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Lakhan Rajput BJP
आप सभी को नए वर्ष की बहुत-बहुत शुभकामनाएं ©Lakhan Rajput BJP 2025 की शायरी
2025 की शायरी
read moreShivani Anuragi
#❤️🩹uljhi ladki 🥺 कुछ उलझी सी लड़की मैं .... thodi suljhi सी लड़की मै ..... सपने मंजिले रूठ गए ... .अधूरे रास्ते में ।दुनिया भूलकर बस खुद को ढूढ़ रही हु .. अपने आप में ©Shivani Anuragi खुद की तलाश 🥺💗
खुद की तलाश 🥺💗
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White कोई कहाँ से ले आये ये मिलता नहीं बाजारों में सुकून की तलाश सबको है अपने घर परिवारों में ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #सुकून
हिमांशु Kulshreshtha
Unsplash दिल को चाहत है सुकून की तेरे बिन ये मुमकिन कहाँ है ©हिमांशु Kulshreshtha सुकून
सुकून
read moreMayuri Bhosale
शायरी जिंदगी की.......💞♥️💞 कहते है गुजरी हुई जिंदगी याद मत करना🤫 पर ये दिल है की अकेला ही रह जायेगा वरना😌♥️ जिंदगी बहुत खूबसूरत है वही 🤗😇 जो दर्द मे भी मिठास लगी सही |🍫🍫 ©Mayuri Bhosale शायरी जिंदगी की
शायरी जिंदगी की
read moreMayank
White आओ समय के साथ घूमने चलते हैं, चलो "खुद की तलाश" में निकलते हैं, जीवन में कितने ही ख्वाब पलते हैं? लेकिन ख्वाबों से परे हम स्थिति के अनुसार ढलते हैं। जब मिलता हूं उन दिनों के मयंक से, तो वो कहता है आओ बचपन में चलते हैं, जो फूल खिले हुए थे उन दिनों, तुम बिन बड़े मुरझाए हुए मिलते हैं। "खुद की तलाश"में तो आज भी हैं, लेकिन जब खुद से शून्य में मिलते हैं, लगता है हमारा जीवन वो सूखा पेड़ है, जिसके पर्ण यहां वहां बिखरे मिलते हैं। ©Mayank #Sad_Status Topic "खुद की तलाश"🤗😁
#Sad_Status Topic "खुद की तलाश"🤗😁
read moreMayuri Bhosale
दिल की शायरी.......♥️♥️ हमारे दिल का दर्द तो कोई नही समजता यहा,💓💘 लोगो को लगता है अपना है सारा ये जहा, ✊ चलो कर लेते है थोडी मनमानी ही सही,💞💞💕 पर बेचारा दिल होश संभाल के खडा हो जाता है वही ,💟 आखिर कहते है ना दिल की बात दिल ही जाने है |❣️♥️ ©Mayuri Bhosale दिल की शायरी
दिल की शायरी
read moreDr. H(s)uman , Homoeopath
ख़ुद की तलाश में निकल गए हम समंदर से उसका अंत पूछा शर्मा कर लहरों ने धीरे से कहा किसे तलाश रहे हो जिसे बस मुस्कुरा कर गम छुपाना आता है वरना बिना लहरों के समंदर में कहां कभी दम था । ©Dr. H(s)uman , Homoeopath #तलाश
नवनीत ठाकुर
मंजिल मंजिलों की तलाश में भटकते हैं दर-ब-दर, रास्तों की हर ठोकर का हमें हिसाब बाकी है। काँटों की चुभन से हम यूँ न डरें कभी, हर ज़ख्म पे मरहम का एक ख्वाब बाकी है। ख़्वाब ख़्वाबों का जाल है, पर हकीकत में धागे कमजोर, हर ख़्वाब पूरा करने की अब भी चाहत बाकी है। टूटते हैं रोज़, मगर चूर नहीं होते, हर रात में सवेरा लाने की आदत बाकी है। इश्क़ इश्क़ का ये सफर है, रास्ते भी अनजाने हैं, उसके मिलने की उम्मीद अब भी बाकी है। रूह की गहराईयों में जो उसकी याद बसी है, उसे साँसों में समाने की मोहब्बत बाकी है। जिंदगी जिंदगी की गलियों में हर मोड़ एक इम्तिहान है, हिम्मत से चलने की हममें ताकत बाकी है। आँधियाँ आएँगी, चलेंगी, थम जाएँगी, कदम बढ़ाने की हसरत बाकी है। तन्हाई तन्हाई की राहों में चुप्पी का कारवां संग है, इस खामोशी में एक साज सुनना बाकी है। किसी अजनबी की आवाज़ मिले कभी, इस तन्हा सफर का हमसफर बाकी है। ©नवनीत ठाकुर मंज़िल की तलाश अभी बाकी है
मंज़िल की तलाश अभी बाकी है
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