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Stories related to प्लास्टर के लिए सीमेंट-रेत अनुपात

Satish Kumar Meena

रेत

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Red sands and spectacular sandstone rock formations रेत पर बने पदचिन्ह संकेत दिया करते हैं कि रास्ता सटीक और मंजिल भी सही है जो गंतव्य तक पहुंचा सकती है।

©Satish Kumar Meena रेत

Pravin Mishra

#love_shayari pyari मोहब्बत के लिए...

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White yaha taklif bhi hai our shor bhi 
mujhme himmat bhi hai hun kamjor bhi 
aise toh tum mujhe kho dogi
tumhe mai bhi chahiye? our fir koi our bhi..... *___💔💔🖤❤‍🔥

©Pravin Mishra #love_shayari pyari  मोहब्बत के लिए...

Jay Shri Ram

बुआ के लिए शायरी 2025 नया साल बुआ के लिए शायरी

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RUPESH Kr SINHA

#मदत के लिए त्याग ज़रूरी है

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Abhi

#lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

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Unsplash ये सातों जन्म का साथ है इसे हम नहीं तोड़ेंगे 
तूने भलाई छोड़ दिया हो हमें हम तुझे नहीं छोड़ेंगे।

©Abhi #lovelife शायरी मोहब्बत के लिए

Sunil Kumar Maurya Bekhud

#रेत में मंजिल

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White फ़ाहिज्ज्ज् कलजी ब्जकी

©Sunil Kumar Maurya Bekhud #रेत में मंजिल

Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

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सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

Parasram Arora

#good_night झूलसी रेत

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White बारिश की पहली 
फुवार उस झूलसी
हुई रेत को काफ़ी राहत दें  गया है 
r
तभी तो  वो विसतीर्ण 
रेगिस्तान रेत  से उठी 
सोंधी खुशबु  से महक उठा है

©Parasram Arora #good_night झूलसी रेत

Parasram Arora

रेत के सरोवर मे

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White सहरा  के सफऱ मे वो 
चलते चलते 
ठिठक कर   ठहर गया हैँ 

लगता हैँ  कहीं उसे 
इस रेत के सरोवर मे
 कोई बहता हुआ झरना  
 दिख गया हो

©Parasram Arora  रेत के सरोवर मे

harshit tyagi

खाने के लिए खुद कामना पड़ेगा...

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White कमाने की सोचो जमाने की नही, 
जमाना सिर्फ दो ही चिज दे सकता है सलाह और ताना

©harshit tyagi खाने के लिए खुद कामना पड़ेगा...
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