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Shubham Bhardwaj
White देखकर सूर्य उदय की लाली, मन सभी का नाच उठा। हर तरफ हो गया उजाला, सारा जगत ही जाग उठा।। ©Shubham Bhardwaj #Yoga #सूर्य #उदय #योग #नाच #जाग #उठा
बेजुबान शायर shivkumar
White आसमान पर देखो तो जमकर बादल सा छाए है ये काले बादल भी आसमान को घेर रखे है ! वो आँचल की छांव भी कितने ये घने है, ये पेड़-पौधे , वृक्ष जहाँ मिलेंगे ये रिमझिम-रिमझिम बरसेंगे ! मन का मयूर जैसा नाच रहा देखो तो , बादलों के गरजने से ऐसा लगता है ! जैसे मधुर संगीत का ये संगम हो रहा है आज है तो कल है, जल है तो जीवन है ! गम है तो खुशी है, आत्मा है तो शरीर है, सच है तो झूठ भी है, जैसा भी हो, ये जीवन है ! ये जीवन के रंग भी अनेक हैं, एक ख़्वाब सा बुनता है सुजीत ! अमन ए चैन का, जमाने को न जाने क्या हो गया है सबके सब यहाँ, रक्त का दरिया बहाने को यु बेचैन है ! आसमान पर देखो तो जमकर बादल सा छाए है ये काले बादल भी आसमान को घेर रखे है.....!! ©Shivkumar #turnblack #turn #Nojoto #nojotohindi #turn_black #आसमान पर देखो तो जमकर #बादल सा छाए है ये काले बादल भी आसमान को घेर रखे है !
#turnblack #turn #nojotohindi #turn_black #आसमान पर देखो तो जमकर #बादल सा छाए है ये काले बादल भी आसमान को घेर रखे है ! #खुशी #कविता #संगीत #आँचल
read moreਸੀਰਿਯਸ jatt
चूतिया लुगाई ले कर नाच रहा है Sad song पर! बिहारी चूतिया होते हैं! 😂😂😂 Sad song की मां बहन चोद कर रख दी! मेरा favourite song था! #Videos
read moreAJAY NAYAK
White नाच न आवे तो, अंगनवा ही टेढ़ा है यही जमाना है कुछ न मिला तो अंगूर खट्टे थे ही साथ में बिना देखे ही उसमे कीड़ा है, उससे फला बीमारी होती है, उसमे ये कमी है तो, उसमे ये कमी है! बचकर रहें ऐसों से _________ ©AJAY NAYAK #Hope नाच न आवे तो, अंगनवा ही टेढ़ा है यही जमाना है कुछ न मिला तो अंगूर खट्टे थे ही साथ में बिना देखे ही उसमे कीड़ा है, उससे फला बीमारी
Shaarang Deepak
Shri Hanuman Chalisa (श्री हनुमान चालीसा) chaupai (29 & 30) explained with Hindi meaning (हिंदी अनुवाद/ अर्थ) ॥ Let's Learn with The Mystic #भक्ति #hanumanjayanti #JaiShreeRam #Shorts #hanumanji #hanumanchalisa #hanumantemple #हनुमान_चालीसा #hanumanbhajan
read moreबेजुबान शायर shivkumar
जय हो तेरी ऋषि कात्यायन पुत्री मां कात्यायनी, स्वर्ण जैसे सुनहरी तन वाली आभा तेरी मन मोहिनी । ब्रह्मा,विष्णु व महेश के तेज से चतुर्थी को उत्पत्ति, उस दिन से असुरों पर आई बहुत बड़ी विपत्ति । कात्यायनी मां का छठे दिवस करो तुम ध्यान, सब बाधाएं दूर करें मां है कृपा निधान । लाल चुन्नी व मधु है मां को अत्यंत प्रिय, ध्यान रखना मिलेगा तुम्हें शौर्य । जग की तारणहार देवी का कात्यायनी नाम, मन से करो आराधना मिलेगा मोक्ष धाम । चार भुजा धारी करती सिंह की सवारी, दुःखों को तुम हरती हम हैं तेरे आभारी । सब देवी-देवताओं को थी तुमसे बहुत आस, दशमी को किया असुर महिषासुर का विनाश । कोई बाधा है अगर तुम्हारे विवाह में, हो जाएगी पूरी देवी मां की चाह में । हे ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी, रखना ध्यान तेरे चरणों में है यह कवि । मां कात्यायनी रोग,शोक, संताप,भय नाशिनी, मां कात्यायनी अर्थ,धर्म, काम,मोक्ष दायिनी । ©Shivkumar #navratri #नवरात्रि #नवरात्रि2024 जय हो तेरी ऋषि कात्यायन पुत्री मां कात्यायनी, स्वर्ण जैसे सुनहरी तन वाली आभा तेरी मन #मोहिनी । #ब्रह्मा
N S Yadav GoldMine
{Bolo Ji Radhey Radhey} सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्ति के लिए सहस्र चंडी यग्न का महत्व हमारे धर्म-ग्रंथों में बताया गया है। इस यग्न को सनातन समाज में देवी माहात्म्यं भी कहा जाता है। सामूहिक लोगों की अलग-अलग इच्छा शक्तियों को इस यज्ञ के माध्यम से पूरा किया जा सकता है। अगर कोई संगठन अपनी किसी एक इच्छा की पूर्ति या किसी अच्छे कार्य में विजयी होना चाहता है तब यह सहस्र चंडी यग्न बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। असुर और राक्षस लोगों से कलयुग में लोहा लेने के लिए इसका पाठ किया जाता है। 📜 मार्कण्डेय पुराण में सहस्र चंडी यग्न की पूरी विधि बताई गयी है। सहस्र चंडी यग्न में भक्तों को दुर्गा सप्तशती के एक हजार पाठ करने होते हैं। दस पाँच या सैकड़ों स्त्री पुरुष इस पाठ में शामिल किए जा सकते हैं और एक पंडाल रूपी जगह या मंदिर के आँगन में इसको किया जा सकता है। यह यग्न हर ब्राह्मण या आचार्य नहीं कर सकता है। इसके लिये दुर्गा सप्तशती का पाठ करने वाले व मां दुर्गा के अनन्य भक्त जो पूरे नियम का पालन करता हो ऐसा कोई विद्वान एवं पारंगत आचार्य ही करे तो फल की प्राप्ति होती है। विधि विधानों में चूक से मां के कोप का भाजन भी बनना पड़ सकता है इसलिये पूरी सावधानी रखनी होती है। श्री दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से पहले मंत्रोच्चारण के साथ पूजन एवं पंचोपचार किया जाता है। यग्न में ध्यान लगाने के लिये इस मंत्र को उच्चारित किया जाता है। ©N S Yadav GoldMine #navratri {Bolo Ji Radhey Radhey} सहस्र चंडी यग्न :- 📜 सत्ता बल, शरीर बल, मनोबल, शस्त्र बल, विद्या बल, धन बल आदि आवश्यक उद्देश्यों को प्राप्