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Stories related to dark love poetry for her

Mohammed Zeeshan Ali

#Book #Poetry love poetry for her

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Unsplash May God achieve this goal in life
I pray to forget you and your name comes in my prayers.

©Mohammed Zeeshan Ali #Book #Poetry  love poetry for her

Surjo

#traveling love poetry for her

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Unsplash Happy New year 2024

©Surjo #traveling  love poetry for her

Ritesh Saraiya

love poetry for her

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White "પાનખર એવી આવી છે જીંદગીના આ પડાવમાં, 
વિસરાતી નથી વસંતની વેદના કંઇ  કેટલાય વરસોની...."

R. M.'S.

©Ritesh Saraiya  love poetry for her

Sanjay Thakur

Ajay Tanwar Mehrana

#love_shayari poetry love poetry for her

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White भूल गई वो 

करती रही वो सारी रात म़होब्बत की बात ...
....बस म़होब्बत करना भूल गई !

मेरे इस पागल जिस्म़ के साथ रही सारी रात ...
....महज इसे छूना भूल गई !

भूल गई जमाने की हर बात दी गई सौगात ...
... बस मुझे भूलना भूल गई !

इसलिए मुझे है वो बर्द़ाश्त मेरे ये जज़्बात ...
समझती है वो समझाना भूल गई !

©Ajay Tanwar Mehrana #love_shayari  poetry love poetry for her

Luv___.07

#love_shayari love poetry for her

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White good morning my friends

©Luv___.07 #love_shayari  love poetry for her

qais majaz,dark

#love_shayari love poetry for her

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White   Dekho aaina tumhara sharat karta hai 
Tumhare aaine se zaahir ho raha hu mai 
Ye ishq khel to nahi tha mere liye 
Ab isi me maahir ho raha hu mai 
Har ek chaal jaanta hu raqeebo ki
Har kadam ab to shaatir ho raha hu mai 
Rooh shanasa ho rahi hai apse 
Baam pe se hi kardo ishara 
Kya tumhe haasil ho raha hu mai 
Marti ho tum kisi pe 
Kya itna kaatil ho gaya hu mai 
Har pal tasavvur me tum rehti ho
Kya tumhare khyalo me bhi shamil ho gaya hu mai

Angrezi lehja
तुम्हारे अंग्रेजी तलफ़्फ़ुज़ से मुतासिर हो रहा हूँ
 मैं सम्भालो मुझे बहक रहा हूँ काफ़िर हो रहा हूँ मैं 
उफ़ ये विलायती लहजा इश्क़ के कफस बना रहा है 
मेरा खुद पे इख़्तियार नहीं असीर हो रहा हूँ मैं 
उफ़ ये शीरी ज़ुबान ईजाद करतीं है डीप रोमांस 
क़ैस तो गया जहाँ से बस आशिक हो रहा हूँ मैं 
देखो आईना तुम्हारा शरारत करता है 
तुम्हारे आईने से ज़ाहिर हो रहा हूँ मैं 
ये इश्क़ खेल तो नहीं था मेरे लिए 
अब इसी मे माहिर हो रहा हूँ मैं 
हर एक चाल जानता हूँ रकीबो की 
हर कदम अब तो शातिर हो रहा हूँ मैं 
रूह शनासा हो रही है आपसे,बाम पे से ही कर दो इशारा 
क्या तुम्हें हासिल हो रहा हूँ मैं 
मरती हो तुम किसी पे ये झुकी नज़र बयां करतीं है 
क्या वो ही कातिल हो रहा हूँ मैं 
हर पल तसव्वुर मे तुम रहती हो 
क्या तुम्हारे ख्यालो मे शामिल हो रहा हूँ मैं

©qais majaz,dark #love_shayari  love poetry for her

qais majaz,dark

#sad_quotes love poetry for her

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White *उसका सूखा गुलाब*

एक मुद्दत पेशतर जो गुलाब दिया था तुमने, वो आज भी मेरे इंग्लिश 
के रिसाले में महकता है,उस सूखे गुलाब से मुअत्तर रहती है आज
 भी मेरी साँसे,
हाँ वो किताब खाना वो मोहबतों की लाइब्रेरी,वो खूबसूरत जन्नत 
जैसी किताबों का शहर,तुम से मेरी रूह को जोड़ने का एक लौता
 जंकशन है,वो बात कैसे भूल सकता हु मैं, 
जब मुझसे पहली बार तुम्हारा वस्ल हुआ था, मैं डेस्क पर बैठा हुआ बे
 दिलचस्पी से हिस्ट्री की किताब पढ़ रहा था, दरअसल पढ़ नहीं रहा 
था बोर हो रहा था,
तुम मेरे रू ब रू ही बैठी थी सिले हुए लब लेकर, इधर उधर सौ 
मर्तबा देखा तुमने, और बड़ी बेतकल्लुफी से अपनी ख़ामोशी तोड़ी,
और बड़े अदब से नर्म लहज़े में गुफ्तगु की थी,और पूछा था जनाब 
फलां इंग्लिश ग्रामर की बुक कहाँ से मयस्सर होगी,उस दिन के बाद
तुम करीब बैठने लगी नज़दीकियां बढ़ने लगी , 
तुम्हारी सेंडल मेरे जूते टकरा जाते थे अनजाने में और फिर 
ये शरारते हर रोज़ जान के होने लगी, 
और फिर जैसे इन के टकराने का जूँ सिलसिला ही चल पड़ा हो,
मोहब्बत परवान चढने लगी,मुख्तलिफ राहें कुछ ऐसे मिली जैसे
 अज़ल से लिखें थे तुम नसीब में मेरे, तुम्हारी हथेली में होंगी शायद
 रेखायें मेरी,तन्हा करते करते सफ़र बन ही गए हम हमसफ़र!

©qais majaz,dark #sad_quotes  love poetry for her

Jatt Sing

dipak boro

love poetry for her

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White মন  মলয়া 

কলিয়নি  নদীৰ দাঁতিত 
কহুঁৱা  জোপাৰ  মাজত 
তোমাক  বিচাৰি  ফুৰিছো।
সপোন  পৰাশা  চৰাইবোৰ 
মন-আকাশত  উৰি  ফুৰিছে ।
বনৰ  মাজে  মাজে 
মইনা  জাকেও
লুকা  ভাকো  খেলিছে ।
শূণ্য  আকাশৰ....
বিশাল  মেঘৰ  আঁৰত 
তুমাকেই  যেন  দেখিছোঁ 
সাবটিব  খুজিও 
বাৰে  বাৰে  উজতিহে  খাইছোঁ।

                                     দীপক বড়ো

©dipak boro  love poetry for her
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