Find the Latest Status about दुखापतीचे प्रकार लिहा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, दुखापतीचे प्रकार लिहा.
Shivkumar barman
एक खूबसूरत रिश्ते में एक विश्वास का स्थान होता है , जिसे समझ और सम्मान की उन बुनियाद पर ही टिकी होती है। इस प्रकार का रिश्ता दो व्यक्तियों के बीच गहरे संबंध और आपसी समझ को दर्शाता है। इसमें संवाद का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है, जहाँ दोनों पक्ष अपने विचार और भावनाओं को स्पष्ट रूप से साझा करते हैं। खूबसूरत रिश्ते में समर्थन और प्रेरणा का आदान-प्रदान होता है। दोनों व्यक्ति एक दूसरे के उस विकास को प्रोत्साहित करते हैं और मुश्किल समय में वो एक दूसरे का सहारा बनते हैं। छोटी-छोटी खुशियों को मिल-जुलकर मनाने से वो रिश्ता और भी मजबूत होता है। ©Shivkumar barman एक खूबसूरत #रिश्ते में एक #विश्वास का #स्थान होता है , जिसे समझ और सम्मान की उन #बुनियाद पर ही टिकी होती है। इस प्रकार का रिश्ता दो व्
Jitendra Giri Hindu
शिवस्य हृदयं विष्णुः, विष्णोश्च हृदयं शिवः। यथा शिवमयो विष्णुः, एवम् विष्णुमयः शिवः॥ अर्थ: भगवान शिव के हृदय में भगवान विष्णु विराजमान हैं
read moreBharat Bhushan pathak
मण्डूक दोहे पृथ्वी धारे तब हमें,काटें जब ना पेड़। जान लीजिए सूत्र ये,प्राणों के यह मेंड़।।१ माने मेरी बात ये,उपयोगी उपहार। देते खाना अरु दवा,रोपें वृक्ष हजार।।२ रोपें नित्य पेड़ एक,होता जो फलदार। पुत्र जैसे ही मानें,सदा करे उपकार।।३ कहे धरा हमको यही,मानो मेरी बात। वैरी सुन लो ना बनो ,नहीं करो आघात।४ मेटे जो खुद को यहाँ,हमको देते ठौर। भूले न उनको छाँटें ,भोजन जो दे सौर।।५ इनसे ही होता यहाँ,सदा सुखी संसार। शस्य-श्यामला हो धरा,हरियाली विस्तार।।६ ©Bharat Bhushan pathak #मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu मण्डूक दोहे
#मण्डूक_दोहे#छंद#वृक्ष#पेड़#नोजोटो_हिन्दी hindi poetry on life love poetry in hindi sad urdu poetry poetry deep poetry in urdu मण्डूक दोहे
read moreRavendra
अपराध-नियंत्रण तथा आमजन में सुरक्षा की भावना जाग्रत करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा नगर क्षेत्र में पैदल भ्रमण किया गया* पुलिस अधीक्
read moreRakesh frnds4ever
White मुख से जो शब्द निकलते हैं उनको तो सभी अपने अपने हिसाब से सुन लेते हैं क्योंकि शब्दों के अर्थ हर कोई अपनी अपनी समझ के हिसाब से लगता है,, किस व्यक्ति ने कहे है किस जगह कहे हैं किस विषय पर कहे हैं किसलिए कहे हैं क्यों कहे हैं,, इन आधारों पर हर कोई हर प्रकार से अलग अलग अर्थ मतलब निकाल कर सुनता तो है पर उनके अर्थों को समझता कोई नहीं,,, और दिल से जो शब्द निकलते हैं उनको समझना तो दूर किसी को सुनाई तक नहीं देते हैं,, ©Rakesh frnds4ever #मुख से जो शब्द निकलते हैं उनको तो सभी अपने अपने हिसाब से सुन लेते हैं क्योंकि #शब्दोंकेअर्थ हर कोई अपनी अपनी #समझ के हिसाब से लगता ह
#मुख से जो शब्द निकलते हैं उनको तो सभी अपने अपने हिसाब से सुन लेते हैं क्योंकि #शब्दोंकेअर्थ हर कोई अपनी अपनी #समझ के हिसाब से लगता ह
read more