Find the Latest Status about love दे दो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos.
Nnnnnn Nnnn
Unsplash Na dhup hai na chaao hai phir ye man kyu udas hai lagta aaj phir kisi ne yad kiya hai ©Nnnnnn Nnnn #Love #SAD खूबसूरत दो लाइन शायरी 'दर्द भरी शायरी'
Love #SAD खूबसूरत दो लाइन शायरी 'दर्द भरी शायरी'
read moresweety
Unsplash छुपा कर इश्क़ की ख़ुशबू को रखा नहीं जाता.. नज़र उसको भी पढ़ लेती है जो लिखा नहीं जाता.. !! ©sweety खूबसूरत दो लाइन शायरी
खूबसूरत दो लाइन शायरी
read moreParasram Arora
Unsplash बहूत रात जागने के बावजूद. एक गहरी नींद मुझे मिली नहीं कितना बड़ा ये जहांन है फिर भी रहने के लिए दो गज़ ज़मीन मुझे मिली नहीं खुलकर रोने क़ी ख़्वाहिश थीं मेरी. पर रोने के लिए घर मेi खाली कोना मुझे मिला नहीं ©Parasram Arora दो गज़ जमीन
दो गज़ जमीन
read moreamar gupta
White मैं तो तेरे प्रेम मे डुबा हुआ हूँ , मेरी तो अब बुद्धि भी काम नही करती हैं ... तू समझदार है ना, तू ही बता ना मुझे क्या करना है ? अगर मैं और मेरा साथ तुझे अब पसंद नही तो, आजाद कर दे ना मुझे अपनी आंखो से , क्यू तुने मुझे उनमे उलझाये रखा है ।।। ©amar gupta #आजाद कर दे ना...
#आजाद कर दे ना...
read moreनवनीत ठाकुर
इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे। मंजिल को आखिर कोई मुकाम तो दे। छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ, हर कदम पर अपनी पहचान तो दे। दुनिया को दिखा दे अपनी हिम्मत का जज़्बा, किसी के रोकने से भी न रुके, वही सच्चा इन्सान तो दे। ©नवनीत ठाकुर "इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे, मंजिल को कोई मुकाम तो दे, छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ हर कदम पर अपनी प
"इस दुनिया को अपना नाम तो दे, काम कोई भी हो आखिर तक कोई अंजाम तो दे, मंजिल को कोई मुकाम तो दे, छोड़ दे अपने पैरों के निशाँ हर कदम पर अपनी प
read moreF M POETRY
White मुझे आवाज़ न दे की मुझे सुनाई न दे.. तेरे चेहरे के सिवा और कुछ दिखाई न दे.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY #मुझे आवाज न दे.....
#मुझे आवाज न दे.....
read moreRAVI PRAKASH
White मुस्कुराने दे आँखों को अपनी तेरी ख़ामोश आँखें यार ग़मज़दा करती है.. ©RAVI PRAKASH #sad_quotes मुस्कुराने दे आँखों
#sad_quotes मुस्कुराने दे आँखों
read moreParasram Arora
White काफ़ी दिनों तक साथ साथ हम चलते रहे फिर एक दिन अलग हुए अब मुझे तलाश है उस जगह की जहा नदी के दोनों किनारे जा कर मिलते हो ©Parasram Arora दो किनारे
दो किनारे
read more