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Shivani Anuragi
#❤️🩹uljhi ladki 🥺 कुछ उलझी सी लड़की मैं .... thodi suljhi सी लड़की मै ..... सपने मंजिले रूठ गए ... .अधूरे रास्ते में ।दुनिया भूलकर बस खुद को ढूढ़ रही हु .. अपने आप में ©Shivani Anuragi खुद की तलाश 🥺💗
खुद की तलाश 🥺💗
read moreTripurari Pandey
Unsplash अपने लोग भी क्या खूब होते हैं वो नमक भी वहीं डालते हैं जहां जख्म भी खूब होते हैं । ©Tripurari Pandey हकीकत ए ज़िंदगी
हकीकत ए ज़िंदगी
read moreRameshkumar Mehra Mehra
Unsplash पहले भी मुसाफ़िर थे... आज भी मुसाफ़िर है.....! पहले किसी की तलाश मे थे....!! और अब अपनी तलाश में...!!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # पहले भी मुसाफ़िर थे,अब भी मुसाफ़िर है,पहले किसी की तलाश में थे,और अब अपनी तलाश में है..
# पहले भी मुसाफ़िर थे,अब भी मुसाफ़िर है,पहले किसी की तलाश में थे,और अब अपनी तलाश में है..
read moreDeependra Dubey
Unsplash अगर मन से हार गया तो, जीत न कभी पाएगा। दुखों से डर गया तो, मुश्किलों से लड़ नहीं पाएगा। अगर कर लिया है, निश्चय जीत सुनिश्चित करने की तो दुनियां की कोई भी ताकत तुझे जीतने से रोक न पाएगा। ©Deependra Dubey #ज़िंदगी की लड़ाई मोटिवेशनल कोट्स
#ज़िंदगी की लड़ाई मोटिवेशनल कोट्स
read moreहिमांशु Kulshreshtha
White है अगर तलाश सुकून की जिन्दगी में इस्तकबाल करना सीख लो तन्हाई का जिन्दगी में ©हिमांशु Kulshreshtha जो है तलाश...
जो है तलाश...
read moreMayank
White आओ समय के साथ घूमने चलते हैं, चलो "खुद की तलाश" में निकलते हैं, जीवन में कितने ही ख्वाब पलते हैं? लेकिन ख्वाबों से परे हम स्थिति के अनुसार ढलते हैं। जब मिलता हूं उन दिनों के मयंक से, तो वो कहता है आओ बचपन में चलते हैं, जो फूल खिले हुए थे उन दिनों, तुम बिन बड़े मुरझाए हुए मिलते हैं। "खुद की तलाश"में तो आज भी हैं, लेकिन जब खुद से शून्य में मिलते हैं, लगता है हमारा जीवन वो सूखा पेड़ है, जिसके पर्ण यहां वहां बिखरे मिलते हैं। ©Mayank #Sad_Status Topic "खुद की तलाश"🤗😁
#Sad_Status Topic "खुद की तलाश"🤗😁
read moreDr. H(s)uman , Homoeopath
ख़ुद की तलाश में निकल गए हम समंदर से उसका अंत पूछा शर्मा कर लहरों ने धीरे से कहा किसे तलाश रहे हो जिसे बस मुस्कुरा कर गम छुपाना आता है वरना बिना लहरों के समंदर में कहां कभी दम था । ©Dr. H(s)uman , Homoeopath #तलाश
नवनीत ठाकुर
दूरियों में भी इश्क़ की बुनाई, कुछ रेशे खुदा से जुड़ने लगे। जो गिरने का डर रखते थे कभी, अब फलक तक उड़ने लगे।। ज़िंदगी का है फलसफा, रुकते थमते, फिर भी चलने लगे। जो थे कभी अजनबी, वो अब अपना सा लगने लगे।। जो थे कभी हमारी कमजोरी, अब वो ताकत बनके उभरने लगे।। जो सपने कभी दूर थे, आँखों में सच होते दिखने लगे।। नफ़रतों में भी प्यार की राह चली, अब हर दिल एक दूजे से जुड़ने लगे।। राहों के कांटे भी अब फूलों में बदलने लगे, ज़िंदगी की किताब में नए पन्ने खुलने लगे।। जो कभी डूबे थे गहरे अंधेरे में, अब खुद को रौशन करने लगे। ©नवनीत ठाकुर #ज़िंदगी का फलसफा
#ज़िंदगी का फलसफा
read moreनवनीत ठाकुर
मंजिल मंजिलों की तलाश में भटकते हैं दर-ब-दर, रास्तों की हर ठोकर का हमें हिसाब बाकी है। काँटों की चुभन से हम यूँ न डरें कभी, हर ज़ख्म पे मरहम का एक ख्वाब बाकी है। ख़्वाब ख़्वाबों का जाल है, पर हकीकत में धागे कमजोर, हर ख़्वाब पूरा करने की अब भी चाहत बाकी है। टूटते हैं रोज़, मगर चूर नहीं होते, हर रात में सवेरा लाने की आदत बाकी है। इश्क़ इश्क़ का ये सफर है, रास्ते भी अनजाने हैं, उसके मिलने की उम्मीद अब भी बाकी है। रूह की गहराईयों में जो उसकी याद बसी है, उसे साँसों में समाने की मोहब्बत बाकी है। जिंदगी जिंदगी की गलियों में हर मोड़ एक इम्तिहान है, हिम्मत से चलने की हममें ताकत बाकी है। आँधियाँ आएँगी, चलेंगी, थम जाएँगी, कदम बढ़ाने की हसरत बाकी है। तन्हाई तन्हाई की राहों में चुप्पी का कारवां संग है, इस खामोशी में एक साज सुनना बाकी है। किसी अजनबी की आवाज़ मिले कभी, इस तन्हा सफर का हमसफर बाकी है। ©नवनीत ठाकुर मंज़िल की तलाश अभी बाकी है
मंज़िल की तलाश अभी बाकी है
read moreDr. H(s)uman , Homoeopath
जो मिल गया सो मिट्टी है, जो न मिला वो सोना है असल बात यह है कि यहां हम कुछ पाने के लिए नहीं , बल्कि बस सब खोना है , इसी बात का बस रोना है। ©Dr. H(s)uman , Homoeopath #ज़िंदगी