Find the Latest Status about कलियन चट from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कलियन चट.
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी साँसे घुटन भरी, हवा तबाही मचा रही है जोर जुल्म की अति कर दी हिटलर शाही सत्तायें अपना रही है चट व्यवस्था करके विरोध का अधिकार दबा रही है दबोच लिया जनता को सड़क से संसद तक अन्नदाता को सता रही है खुद अराजक हो कर,आंदोलन उनका दबा रही है दोयमदर्जे का मानकर,युद्ध उनके विरोध चला रही है अपराधी वाला व्यवहार करके गुलामी का चेहरा याद करवा रही है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Likho चट व्यवस्था करके, हिटलर शाही अपना रही है #nojotohindi
Kapil Agrawal
Ak Rajput
Pnkj Dixit
चट कर गई इश्क की मिट्टी .......वजूद मेरा मैं रुह का जिस्म लिए महबूब को ढूंढ़ता हूँ ३०/०६/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' चट कर गई इश्क की मिट्टी .......वजूद मेरा मैं रुह का जिस्म लिए महबूब को ढूंढ़ता हूँ ३०/०६/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' #शायरी
Pradeep Tiwari
Nisheeth pandey
#FourLinePoetry नई गर्लफ्रेंड के फरमाइस पर गुलाबजामुन ले कर मिलने जाते हुए ... कमबख्त पुरानी गर्ल फ्रेंड से भेट हो गई ... थोड़ा रोई धोई बातों बातों में गुलाबजामुन सारा चट कर मुंस्काई ... और जो नई गर्लफेंड गुलाबजामुन की टक टकी में तीतिया मिरचाई हो गई ..... 😱 #निशीथ 😱 ©Nisheeth pandey नई गर्लफ्रेंड के फरमाइस पर गुलाबजामुन ले कर मिलने जाते हुए ... कमबख्त पुरानी गर्ल फ्रेंड से भेट हो गई ... थोड़ा रोई धोई बातों बातों में ग
rk_के_अल्फाज
सोचो जरा....जब हम चूमते-चूमते तुम्हारे बदन को तुम्हारे गुलाब को चूमे हम,उनसे निकलता हर मकरंद हमारी जिव्हा पर लगता रहे, हम भी अपनी जिव्हा से उस मकरंद का खूब स्वाद चखे, जरा एक परत तुम्हारे गुलाब की हटा भीतर तक हमारी जिव्हा प्रवेश करवा सारा मकरंद चट कर जाए तुम्हारे उभरते स्तनों को ...जिव्हा से ही छुए हाथ ना लगाए तनिक भी तुमको,बस मेरी जिव्हा ही तुम्हारे बदन पर सारे करतब दिखाए ,कभी काटे हल्का सा तुमको,कभी बोसा इश्क़ का देते जाए लबो को तो बस सारा चट कर जाए, उभरते स्तनों पर जो तिल है उनको जिव्हा हमारी करतब दिखाए, तुमसे इश्क़ आज बस हमारी जिव्हा ही करती जाए।। ©rk_के_अल्फाज सोचो जरा....जब हम चूमते-चूमते तुम्हारे बदन को तुम्हारे गुलाब को चूमे हम,उनसे निकलता हर मकरंद हमारी जिव्हा पर लगता रहे,हम भी अपनी जिव्हा से उ
Das Sumit Malhotra Sheetal
कविता: जीवन की ताक़त। जब-जब ना कहीं फूल खिलते देखेंगे, फूल-फूल पर लिखना प्यार का नाम। तुम ही तो हमारे दिल के वेंटिलेटर हो, हमारे जीवन की ताक़त भी तुम सनम। सुनो ये दिल तो हम-तुम एक-दूसरे का, ले-दे चुके हैं और अब संग-संग है रहना। सबसे पहले एक-दूजे के माता-पापा जी, को मनाकर चट मंगनी पट विवाह करना। ब्याह करने के बाद हनीमून हमनें मनाना, उसके बाद फ़िर से दुनियादारी संभालना। ©Das Sumit Malhotra Sheetal कविता: जीवन की ताक़त। जब-जब ना कहीं फूल खिलते देखेंगे, फूल-फूल पर लिखना प्यार का नाम। तुम ही तो हमारे दिल के वेंटिलेटर हो, हमारे जीवन की
Akib Javed
* थोड़ा ख़मोशी ओढ़े किसी कोने में पड़ें पढ़ रहा अख़बार ढूँढ़ रहा है ख़बर! मिल जाए शायद उसे जो चाहिए चाशनी में डूबी हुई थोड़ा नमकीन सी भीनी खुशबूदार जिसे गटक कर खुश हो ले और काट ले अपने ये भयानक दिन जो नही मिलेंगे उसे ढूँढने से भी! शायद कब से इन्हीं दिनों का उसे इंतज़ार था जब आराम से वह भी किसी एकांत कोने में उठाता पूरे दिन वो एक अख़बार और चट कर जाता सारी की सारी ख़बर करता खूब आराम वो भी आराम से! -आकिब जावेद, बाँदा* * थोड़ा ख़मोशी ओढ़े किसी कोने में पड़ें पढ़ रहा अख़बार ढूँढ़ रहा है ख़बर! मिल जाए शायद उसे जो चाहिए चाशनी में डूबी हुई