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राजनीति और धर्म में क्या फर्क है। राजनीति का मतलब है कि.. सब लोग ये जान ले कि मैं कौन हूं । और धर्म का मतलब है की .. मैं खुद ए जान लूं कि मैं कौन हूं। service धर्म और राजनीति
Anjali Jain
व्यक्ति इतना चतुर और चालाक है कि धर्म को राजनीति में खींचकर, धर्म को राजनीति से जोड़कर, राजनीति को नीति युक्त बनाने के स्थान पर, धर्म को राजनीति से भी हेय बनाने पर तुला है ताकि एक दिन सब कुछ नष्ट हो जाने पर धर्म को दोष दिया जा सके कि संसार को नष्ट करने में राजनीति का नहीं,धर्म का हाथ है। धर्म का सीधा सा सरल अर्थ है जो मुझे धारण करना चाहिए और धारण हमेशा उचित कर्तव्य को किया जाता है, हर उचित व करणीय कार्य को धारण किया जाता है। हमें अपने भीतर झांक कर समझ लेना चाहिए कि हम कितने धार्मिक हैं?? राजनीति का भी सीधा सा सरल अर्थ है कि अपनी बात को, अपने कार्य को नीति युक्त साबित कर के हम राज कर सकें। साबित करने में और सचमुच नीतियुक्त होने में कितना अंतर है, यह कौन नहीं जानता??!! ©Anjali Jain #Aurora धर्म और राजनीति 17.06.23
Gaurav Shukla
"धर्म एवं आस्था हर इंसान का निजी मामला हैं, जिसका संख्या के बल पर सार्वजनिक शक्ति प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित आडंबर हैं" भरतकुमार सोलंकी (वित्त विशेषज्ञ) #धर्म #राजनीति
अशोक द्विवेदी "दिव्य"
एक वक़्त था जब राजनीति का धर्म था। अब तो लोग धर्म की राजनीति करने लगे है। #धर्म #राजनीति
अशोक द्विवेदी "दिव्य"
राजनीति में धर्म होना चाहिए, धर्म मे राजनीति नही । #राजनीति #धर्म लक्ष्मी दिव्यतम्
SK NIGAM
चुनावी रंग वक्त बदल रहे हैं रूत अपनी देख चुनावी जंग को फिर गांव चले नेता पहन नकाब अब बदलने अपनी रंग को, सर झुकाएंगे, मिन्नते करेंगे ख्वाब दिखाएंगे कई वादे करेंगे, गांव मुहल्ले के हर गलियों में चौक चौराहा हर नुक्कड़ पर दौड़ेगी हर गांव गली में वाहन सड़क पर, भक-भक बत्ती बौल जलाएंगे वादा है सब कर के दिखाएंगे, गली सड़क अस्पताल नाला खोलेंगे हर योजना का ताला , हर बेरोजगार को रोजगार दिलाएंगे बस हमे जितना हर गांव को स्वर्ग बनाएंगे ।। जनता भी है बेचारा भोला भाला किसको उबारे किसको पहनाए माला, आ जाता है उनके बातों में प्रजा दबा देते हैं, बटन उनकी ही जो है उमें बेचने वाला , विजय हो जाते वही जिनका है बोलबाला रह जातें हैं वंचित बेबस जो हो अच्छा सेवक रखवाला, हां हमरा देश का सबसे बड़ा लोकतंत्र है पर ये कुछ और बात हैं राजा का बेटा ही राजा (नेता का बेटा नेता) बनता है, पर ये प्रजातंत्र हैं ।। ©SK NIGAM #कविता #राजनीति