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DR. LAVKESH GANDHI
खुशियों के पल जिंदगी में कभी-कभी खुशियों के पल आते ही रहते हैं ज़ब नाज करे दुनियाँ वह पल आ ही जाते हैं | ©DR. LAVKESH GANDHI #खुशियों के पल # #जिंदगी के हसीन पल #
खुशियों के पल # जिंदगी के हसीन पल #
read moreGANESH BHARTI GOSWAMI
Red sands and spectacular sandstone rock formations दिल एक ऐसा मेमोरी हैं, अगर इस में किसी की फोटो एक बार डाउनलोड हो गई ना फिर कभी डिलीट नहीं हो पाती ©GANESH BHARTI GOSWAMI #SAD #Love दिल एक ऐसा मेमोरी हैं, अगर इस में किसी की फोटो एक बार डाउनलोड हो गई ना फिर कभी डिलीट नहीं हो पाती
LAKKI
White किसी भी प्रकार का भय और अधूरी इच्छा ही हमारी दुखों का कारण है ©LAKKI किसी भी प्रकार का भय और अधूरी इच्छा ही हमारी दुखों का कारण है motivation
किसी भी प्रकार का भय और अधूरी इच्छा ही हमारी दुखों का कारण है motivation #Motivational
read moreHimanshu Prajapati
White हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! ©Himanshu Prajapati #sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..!
#sad_shayari हर हालात से लड़ा हूं, हर प्रकार के इंसान से मिला हूं, पर मेरे जैसा कोई नहीं, जो मोहब्बत में है पर किसके साथ पता नहीं..! #विचार
read moreN S Yadav GoldMine
White गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इस प्रकार जो मुझे तत्त्व से जान लेता है, वह भी कर्मों से नहीं बँधता।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ
#love_shayari गीता ४।१४) {Bolo Ji Radhey Radhey} किसी भी जीव के 'कर्मों के फल में मेरी स्पृहा नहीं है; इसलिये मुझे कर्म लिप्त नहीं करते -इ #मोटिवेशनल
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White गीता ११।५४) {Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज रूप वाला, मैं प्रत्यक्ष देखने के लिये, तत्त्व से जानने के लिये तथा प्रवेश करने के लिये अर्थात् एकीभाव से प्राप्त होने के लिये भी शक्य हूँ।' ©N S Yadav GoldMine #love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र
#love_shayari गीता ११।५४){Bolo Ji Radhey Radhey} जय श्री राधे कृष्ण जी।। 'परंतु हे परंतप अर्जुन! अनन्य भक्ति के द्वारा इस प्रकार चतुर्भुज र #मोटिवेशनल
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