे, मेरी आंखे ये भर आई है। मै खो गया तेरी बातों में, तेरी बातों में गहराई है।। ©दूध नाथ वरुण #तेरी बातों में