Find the Latest Status about आपराधिक न्याय from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, आपराधिक न्याय.
Yogi Sonu
hanuman jayanti 2024 उपनिषद कहता है अपने आप को ब्रह्म जानो आत्मा और परमात्मा में अभेद संबंध स्थापित करो न्याय पूर्वक धन प्राप्त करो और चोरी मत करो इससे तुम्हारे अंत करण की शुद्धि होगी यह किसी परमात्मा के लिए नही अपनी अंतकरण की शुद्धि और अभयता के लिए सबसे सरल मार्ग है । #qotes ©Yogi Sonu उपनिषद कहता है अपने आप को ब्रह्म जानो आत्मा और परमात्मा में अभेद संबंध स्थापित करो न्याय पूर्वक धन प्राप्त करो और चोरी मत करो इससे तुम्हार
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Avinash Gupta
हर बार झूठला कर देखा उन्होंने पर सच्ची निकली वो बात कचहरी के शोर गुल में फिर दबा दी गई एक आवाज -Mr.Avi ©Avinash Gupta #न्याय
चौधरी पंकज सिंह
रामनवमी की शुभकामनाएं :- —————————— आप समस्त देशवासियों को चौधरी लीगल सर्विसेज की तरफ से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जन्मोत्सव के पावन पर्व “श्री रामनवमी" की हार्दिक शुभकामनाएँ। भगवान श्री राम ने जीवन में आदर्श, त्याग, सत्य, नैतिकता, न्याय और निष्ठा के प्रतिमान स्थापित किए हैं। मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम का जीवन चरित्र समस्त मानव जाति के लिए एक आदर्श एवं कल्याणकारी है। #advocatepankajsingh ©चौधरी पंकज सिंह #navratri रामनवमी की शुभकामनाएं :- —————————— आप समस्त देशवासियों को चौधरी लीगल सर्विसेज की तरफ से मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जन्मोत्
Anil Ray
किसी भी राष्ट्र की प्रगति को राष्ट्र में वर्तमान महिलाओं की प्रगति से मापन किया जाना चाहिए। ✍🏻...डॉ. भीमराव अम्बेडकर ©Anil Ray बादशाह-ए-कलम..........✍🏻🙏🏻 दुनिया की प्रत्येक विचारधारा ने लाखों-करोड़ो मानवों का रक्त बहाकर एक रक्तरंजित बाढ में स्वयं के वज़ूद को स्थापित
N S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} नियुक्त किये हुए न्यायाधिकारी पुरुष अपराधियों के अपराध की मात्रा को भली भाँति जानकर जो दण्डनीय हों, उन्हें ही उचित दण्ड दें पढ़िए महाभारत !! 🌷🌷 महाभारत: आश्रमवासिका पर्व पंचम अध्याय: श्लोक 18-32 📔 भारत। जिन मनुष्यों के कुल और शील अच्छी तरह ज्ञात हों, उन्हीं से तुम्हें काम लेना चाहिये। भोजन आदि के अवसरों पर सदा तुम्हें आत्मरक्षा पर ध्यान देना चाहिये। आहार विहार के समय तथा माला पहनने, शय्या पर सोने और आसनों पर बैठने के समय भी तुम्हें सावधानी के साथ अपनी रक्षा करनी चाहिये। युधिष्ठिर। कुलीन, शीलवान्, विद्वान, विश्वासपात्र एवं वृद्ध पुरुषों की अध्यक्षता में रखकर तुम्हें अन्तःपुर की स्त्रियों की रक्षा का सुन्दर प्रबन्ध करना चाहिये। राजन्। तुम उन्हीं ब्राह्मणों को अपने मन्त्री बनाओ, जो विद्या में प्रवीण, विनयशील, कुलीन, धर्म और अर्थ में कुशल तथा सरल स्वभाव वाले हों। उन्हीं के साथ तुम गूढ़ विषय पर विचार करो, किंतु अधिक लोगों को साथ लेकर देर तक मन्त्रणा नहीं करनी चाहिये। सम्पूर्ण मन्त्रियों को अथवा उनमें से दो एक को किसी के बहाने चारों ओर से घिरे हुए बंद कमरे में या खुले मैदान में ले जाकर उनके साथ किसी गूढ़ विषय पर विचार करना। जहाँ अधिक घास फूस या झाड़ झंखाड़ न हो, ऐसे जंगल में भी गुप्त मन्त्रणा की जा सकती है, परंतु रात्रि के समय इन स्थानों में किसी तरह गुप्त सलाह नहीं करनी चाहिये। 