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Kavi Himanshu Pandey
White कलियाँ खिलती हैं आने से तेरे सनम, फूल हँसते हैं आने से तेरे सनम, तिमटिमाते हैं तारे खुशी से यहाँ, दमकता है गगन आने से तेरे सनम! ....... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey #love_shayari सनम #beingoriginal #NojotoHindi
#love_shayari सनम #beingoriginal Hindi
read moreAnuradha T Gautam 6280
#पसंदीदा_व्यक्ति ना मिले तो अकेले रह जाना लेकिन #विवाह_मत_करना..🖊️#@2🤦🏻🙆🏻♀️
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White जो लगा उन्हें इश्क़ है मुझे उनसे वो, बेतरह मगरूर हो गए भूल गए वादे, इक़रार सभी बस दूर मुझ से हो गए मलाल महज इतना ही रहा माना था जिन्हें ना ख़ुदा अपना वही हम से दूर हो गए ©हिमांशु Kulshreshtha जो लगा उन्हें
जो लगा उन्हें
read moreneelu
White अगर यह सितारे हैं तो सूरज का हाल पूछना पड़ेगा.. अगर यह उजाला है तो अंधेरा कायम रहे कहां पड़ेगा ©neelu #sad_quotes अगर यह #सितारे हैं तो #सूरज का #हाल #पूछना #पड़ेगा.. अगर यह #उजाला है तो #अंधेरा #कायम रहे कहां #पड़ेगा
बेजुबान शायर shivkumar
मेरी रातों की राहत, दिन के इत्मिनान ले जाना; तुम्हारे काम आ जायेगा, यह सामान ले जाना; तुम्हारे बाद क्या रखना अना से वास्ता कोई; तुम अपने साथ मेरा उम्र भर का मान ले जाना; शिकस्ता के कुछ रेज़े पड़े हैं फर्श पर, चुन लो; अगर तुम जोड़ सको तो यह गुलदान ले जाना; तुम्हें ऐसे तो खाली हाथ रुखसत कर नहीं सकते; पुरानी दोस्ती है, की कुछ पहचान ले जाना; इरादा कर लिया है तुमने गर सचमुच बिछड़ने का; तो फिर अपने यह सारे वादा-ओ-पैमान ले जाना; अगर थोड़ी बहुत है, शायरी से उनको दिलचस्पी; तो उनके सामने मेरा यह दीवान ले जाना। ©बेजुबान शायर shivkumar मेरी #रातों की राहत, दिन के #इत्मिनान ले जाना; तुम्हारे काम आ जायेगा, यह सामान ले जाना; तुम्हारे बाद क्या रखना अना से #वास्ता कोई; तुम अ
Shashi Bhushan Mishra
आस्तीन के साँप बहुत थे फुर्सत में जब छाँट के देखा, झूठ के पैरोकार बहुत थे आसपास जब झाँक के देखा, बाँट रही खैरात सियासत मेहनतकश की झोली खाली, नफ़रत की दीवार खड़ी थी अल्फ़ाज़ों को हाँक के देखा, जादू-टोना, ओझा मंतर, पूजा-पाठ सभी कर डाले, मिलती नहीं सफलता यूँही धूल सड़क की फाँक के देखा, धरती से आकाश तलक की यात्रा सरल कहाँ होती है, बड़ी-बड़ी मीनारों से भी करके सीना चाक के देखा, कदम-कदम चलता है राही दिल में रख हौसला मिलन का, मंज़िल धुँधला दिखा हमेशा सीध में जब भी नाक के देखा, चलना बहुत ज़रूरी 'गुंजन' इतनी बात समझ में आई, हार-जीत के पैमाने पर ख़ुद को जब भी आँक के देखा, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' ©Shashi Bhushan Mishra #झांक के देखा#
#झांक के देखा#
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