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Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी हर युग मे चलन व्यवस्था का बदला है कभी समाजिक व्यवस्था का चलन कभी पंचायते न्याय करती थी राजा रजवाड़े सब आये और गये मगर नैतिकता मूल रूप से सर्वोपरि रहती थी अब लोकतंत्र और संसदीय परम्परा है प्रतिनिधि सब जनता के होते है नीयत और सेवा का भाव हो तो कोई भी व्यवस्था सफल हो सकती है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो
#Likho नीयत और सेवा का भाव हो तो
read moreVinod Mishra
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
White जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है, ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उछलते है//२ चारसू देश मे दंगा ना हो जाए कहीं,ऐसे माहौल मे क्या लोग संभल सकते है//३ हो गया इंसा-इंसा के लहूं का प्यासा,अपने घर में ही अब अपनों से सब सिहरते है//४ "शमा"कुंद-ज़हनों मे उल्फत की*मेह बरसा दों, के नफरतों मे तो मुर्दे ही लोग जलते है//५ *जंग लगे दिमाग़*वर्षा #shamawritesbebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #life_quotes जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है,ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उ
#life_quotes जिनके ज़हनो मे अदावत के सुर मचलते है,ऐसे अदुओ को आइन नहीं मसलते है//१ जो*जांसिता झूंडो मे टूट पड़ते है,वो रहनुमाओ के*सरमायो पे उ
read moreNayra ~ ALL IN ONE
इंसान हो के ये भी नहीं किया तो काहे का इंसान हो #nojohindi nojoto #lifelessons
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी कानूनों से हाथ बाँधकर अराजक व्यवस्था पनपी है मनमाना रवैया सरकारों का जनता के अरमानों की हदे तोड़ी है अपराध जगत सियासतों के हाथों में जब चाहे तब दंगो और बलबा करके रोटियाँ राजनीतिक सेकी है दूषित चरित्र राजनेताओं के हो तो कैसे सभ्य समाज बन सकता है अपराधबोध जिसे ना हो अपनी करनी का वो देश समाज का किया भला कर सकता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari अपराध बोध ना हो जिसे अपनी करनी का
#love_shayari अपराध बोध ना हो जिसे अपनी करनी का
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी मुँह चिढ़ाती योजनाएं नीतियां कब्र खोद रही मुद्रा का स्तर डांवाडोल हो गया मंहगाई का दम रुपया अब चौरासी में एक डॉलर को चुनता है सरकारे चुनने का परिणाम जनता को हर दम भुगतना पड़ता है समस्याओं का कारण, सियासतें है जो विभाजन कौमो और धर्मो में करती है निर्भरता जनता की,सरकारों पर बढ़ा दी भर भर कर लूटा जाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #GoodMorning मुद्रा का स्तर डावाडोल हो गया
#GoodMorning मुद्रा का स्तर डावाडोल हो गया
read moreharshit tyagi
White वक्त कह रहा है कुछ वक्त शांत होकर गुज़ार लो, शोर करने का भी एक दिन वक़्त आएगा... । ©harshit tyagi मधुर सुप्रभात आप सभी का दिन शुभ हो
मधुर सुप्रभात आप सभी का दिन शुभ हो
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी रोरी चन्दन और अक्षत लगे ललाट पर मंगल मेरे भईया का हो चढ़े शिखर वो कामयाबी का लाखो में बस एक मेरा भईया हो शुभकामनाएं बहनों की पाकर बाल भी बांका ना भईया का हो लाख लडू और खटपट हो मेरी भईया से मगर गैरो के मुँह से,बुराई ना सह सकू भईया की मुझ पर नही आने देते कोई मुसीबतों मेरी रक्षा का भार उठाते मेरे भईया जी प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Bhai_Dooj मंगल मेरे भैया का हो
#Bhai_Dooj मंगल मेरे भैया का हो
read moreBhupendra Rawat
White दीपक की ज्योति से जगमगाए जग सारा प्रकाशमय हो जीवन आपका और हमारा तिमीर का हर एक अंश हर ले दीपों का त्योहार आपके जीवन मे लाए दीपोत्सव खुशियाँ हाजार आपको हमारी ओर से मुबारक हो दीपों का ये त्योहार ©Bhupendra Rawat #happy_diwali दीपक की ज्योति से जगमगाए जग सारा प्रकाशमय हो जीवन आपका और हमारा तिमीर का हर एक अंश हर ले दीपों का त्योहार आपके जीवन मे लाए दीप
#happy_diwali दीपक की ज्योति से जगमगाए जग सारा प्रकाशमय हो जीवन आपका और हमारा तिमीर का हर एक अंश हर ले दीपों का त्योहार आपके जीवन मे लाए दीप
read morePraveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी जुनून में है जिंदगी आपाधापी मची हुयी है दौड़ बराबरी की तय करने के लिये मन की मस्ती खोयी हुयी है तन हो गया बीमारियों का घर धन उसमे जा रहा है प्रतिष्ठित होने के लिये आज पैदा होते ही कोमल किशोरों को धन की जंग लड़ने के लिये उतारा जा रहा है हावी होता भोगवाद मकड़ी की तरह मानव उसमे फँसता जा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #love_shayari तन हो गया बीमारियों का घर #nojotohindipoetry
#love_shayari तन हो गया बीमारियों का घर #nojotohindipoetry
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