📔 मनुष्यों का अनुसरण करने वाले जो वानर और पक्षी आदि हैं, उन सबको तथा मूर्ख एवं पंगु मनुष्यों को भी मन्त्रणा गृह में नहीं आने देना चाहिये। गुप्त मन्त्रणा के दूसरों पर प्रकट हो जाने से राजाओं को जो संकट प्राप्त होते हैं, उनका किसी तरह समाधान नहीं किया जा सकता - ऐसा मेरा विश्वास है। शत्रुदमन नरेश। गुप्त मन्त्रणा फूट जाने पर जो दोष पैदा होते हैं और न फूटने से जो लाभ होते हैं, उनको तुम मन्त्रिमण्डल के समक्ष बारंबार बतलाते रहना। राजन्। कुरूश्रेष्ठ युधिष्ठिर। नगर औश्र जनपद के लोगों का हृदय तुम्हारे प्रति शुद्ध है या अशुद्ध, इस बात का तुम्हें जैसे भी ज्ञान प्राप्त हो सके, वैसा उपाय करना। नरेश्वर। न्याय करने के काम पर तुम सदा ऐसे ही पुरुषों को नियुक्त करना, जो विश्वासपात्र, संतोषी और हितैषी हों तथा गुप्तचरों के द्वारा सदा उनके कार्यों पर दृष्टि रखना। भरतनन्दन युधिष्ठिर। तुम्हें ऐसा विधान बनाना चाहिये, जिससे तुम्हारे नियुक्त किये हुए न्यायाधिकारी पुरुष अपराधियों के अपराध की मात्रा को भली भाँति जानकर जो दण्डनीय हों, उन्हें ही उचित दण्ड दें। 📔 जो दूसरों से घूस लेने की रुचि रखते हों, परायी स्त्रियों से जिनका सम्पर्क हो, जो विशषतः कठोर दण्ड देने के पक्षपाती हों, झूठा फैसला देते हों, जो कटुवादी, लोभी, दूसरों का धन हड़पने वाले, दुस्साहसी, सभाभवन और उद्यान आदि को नष्ट करने वाले तथा सभी वर्ण के लोगों को कलंकित करने वाले हों, उन न्यायाधिकारियों को देश काल का ध्यान रखते हुए सुवर्ण दण्ड अथवा प्राण दण्ड के द्वारा दण्डित करना चाहिये। प्रातःकाल उठकर (नित्य नियम से निवृत्त होने के बाद) पहले तुम्हें उन लोगों से मिलना चाहिये, जो तुम्हारे खर्च बर्च के काम पर नियुक्त हों। उसके बाद आभूषण पहनने या भोजन करने के काम पर ध्यान देना चाहिये। जय श्री राधे कृष्ण जी।। ©N S Yadav GoldMine #SAD {Bolo Ji Radhey Radhey} नियुक्त किये हुए न्यायाधिकारी पुरुष अपराधियों के अपराध की मात्रा को भली भाँति जानकर जो दण्डनीय हों, उन्हें ही उ
Harshvardhan असरार जौनपुरी
डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी - डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी क्या बताएं डेमोक्रेसी देख रहे हैं डेमोक्रेसी फर्जी नारों की डेमोक्रेसी जुमलेबाजी की डेमोक्रेसी मंदबुद्धि की डेमोक्रेसी मरी मीडिया की डेमोक्रेसी अराजकता की डेमोक्रेसी सत्ता लूट की डेमोक्रेसी फर्जी विचारधारा की डेमोक्रेसी दक्षिणपंथी डेमोक्रेसी वामपंथ की डेमोक्रेसी मुख्यधारा की डेमोक्रेसी अजब गजब डेमोक्रेसी रंग बिरंगी डेमोक्रेसी ब्लैक एंड व्हाइट डेमोक्रेसी लूट रही है डेमोक्रेसी हंस रही है डेमोक्रेसी बर्बरता की डेमोक्रेसी रोज लूटे है डेमोक्रेसी रोज पीटे है डेमोक्रेसी हमारी अपनी डेमोक्रेसी गुंडागर्दी की