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Ranjeet singh Charan
राजस्थान पत्रिका में । दीपावली पर कविता🙏🙏
DR. SANJU TRIPATHI
नई ऋतु के आगमन के साथ ही, घुल रही है फिजाओं में गुलाबी सी ठंडक। रिद्धि-सिद्धि के संग मां महालक्ष्मी खुशियों की माला लेकर घर में पधारेंगीं। होती है घरों में साफ-सफाई, बच्चे-बूढ़े सभी मिलकर करते हैं हंसी ठिठोली। लाते हैं खील बताशे, बजते हैं ढोल नगाड़े और बनाई जाती है घरों में रंगोली। प्रकृति भी होकर भावविभोर झूम झूम के खुशियों के मंगल गीत है गाने लगती। भुलाकर दिलों से क्रोध, ईर्ष्या और द्वेष की भावना दीपों की कतार सजाई जाती। दीपावली त्यौहार है खुशियों का, आपस में प्रेम व सौहार्द से सब मिलकर मनाएं। रिश्तो में मिठाइयों की मिठास घोलें, दिलों से सभी गिले-शिकवे को दूर भगाएं। बुराई पर अच्छाई की जीत हुई, श्रीराम अयोध्या लौटे तो मनाई जाती है दिवाली। लेकर बड़ों का प्यार और आशीर्वाद खुशियों के दीपक से संसार को जगमगाएं। दिवाली पर कविता प्रतियोगिता : हिन्दुस्तानी साहित्य * Collab कर कम से कम 8 पंक्तियों में दीपावली पर कविता लिखें। *एक व्यक्ति केवल एक बार ही
Insprational Qoute
कण कण में खुशियों की लहर जाग उठी है,कहते हैं आज असत्य पर सत्य की जीत हुई है, करते हैं स्वागत इस त्योहार का तन मन से पर एक गरीब की तो आज भी रात वही है, जिन्हें वर्ष ही बीत जाते,खुशियों का दीप जलाये,कैसे कहे आज ये रात दीपों से जगमगाई है, हमनें तो शान ओ शौकत से पटाखे जला लिए पर आज भी उस मासूम के चेहरे पर रुसवाई हैं, इस दिवाली हम सब एक प्रण लेते हैं,नहीं करेंगे चाइनीज के पीछे अपनी जेब हम ख़ाली, ख़रीद उन नन्हें फ़नकार की मेहनत के दीये,मनायेंगे उस गरीब के आशियाने की दिवाली, देंगे उन्हें भी ज़माने भर का प्यार,खुशियों का त्योहार,असली मायने में वहीं होगा पर्व की बहार, आओ सब को कहे दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं, मनाये सब मिलकर यह दीपों का त्योहार। दिवाली पर कविता प्रतियोगिता : हिन्दुस्तानी साहित्य * Collab कर कम से कम 8 पंक्तियों में दीपावली पर कविता लिखें। *एक व्यक्ति केवल एक बार ही
Anil Prasad Sinha 'Madhukar'
जगमगाते दीयों के संग, हम सभी दीपावली मनाते हैं, वैर भाव सब भूलकर, खुशियों के दीप हम जलाते हैं। ऋद्धि सिद्धि रूपी गणेश, लक्ष्मी का वास होता है, धन वैभव का गृह प्रवेश, दरिद्रता का नाश होता है। ऐश्र्वर्य वैभव की चकाचौंध में, हम सभी भूल जाते हैं, स्वदेशी को करते दरकिनार, आयातित अपनाते हैं। यही हाल रहा तो, गरीब बेरोजगार भूखा रह जाएगा, अमीरों के मुँह मीठे होंगे, गरीब आँसू पी सो जाएगा। दिवाली पर कविता प्रतियोगिता : हिन्दुस्तानी साहित्य * Collab कर कम से कम 8 पंक्तियों में दीपावली पर कविता लिखें। *एक व्यक्ति केवल एक बार ही
omprakash
Festival of lights आपके और आपके परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं हैप्पी दीपावली कवि ओम प्रकाश जाडन कविता शीर्षक 👇 यह दीपों का त्योहार आया यह दीपो का त्यौहारआया हर घर में खुशियां लाया यह दीपो का त्योहार आया हर घर में उजाला करके जाएगा यह बड़ों का आदर लाया यह दीपो का त्यौहार आया रिश्तो की समझ को समझाएगा यह दीपावली हर घर को उजाले में लाएगा यह त्यौहार आदर्श से पुकारना सिखाया यह दीपों का त्योहार आया जाते-जाते रिश्तो की समझ समझाएगा हर घर में खुशियां लाएगा हर चेहरे पर मुस्कान खिल उठेगी कवि ओम बोले हर घर में खुशियां आए सबका उदास चेहरा मुस्कान में बदल जाए यह दीपों का त्यौहार सबको बदल के जाए हर घर खुशियों से महक जाए यह हमारा दीपो का त्यौहार आया कवि ओम प्रकाश जाडन रुचिर ©omprakash हैप्पी दीपावली दीपावली पर एक कविता कवि ओम प्रकाश जाडन #Diwali
कवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद
दीपावली पर लोग जाने अनजाने ही सही , अपने पास ; आते होगें त्योहार पर ! मिलने वाले ; खास आते होगें और लाते होगें समेटकर ,सारे जहाँ की ;खुशियाँ तब जाके लोग हँसी खुशी दीपावली मनाते होगें कवि अजय जयहरि कीर्तिप्रद आपको दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं दीपावली पर लोग.....कीर्तिप्रद