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theABHAYSINGH_BIPIN
तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी है। अब तो करवटों में कटती हैं रातें मेरी, तुमने सपनों में आकर रातें आधी की हैं। बेसब्र भटक रहा था मैं दर-ब-दर, मेरी टूटती उम्मीदों को राहत दी है। उदासियों में बीत रहा था दिन मेरा, मेरे सूखे होठों को हंसी दी है। पूरा बचपन जो अंधेरों में कटा मेरा, तूने आकर मेरे जीवन को रोशनी दी है। ©theABHAYSINGH_BIPIN #boat तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह
#boat तुमने मुझे छू क्या लिया नजरों से, मेरे सपनों को एक पैगाम दी है। सोचता हूं मैं फुरसत में काम टालकर, वर्षों से दबी जज़्बात को हवा दी ह
read moreNeeraj Vats
मां - बेटी! अच्छे से पढ़ो लिखो ताकि कल को जीवन आरामदायक हो सके। बेटी - क्यों चिंता कर रही हो मां? मिल जाएगा मुझे कोई व्यापारी या फिर नौकर सरकारी। दहेज लेना देना वैसे जुर्म है तो वो आपको देना नहीं पड़ेगा। उल्टा मैं ही कल को कोर्ट जाकर उसकी आधी जायदाद और ले आऊंगी। जब तक केस चलेगा महीना गुजारे के नाम पर ऐश करूंगी फिर उसका खुद का चाहे कुछ भी हो।। #भारतीय_न्याय_व्यवस्था 😂🤣😂 ©Neeraj Vats #GoodMorning #good_morning #vibes #Truth #Truth_of_Life #indianjudiciary #justice #womanequality #womanpower मां - बेटी! अच्छे से पढ़ो
#GoodMorning #good_morning #vibes #Truth #Truth_of_Life #indianjudiciary #justice #womanequality #womanpower मां - बेटी! अच्छे से पढ़ो
read moreManjeet
White आधी रात होने को आई है, उसे भूलने की खातिर आज फिर उस लड़के ने सिगरेट जलाई है.. ❣️Ⓜαทʝεεt❣️ ©Manjeet आधी रात होने को आई है, उसे भूलने की खातिर आज फिर उस लड़के ने सिगरेट जलाई है.. ❣️Ⓜαทʝεεt❣️ #good_night #love #poetry #manjeetpoonia quote o
आधी रात होने को आई है, उसे भूलने की खातिर आज फिर उस लड़के ने सिगरेट जलाई है.. ❣️Ⓜαทʝεεt❣️ #good_night #Love poetry #manjeetpoonia quote o
read moreबेजुबान शायर shivkumar
मेरे लिए मेरे मन का पुष्प भी तुम मेरे लिए मेरे जीवन का हर त्यौहार भी तुम नवंबर की सी शाम भी तुम दिसंबर की सौंधी धूप भी तुम बारिश की बूंद भी तुम बसंत की महक भी तुम पतझड़ में नारंगी पड़ता बाग भी तुम बरसात में हरियाली से भरता कोई चारागाह भी तुम पहाड़ों की सुबह भी तुम समंदर किनारे की हवा भी तुम कहीं सुकून से बैठे हुए मेरा कोई विचार भी तुम रात को आसमान में गिनता हुआ तारा भी तुम मेरी आधी किस्मत को पूरा करने का सहारा भी तुम मेरे बालों को सहलाने वाले हाथ भी तुम मुझे पुकारने वाली आवाज भी तुम तुम शायद सब हो मेरे जीवन में मुझे मिल के पूरा कर जाने वाले ख्वाब भी तुम .. ©बेजुबान शायर shivkumar मेरे लिए मेरे मन का #पुष्प भी तुम मेरे लिए मेरे #जीवन का हर #त्यौहार भी तुम नवंबर की सी #शाम भी तुम दिसंबर की सौंधी #धूप भी तुम #