डेमोक्रेसी गैर कानूनी डेमोक्रेसी चीख रही है डेमोक्रेसी घुट रही है डेमोक्रेसी दम तोड़ती डेमोक्रेसी चौकी थाने की डेमोक्रेसी माफिया की अपनी डेमोक्रेसी नकल माफिया की डेमोक्रेसी अपराध उद्योग की डेमोक्रेसी कॉरपोरेट फंडिंग की डेमोक्रेसी इलेक्टोरल बांड की डेमोक्रेसी ऐसी नौटंकी डेमोक्रेसी न्याय में बिकती डेमोक्रेसी झूठ नहीं है ये डेमोक्रेसी मजबूर हुई है डेमोक्रेसी मजबूत हुई है डेमोक्रेसी शांत सब सहती डेमोक्रेसी कुछ न कहती डेमोक्रेसी सबके दिल में डेमोक्रेसी न रोती हंसती डेमोक्रेसी ऐसी हो गई डेमोक्रेसी रंग बेरंग की डेमोक्रेसी नॉर्वे डेनमार्क की डेमोक्रेसी ऐसी ना अपनी डेमोक्रेसी ऐसी ही यहां की डेमोक्रेसी चंचल मन की डेमोक्रेसी कविता असरार की डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी ©Harshvardhan असरार जौनपुरी #Emotional डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी - डेमोक्रेसी डेमोक्रेसी क्या बताएं डेमोक्रेसी देख रहे हैं डेमोक्रेसी फर्जी नारों की डेमोक्रेसी जुमल
Krishna
"यहाँ सारे गवाह मर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll तबाही पर वाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll जिनके अहंकार को वक्त ने जमींदोज किया, वो सारे शहंशाह मर चुके हैं गवाही कौन देगा ll जिनसे उम्मीद थी मुंह खोलेंगे, सच बोलेंगे, वो सारे गुनाह कर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll नयनों में बंद सबूत थे पर ज्यादातर झूठ थे, नयन गुमराह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll आय के बढ़ने से न्याय का घटना, ये संकेत बुरे हैं, हम बार-बार अगाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll तस्वीर के लिए संबंधित मालिक का श्रेय एवं धन्यवाद! #poetrylovers #lifequotes #poem ©Krishna #"यहाँ सारे गवाह मर चुके हैं, गवाही कौन देगा ll तबाही पर वाह कर चुके हैं गवाही कौन देगा ll जिनके अहंकार को वक्त ने जमींदोज किया, वो स
Deepa Didi Prajapati
किसी निर्दोष को इतना मत सताना,कि उसके करूण रुदन से प्रकृति भी छटपटा उठे। प्रकृति का नयाय बड़ा प्रचंड है। ©Deepa Didi Prajapati # प्रकृति # का न्याय
shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Blue Moon तुम्हारी नियत में खुदा के *अहकाम नजर नहीं आते बखूदा इसलिए हम तुम्हें नज़र नहीं आते//१ सच में बईमानो की यही एक ख़राबी है*मिजान _ए _अदल के इन्हे मंजर नजर नहीं आते//२ जिनको फिक्र नहीं अपने अंजाम_ए-हश्र की, उनको*दोजख ए दहर नजर नहीं आते//३ *चश्म ए हासिद से अपनी*मसर्रतें बचाके रखना ,मासूमों को नजारे*सहर के नजर नहीं आते//४ *मिजाने_विरासत*दस्त में थामना हरेक के बस की बात नहीं,ये और बात है वालिदेन में भी थामने के आसार नजर नहीं आते // "शमा"एहकाम ए खुदा पर वही चलते है,जिन्हे खौफ ए खुदा हो,के *मुनाफिकों को खुदा के *रहबर नजर नहीं आते//६ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #bluemoon तुम्हारी नियत में खुदा के *अहकाम नजर नहीं आते बखूदा इसलिए हम तुम्हें बशर नज़र नहीं आते//१ *निर्देश,फरमान सच में बईमानो की यही एक