Find the Latest Status about nature of poetry according to wordsworth from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, nature of poetry according to wordsworth.
Likhi
"ప్రకృతి శాంతి కేవలం దాని సౌందర్యంలో కాదు, దాని లోతైన పాఠాలెలో ఉంటుంది." ©Likhitha Narla nature #naturelovers poetry poetry quotes
nature #naturelovers poetry poetry quotes
read moreRadhika Verma
Unsplash आज camera 📸 उठाया और निकल गई वादियों में, क्या मौसम हैं? क्या अदाएं है इन पहाड़ों की, सचमुच देख कर मजा ही आ गया।। ©Radhika Verma #snow #quotes of nature
snow quotes of nature
read moreBharat Bhushan pathak
White इनसे ही होता यहाँ,सदा सुखी संसार। शस्य-श्यामला हो धरा,हरियाली विस्तार।।६ पृथ्वी अग्नि व्योम मृदा,करे सृष्टि निर्माण। तत्व एक भी लुप्त यदि,हो विध्वंश प्रमाण।।७ नाशे सभी यदि वृक्ष तो,हो जाएगा अंत। बरसेगी तब ये धरा,खोले तीखे दंत।।८ प्राणवायु भी लुप्त क्यों,सोचेंगे सब लोग। समझ नहीं पाए कभी,कैसा है ये रोग।९ हवा पानी मिट्टी अरु,करते गंदा लोग। शोर ज़ोरों से कर वो ,बढ़ा रहे हैं रोग।।१० ©Bharat Bhushan pathak #nature poetry quotes poetry poetry in hindi love poetry for her poetry on love
#Nature poetry quotes poetry poetry in hindi love poetry for her poetry on love
read moreBharat Bhushan pathak
लगाते तुम, बहुत हो पेड़ स्टेटस में,दिखाने को। हमारे ये,धरोहर हैं,कहा था क्या ,सिखाने को।। सदा देखा,यहाँ करता,कटे जाते यहाँ पे पेड़। करो तुम बन्द जी पहले,इसे ना अब,कभी तू छेड़।। प्रकृति के ओ!सुनो पूजक,बचा लो पेड़ जो कटते। बचाओ तुम,सुनो उनको,यहाँ से जो,अजी छँटते।। ©Bharat Bhushan pathak #Nature poetry lovers poetry on love hindi poetry on life poetry poetry in hindi
#Nature poetry lovers poetry on love hindi poetry on life poetry poetry in hindi
read moreDeepa Ruwali
पत्तियां दरख़्तों से छूटने लगती हैं, पतझड़ जब आता है तो.. उनकी बर्बादी के रास्ते खुल जाते हैं।। ©Deepa Ruwali #autumn #nature #Life #SAD #Poetry
राधे राधे
दो प्रेमियों का एक साथ हाथ पकड़ कर चलना समाज को गंदा नहीं बल्कि खुबसुरत बनाता हैं।। ©राधे राधे #लव #life of love #Nature #happy #sayri
@krishn_ratii (Astrologer)
White सर्द हवाओं ने फिर से छुई धरती कोमल घटाओं में फिर से भरी मस्ती ओढ़ ली चादर हुई अंबर से घिरी धरती घटाओं में फिर से उमड़ी है सर्द कल की चलो लेकर चले इनको ज़हां हर शय निराली हो हरी हो धरा सारी अम्बर पर छाई लाली हो ©@krishn_ratii (Astrologer) #Nature #Love #Poetry #poem #Nojoto #viral #Trending