Find the Latest Status about prem नदी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, prem नदी.
vish
मैं ठहरे हुए कुएँ का वो पानी नहीं, जो थम जाऊँ.... मैं बहती नदी की वो धारा हूँ, जो साहिल से टकराकर भी, अपने सागर से मिल जाऊँ.... जिंद़गी ©vish # नदी की वो धारा
# नदी की वो धारा
read moreAayushi Patel
Unsplash me prem ki pujaran hu ... me savabimaan ki hu dasi.... savabimaan he meri pehchan.... kuch yu ansuni si he meri kahaniii ❤️❤️❤️ 💫💞tumari preyshi 🌏💞 ©Ram Patel prem
prem
read moreSonia
প্রবল উন্মাদনায় লিখছি দুই ছত্র তোমাকে দেখার ইচ্ছা জাগছে যত্রতত্র। নিকোটিনের ধোঁয়ায় পুড়ে যাচ্ছে ঠোঁট তোমাকে দেখার জন্য দু’চোখ উৎসুক। একি প্রেম নাকি তোমার ফাঁদ আনন্দের মাঝেও কাঁদছে পূর্ণ চাঁদ। এত যে প্রবল টান, শুধুই কি দেহ? তোমার আমার রসায়ন, জানবে কি কেহ? কত দিবস কত রজনী হয়েছে গত প্রেম তো ঠিকই আছে পূর্বেকার মত। ম্লান হয়নি কোথাও একটু হয়নি ফিঁকে কি দেখো আর চোখে, চেয়ে আমার দিকে। আমি তো সেই আগের মত যেমন আছে চাঁদ এত দিনের পরিণয় পারবে কি দিতে বাদ? জানি আমি, তোমিও, অটুট চির বন্ধন তবে কেন দূরে, থামাও হৃদের ক্রন্দন। ©Sonia #Prem
SANIR SINGNORI
पराया क्या जाने पीर 'काटली' की कितनी हरी भरी थी वो धरा 'काटली' की पैसे के लालच में आज, साहूकारों ने बेच दी मिट्टी 'काटली' की निकली थी वो तुम्हारी प्यास बुझाने, बुझा दी मानस ने राह 'काटली' की सहस्र जीवों का जीवन थी जो, इंसानों ने छीन ली सांसे 'काटली' की अपनों ने काट दी जड़े 'सानिर' कितनी हरी भरी थी वो धरा 'काटली' की सिर साँटें 'सानिर', तो भी सस्तो जाण, जै बच जाए जान 'काटली' की पराया क्या जाने पीर 'काटली' की कितनी हरी भरी थी वो धरा 'काटली' की . ©SANIR SINGNORI #DesertWalk नदी बचाओ
#DesertWalk नदी बचाओ
read moreमलंग
White "चेहरों के लिए आईने कुर्बान किये हैं., इस शौक में अपने बड़े नुकसान किये हैं"... महफ़िल में मुझे गालियां देकर है बहोत खुश., जिस शख्स पे मैंने बड़े बड़े एहसान किये हैं"...💔😌 ©मलंग #prem
चाँदनी
White प्रेम मे इतना धर्य रखना की कभी बद्दुआ ना देना एक दिव्यता हमारे अंदर भी घूमता रहता है उसे बस प्रेम पता है वो साँसों का छोड़ पकड़ कर सब भाप लेता है पर क्रूरता जो कुहक तक को भेद के निकाल दे वो निरर्थक नही जाता सोचना! दुआ और बद्दुआ इंसानों के द्वारा रचा गया ढकोसलापन है प्रेम ! तुम्हारे आरंभ से तुम्हारे अंत तक की यात्रा.... ©चाँदनी #Prem