Find the Latest Status about independence day poem for nursery class from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, independence day poem for nursery class.
Ajita Bansal
New Year 2025 नया साल आया है, नई उम्मीदें लेकर, सपनों की दुनिया अब नये रंगों से सजे। हर दिन हो शुभ, हर रात हो रोशन, खुशियों से भरी हो ये नयी शुरुआत। पुरानी यादों को छोड़, चलें आगे हम, नई राहों पर, नए क़दम। सपने हों पूरे, दिलों में हो विश्वास, साल 2025 हो, सफलता से भरा खास। जो बीता, वह सीख है, जो आने वाला है, वो खुशियों का खजाना, जो हमें पाना है। समय की रेत पर लकीरें न छोड़ें, साथ चलें हम, बस यही है शेरों। नववर्ष की शुभकामनाएं, सबको मिले सुख-शांति, हर दिल में हो प्रेम, और जीवन में हो ध्वनि। साल 2025 हो, हम सब के लिए मंगलमय, नई उम्मीदें, नई शुरुआत, हो सभी के लिए सफलाय। ©Ajita Bansal #Newyear2025 poem of the day
#Newyear2025 poem of the day
read moreMd Javed Ansari
White टैक्स के माध्यम से मिडिल क्लास को लूटा जा रहा है मध्यम वर्ग, जो किसी भी समाज की रीढ़ माना जाता है, आज अपनी मेहनत की कमाई पर लगातार बढ़ते टैक्स के बोझ तले दबा जा रहा है। भारत में मध्यम वर्ग की स्थिति ऐसी बन गई है कि वे न तो सरकारी लाभ योजनाओं का हिस्सा बन पाते हैं और न ही अमीर तबके की तरह टैक्स से बचने के लिए कानूनी रास्ते खोज पाते हैं। मध्यम वर्ग पर टैक्स का दबाव मध्यम वर्ग पर सबसे ज्यादा असर अप्रत्यक्ष कर (Indirect Taxes) का पड़ता है। जब रोजमर्रा की चीज़ों जैसे पेट्रोल, डीजल, खाना-पीना और अन्य आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी (GST) लगाया जाता है, तो इसका सीधा बोझ मध्यम वर्ग पर आता है। उदाहरण के लिए, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें न केवल उनकी दैनिक परिवहन लागत बढ़ाती हैं, बल्कि बाकी वस्तुओं की कीमतों में भी इज़ाफा करती हैं। सीधे करों (Direct Taxes) की मार सीधे करों के मामले में, मध्यम वर्ग को आयकर (Income Tax) के सबसे बड़े हिस्से का योगदान देना पड़ता है। जबकि गरीब वर्ग को टैक्स से छूट मिलती है और अमीर वर्ग अक्सर कर से बचने के लिए अलग-अलग निवेश और कानूनी उपाय अपनाता है, मध्यम वर्ग पूरी ईमानदारी से टैक्स चुकाता है। सरकार की टैक्स स्लैब नीतियां भी अक्सर मिडिल क्लास के लिए संतोषजनक नहीं होतीं। सरकारी योजनाओं से बाहर मध्यम वर्ग को यह भी शिकायत है कि उन्हें न तो गरीब वर्ग के लिए बनाई गई सब्सिडी योजनाओं का लाभ मिलता है और न ही वे खुद को उच्च वर्ग की विलासिता के करीब पाते हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास जैसी आवश्यकताओं पर भारी खर्च करना उनके लिए मजबूरी बन गया है। मध्यम वर्ग की उम्मीदें मध्यम वर्ग चाहता है कि सरकार टैक्स नीति में सुधार करे और ऐसी योजनाएं लागू करे, जिनसे उनकी बचत और जीवन स्तर में सुधार हो सके। टैक्स स्लैब का पुनर्निर्धारण: आयकर की सीमा बढ़ाई जाए ताकि मध्यम वर्ग को राहत मिल सके। अप्रत्यक्ष करों में कटौती: रोजमर्रा की चीज़ों पर जीएसटी दरें कम की जाएं। सामाजिक सुरक्षा: स्वास्थ्य और शिक्षा पर सब्सिडी दी जाए ताकि मध्यम वर्ग की बचत बढ़ सके। निष्कर्ष मध्यम वर्ग को टैक्स के माध्यम से लूटने की भावना उनके जीवन में असंतोष और असुरक्षा का कारण बन रही है। यह तबका, जो देश की अर्थव्यवस्था को गति देता है, अगर उपेक्षित महसूस करेगा, तो इसका प्रभाव देश के विकास पर भी पड़ेगा। इसलिए सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि टैक्स प्रणाली मिडिल क्लास के लिए समानुपातिक और न्यायसंगत हो। ©Md Javed Ansari middle class par Tex ka dabaw Aaj Ka Panchang
