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Himaani
White बहुत कुछ है कहने को फिर भी खामोश बैठे हैं दिल से दिल अभी मिले नहीं इसीलिए दूर बनाए बैठे हैं ©Himaani #love_shayari दिल से दिल अभी मिले नहीं
#love_shayari दिल से दिल अभी मिले नहीं
read moreArmaan Ali
White मैं तेरे प्यार का मारा हुआ सिकंदर हूं पर हारा हुआ ©Armaan Ali #दिल की बात_shayari
#दिल की बात_shayari
read moreRjSunitkumar
promise day quotes in Hindi केवल फरवरी के सात दिन नही अस्तित्व के साथ सात जनम तक तुमसे जुड़े रहेंगे ओर तुम्हारे थे तुम्हारे ही बन के रहेंगे ये वादा हे आपसे। ©RjSunitkumar दिल से
दिल से
read moreRjSunitkumar
relationship quotes अब फरवरी के कुछ ऐसे दिन आएंगे की मोहब्बत के नाम पर कपड़े उतरेंगे। ©RjSunitkumar दिल से
दिल से
read moreRjSunitkumar
जब से उनसे नजरों से नजर मिली तब से किसी ओर से नजर मिलाने की जरूर ही न रही। ©RjSunitkumar दिल से
दिल से
read moreLakhan Rajput BJP
दिल है की मानता ही नहीं ©Lakhan Rajput BJP दिल की बात दिल ही जाने
दिल की बात दिल ही जाने
read moreSonu sargam
Unsplash हम उनके उम्र भर कर्जदार रहेंगे वो हमे मिल ना सकेंगे फिर भी कुछ पल के लिए प्रेम किया ©Sonu sargam #दिल की बात
#दिल की बात
read moreAnjali Singhal
White "नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए! नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!" ©Anjali Singhal "नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए! नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!" #AnjaliSinghal #nojoto
"नज़र कहाँ से आए जब नज़र में ही आप समाए! नज़र की ये चोट है गहरी आपकी प्रीत ही शायद इसे भर पाए!!" #AnjaliSinghal nojoto
read moreLalit Saxena
बढ़ गई है आजकल औकात हमारी थाने में कल हुई है दरयाफ़्त हमारी मुंसिफ़ को है मालूम पेशेवर गवाह है शायद करेगा वो ही शनाख़्त हमारी इस झूठ के शहर से परेशान हैं बहुत सच की रही है आदत हज़रात हमारी आदमी होना है अगर जुर्म तो कुबूल और क्या होनी है तहक़ीक़ात हमारी बस्ती है ये प्यार की,आबोहवा बेहतर पूछी न जाए मज़हब ओ जात हमारी एक रोज़ तो सुनें, दिल की ख्वाहिशें एक बार तो पढ़िए दरख़्वास्त हमारी ©Lalit Saxena शायरी दिल से
शायरी दिल से
read moreLalit Saxena
Unsplash मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं तारीफ़ तो मेरे बेवफ़ा हालातों की है जो मुझे लिखने के लिए हर पल, हर लम्हा बेताब करते है।।।।। गर ये लम्हे ये हालात ये अफसाने ना होते ..............तो क्या मैं लिखता? कोई कवि, शायर, गजलकार, या फनकार कलम कही पड़ी होती किसी कोने में और कागज़ हवा में उड़ रहे होते कैसा लगता....ख्वाबों में गोते लगाना डूब कर अंधेरों में कही दफ़न हो गए होते। मै लिखता हूं.....इसमें तारीफ़ नहीं!!! ©Lalit Saxena #Book दिल से
#Book दिल से
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