Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शराबी पल्ले पड गया Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शराबी पल्ले पड गया from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शराबी पल्ले पड गया.

    LatestPopularVideo

Shashi Bhushan Mishra

#रह गया मलाल# #कविता

read more
ज़िन्दगी   बदहाल, 
रह   गया   मलाल, 

अधूरे   सब   स्वप्न, 
ख़्वाब और ख़्याल,

मिल    नहीं   पाये, 
गाल  और  गुलाल, 

बीज   का   रहबर, 
खेत  और  कुदाल,

शुष्क   धरती  पर, 
फसल  थी  बेहाल,

घर  में  किलकारी, 
मच  गया   धमाल, 

प्रेम   की    बारिश, 
गुंजन हुआ निहाल,
--शशि भूषण मिश्र 
  'गुंजन' प्रयागराज

©Shashi Bhushan Mishra #रह गया मलाल#

Chetram Nagauri

Arora PR

नमाज़ी या शराबी #कविता

read more

Rameshkumar Mehra Mehra

!# किया तो इश्क था,करनी पड रही है शायरी,है ना कमाल.. #Quotes

read more

Arora PR

दूर चला गया गया हैं वो #कविता

read more

Ganesh Joshi

वादा था मुकर गया... नशा था उतर गया... दिल था भर गया... इंसान था बदल गया.#.SAD #

read more

Mohit Gupta

टूट गया हू। #SAD

read more

Kiran Chaudhary

जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया। #शायरी

read more
ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है दोस्तों, 
 जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया।

©Kiran Chaudhary 
 जिसको कोई मिल गया वो और तन्हा हो गया।

Shashi Bhushan Mishra

#अरसा बीत गया# #शायरी

read more
अरसा  बीत गया  घर छोड़े, 
गाँव गली  सबसे  मुँह मोड़े,

निकल पड़ा रोजी तलाशने,
पग-पग  खाते संघर्ष थपेड़े,

कठिन समस्या  ने आ घेरा, 
बादल बन  घिर आए घनेरे,

वक़्त पे साथ  न देता कोई, 
मिल  जाते   साथी  बहुतेरे,

याद  बहुत  आते हैं  अपने, 
परदेशी   मन   शाम  सवेरे,

सफर में  कट जाती हैं रातें,
भूल  गये  सब   रैन  बसेरे,

पीड़ा कोई न समझे 'गुंजन',
विरह में मन को साँप डँसे रे,
 --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
       चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #अरसा बीत गया#

Shashi Bhushan Mishra

#रूठ गया जब# #शायरी

read more
रूठ गया जब मन का सपना, 
नींद ख़राब करूँ क्यों अपना, 

प्यास हृदय की  मिट जायेगी, 
राम  नाम  की  माला  जपना, 

मुफ़्त मिले तो मूल्य न समझे, 
सुख  पाने को  पड़ता  तपना, 

बुरा   वक़्त   पहचान  कराये, 
कौन  पराया  कौन है  अपना,

कोई  नहीं  बचा   है  जग  में, 
समय  चक्र है  सबका  नपना,

जगह दिलों में  बने तो बेहतर, 
अख़बारों  में  क्योंकर  छपना,

सदुपयोग  सीख   ले   'गुंजन',
पड़ता  है  सबको  ही  खपना,
  --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #रूठ गया जब#
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile