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tripathi
White सच पूछो तो मुझे बहुत पछतावा है तुझसे मिलने का काश तू मिला ही नही होता मै तुझे जानती ही नही मैं किसी से मिलना ही नही चाहती थी फिर भी तुम आए और मुझे बर्बाद कर के चले गए ©tripathi #love_shayari सच पूछो तो मुझे बहुत पछतावा है तुझसे मिलने का काश तू मिला ही नही होता मै तुझे जानती ही नही मैं किसी से मिलना ही नही चाहती थी
#love_shayari सच पूछो तो मुझे बहुत पछतावा है तुझसे मिलने का काश तू मिला ही नही होता मै तुझे जानती ही नही मैं किसी से मिलना ही नही चाहती थी
read moreazad satyam
💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 अहम का वहम मत पालिए जनाब, स्वयं को उच्च समझ के जिसे तुच्छ समझ रहे हो, याद रखना तुमसे भी उच्च कोई है और उसके सामने तुम तुच्छ ही हो, सो आसमान पर उड़ो, लेकिन जमीन पर पैर टिकाने को बेताब रहो। ताकि हैसियत पता रहे #ek_panchi_diwana_sa ©azad satyam #Travelstories 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 अहम का वहम मत पालिए जनाब, स्वयं को उच्च समझ के जिसे तुच्छ समझ रहे हो, याद रखना तुमसे भी उच्च कोई है और उस
#Travelstories 💌🕊️अनकहे अल्फ़ाज़💖💞 अहम का वहम मत पालिए जनाब, स्वयं को उच्च समझ के जिसे तुच्छ समझ रहे हो, याद रखना तुमसे भी उच्च कोई है और उस
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White कभी-कभी दिल चाहता है कि........... तुम कोई सबाल ना पूछो....! ना बजह पूछो,ना तसल्ली दो.....!! ना ही कोई नसीहत,बस गले लगा लो....!!! और खामोशी से कहो...!!!! मैं हूं ना तेरे लिए हमेशा....💕 ©Rameshkumar Mehra Mehra # कभी-कभी दिल चाहता है कि,तुम कोई सवाल ना पूछो,ना बजह पूछो,ना तसल्ली दो,ना ही कोई नसीहत,बस गले लगा लो,और खामोशी से कहो,मैं हूं ना तेरे लिए ह
# कभी-कभी दिल चाहता है कि,तुम कोई सवाल ना पूछो,ना बजह पूछो,ना तसल्ली दो,ना ही कोई नसीहत,बस गले लगा लो,और खामोशी से कहो,मैं हूं ना तेरे लिए ह
read moreAndy Mann
बरगद की बराबरी की बातें करते हैं, गमले मे उगे हुए कुछ लोग...|| ©Andy Mann #हैसियत
seema patidar
रुकना तो तब अच्छा लगेगा न जब मैं तुमसे कहूं की....... मुझे जाना है और तुम मुझसे पूछो...... जाना जरूरी है क्या....? ©seema patidar तुम मुझसे पूछो...... जाना जरूरी है क्या .....?
तुम मुझसे पूछो...... जाना जरूरी है क्या .....?
read moreHemant Meena
कभी जात न पूछो, कभी धर्म न देखो, इंसानियत के लिए बस इंसान को देखो। हाथ थाम लो जो गिरते हुए दिखे, इंसान वही जो दिल से दिल को जोड़े।" ©Hemant Meena कभी जात न पूछो, कभी धर्म न देखो, इंसानियत के लिए बस इंसान को देखो। हाथ थाम लो जो गिरते हुए दिखे, इंसान वही जो दिल से दिल को जोड़े।" Dhyaan m
कभी जात न पूछो, कभी धर्म न देखो, इंसानियत के लिए बस इंसान को देखो। हाथ थाम लो जो गिरते हुए दिखे, इंसान वही जो दिल से दिल को जोड़े।" Dhyaan m
read moreअनिल कसेर "उजाला"
हाल क्या है मेरा इन दीवारों से पूछो, क्यूँ अश्क़ बह रहे हैं आँखों से पूछो। ज़ख्म मेरा भर ना पाया है अब तक, वफ़ा कर रहे उन वफ़ादारों से पूछो। हुआ क्यों मैं पागल दीवाना जहाँ में, प्यार के दुश्मन ज़माने वालों से पूछो। आदमी ही आदमी से डरने लगा क्यों, चलो इंसानियत के ठेकेदारों से पूछो। बिन तुम्हारे 'उजाला' कैसे जी रहा है, महफ़िल में आ कर वफ़ाओं से पूछो। ©अनिल कसेर "उजाला" दीवारों से पूछो
दीवारों से पूछो
read moretheABHAYSINGH_BIPIN
नज़र से नज़र मिलाकर तुम क्या करोगे, ख़ुद की नज़र में उठाकर तुम क्या करोगे। उठ रही हैं कितनी उंगलियाँ मुझ पर, मैं कैसा हूँ, ये बताकर तुम क्या करोगे। अब मुझमें रूहानी फ़क़ीर-सा जहाँ है, कदम से कदम मिलाकर तुम क्या करोगे। टूट चुका हूँ, बिखर चुकी है हस्ती मेरी, अब मुझसे रिश्ता निभाकर तुम क्या करोगे। बेमक़सद हूँ, अब ख़ुद का भी न रहा मैं, मुझे अपना बनाकर भी तुम क्या करोगी। मोहब्बत का साया जो राख़ हो चुका, उस राख़ को हवा देकर तुम क्या करोगी। ख़ुद को खो दिया और जहाँ को भी, मुझसे हाथ मिलाकर तुम क्या करोगे। बुझ चुकी है चिंगारी, फिर से नहीं जलेगी, राख़ में शोला जगाकर तुम क्या करोगे। भरी महफ़िल में अब मेरे चर्चे आम हैं, मेरी दामन को बचाकर तुम क्या करोगे। नहीं लग रही बोली इस नीलामी में मुझपर, मेरी हैसियत को बढ़ाकर तुम क्या करोगे। बदनामी के डर से पास खड़े न होते कुछ दोस्त, और मुझसे नज़दीकियाँ बढ़ाकर तुम क्या करोगे। मोम सा था दिल, अब तो पत्थर-सा हो गया, इस पाषाण को पिघलाकर तुम क्या करोगे। दुनिया ने जो किया, वो कर दिया, अब क्या होगा, तुम्हारी बातों से तसव्वुर करके तुम क्या करोगे। मुझसे मोहब्बत की जो जलती रही है आरज़ू, उस आरज़ू को जिन्दा कर तुम क्या करोगे। ©theABHAYSINGH_BIPIN #GoldenHour Sheetal Shekhar Sarfraz Ahmad Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Monu Kumar Saurabh Tiwari नज़र से नज़र मिलाकर तुम क
#GoldenHour Sheetal Shekhar Sarfraz Ahmad Author Shivam kumar Mishra (Shivanjal) Monu Kumar Saurabh Tiwari नज़र से नज़र मिलाकर तुम क
read moreKulvant Kumar
White "Love 💕 "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है " ©Kulvant Kumar #LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
#LOATips "बे वजह की आदत है ये इश्क, इक उमर के बाद पूछो तो इसका मुआवजा क्या है
read moreAnjali Singhal
"ख़ामोश निगाहों को पढ़ा है हमने, यूँ ही नहीं हम डूबे हैं इनमें! आँखों में भरकर ख़्वाब तुम्हारे, मत पूछो संग इनके हम जिएँ हैं कितने!!" Anj
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