Find the Latest Status about रहते थे तुझसे लिपटकर from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, रहते थे तुझसे लिपटकर.
Pinki love status
All you need is love मेरी दिल की धड़कन तुझसे है, मेरे सांसों की तड़पन तुझसे है, मुझे खुद पता नहीं मेरा मुझमें क्या है, मेरी हर चीज तुझसे है। ©Pinki love status #Loveमेरी दिल की धड़कन तुझसे है, मेरे सांसों की तड़पन तुझसे है #Nojoto #nojotohindi
M R Mehata(रानिसीगं )
जय माता दी ©M R Mehata(रानिसीगं ) अरमान बहुत थे....
Anuj Ray
रेत के घर बनाते रहते हैं" तुम्हीं को इश्क़ मेरी जान,मोहब्बत तुम्हीं को कहते हैं। पकाते हैं खिचड़ी अधेड़ धुन में, ज़िन्दगी तुम ही को कहते हैं। डरते हैं ख़्वाब टूट के बह जाए न पानी में, फिर भी रेत के घर बनाते रहते हैं। ©Anuj Ray # रेत के घर बनाते रहते हैं"
Shashi Bhushan Mishra
रेत के घर बनाते रहते हैं, स्वप्न दिल में सजाते रहते हैं, टूट जाए नहीं कोई सपना, नींद पलकों पे लाते रहते हैं, रहे रौशन सदा अरमान मेरे, एक दीपक जलाके रहते हैं, अंधेरी रात में डर का साया, राम धुन गुनगुनाते रहते हैं, बड़ी दुश्वारियां भरा जीवन, राग भैरव सुनाते रहते हैं, दरीचा-ए-दिल में रहे रौनक, रूठे रहबर मनाते रहते हैं, रहे मदहोश न दुनिया गुंजन, यहाँ सब आते-जाते रहते हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #रेत के घर बनाते रहते हैं#
Shashi Bhushan Mishra
White रेत के घर बनाते रहते हैं, स्वप्न दिल में सजाते रहते हैं, टूट जाए नहीं कोई सपना, नींद पलकों पे लाते रहते हैं, रहे रौशन सदा अरमान मेरे, एक दीपक जलाके रहते हैं, अंधेरी रात में डर का साया, राम धुन गुनगुनाते रहते हैं, बड़ी दुश्वारियां भरा जीवन, राग भैरव सुनाते रहते हैं, दरीचा-ए-दिल में रहे रौनक, रूठे रहबर मनाते रहते हैं, रहे मदहोश न दुनिया गुंजन, यहाँ सब आते-जाते रहते हैं, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #सब आते-जाते रहते हैं#
Vickram
बिना कुछ किए ही दुश्मन बन गया हर कोई। शायद नफरत करता तो हजारों मित्र होते। न आया औरों की तरह इधर की उधर करना। शायद तभी कुछ लोग भीड़ से काफी दूर रहते हैं ©Vickram #lakeview शायद इस लिए भी लोग तन्हां रहते हैं।
Neel
वो कह दें इश्क है तुझसे, मैं कह दूं फिर जताओ न, वो कह दें शर्म आती है, मैं कह दूं फिर बताओ न। महज़ कुछ दूरियाँ तुझसे, मुझे न रास आती हैं, वो कह दें पास आओ न, मैं कह दूं फिर सताओ न। 🍁🍁🍁 ©Neel इश्क है तुझसे 🍁
Arora PR
वो भी क्या दिन थे. ज़ब हम भी यारों क़ी महफिल मे शिरकत करते थे फिर वक़्त क्या बदला कि सब कुछ. बदल गया आज हम अपने बिस्तर पर पड़े पड़े या तो आसमान के तारो से मुख़ातिब होते है.. याफिर अपनी मंद होती हुई साँसो क़ो गिनते है ©Arora PR वो भी क्या दिन थे
Arun Mahra
जिसे हम चाहे वो मिलता कहां है हर जगह पर फूल खिलता कहां है लोग कहते हैं कि मिल जाते हैं चाहने से खुदा भी मगर मोहाबत ये राहों में हर किसी दिल मिलता मोहाबत नही ©Arun Mahra एक दिल मेरा इनकार करते रहते हैं मेरा दिल उनके पास बार बार जाते रहते हैं