middle class par Tex ka dabaw Aaj Ka Panchang
read moreabhay singhaniya
New Year 2024-25 Social science file ©abhay singhaniya Class 10th
Class 10th
read moreSchizology
On this day Tonight the rain has arrived Relief for all of the plants It had been about a month The grass has turned brown Now there's a steady downpour Twenty after one in the morning The sound of water dripping Splashes from all the puddles Cool air from the cold front Which may bring thunderstorms Now it is two forty five am The rain is still coming down Watering and feeding the plants The grass needed a good drink It will help it recover from the heat Trees are going to be happy too Flowers will burst into bloom Animals will be very excited Insects also needed this rain Mother nature came to help ©Schizology On this day #poem✍🧡🧡💛 #memory
On this day poem✍🧡🧡💛 #memory
read moreSchizology
One day One day we will meet Oceans will tumble On that day when we meet The mountains will crumble One day we will meet Clouds will rumble On that day when we meet Our minds will jumble One day we will meet Our hands will fumble Until that day when we meet We stay humble ©Schizology One day #poem✍🧡🧡💛 #rhyme
One day poem✍🧡🧡💛 #rhyme
read moreShivanshi Seema Chakarvarti
एक बचपन का जमाना था, जहां कुछ खूबसूरत लम्हों से बड़ा ही प्यारा सा याराना था , मां करती थी हर wish को पूरा और पापा का हाथ थाम कर मिल जाता खुशियों का खज़ाना था, ना थी चिन्ता, फिक्र पढ़ाई की ना ही किसी कंपटीशन से याराना था, टीचर्स के लिए भी मासूम होते थे हमसब क्या खूबसूरत वो ज़माना था, मासूमियत झलकती थी चेहरे पर और तितलियों से भी याराना था, चांद भी हमारा मामा था क्या खूबसूरत वो ज़माना था, सपने कम और खुशियों का घर में ठिकाना था, पापा करते थे है खर्चे पूरे हमको तो सिर्फ फरमाइश बताना था ,परियों से तो मुलाकात नही हुई पर परियों की कहानी जैसा वो खजाना था ,कितना खूबसूरत वो ज़माना था ,कहा आकार फंस गए इन जिम्मेदारियों के दलदल में हम जब सिर्फ ज़रूरत पूरी होती हैं शौक नही , जिंदगी तो चल रही है पर अब इस जिंदगी में वो पहले जैसी मौज नही , काश लौट कर आ जाए वो बचपन वाले पल वो मासूम बचपन भी कितना प्यारा था , क्या खूबसूरत वो बचपन का जमाना था। जहां कुछ खूबसूरत लम्हों से हमसब का याराना था Happy Children's day to all -Seema Chakarvarti... ©Shivanshi Seema Chakarvarti #bonding Happy Children's day Extraterrestrial life good morning wishes birthday wishes for father
#bonding Happy Children's day Extraterrestrial life good morning wishes birthday wishes for father
read moreAsima Jamal