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priyanshi
White bade hunerbaaz the tum, pyar karna sikhaya tumne, khwab dekhna sikhaya tumne, pyaar pe aitbaar karna sikhaya tumne, to tumhare bina jeena bhi sikha dete🥺🥺 ©priyanshi # dil ki kahani
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White ZINDAGI Aisa Aisa Waqt Dikhati Haina insaan Kabhi Andaaza Bhi Nahi Lagaya Ho Hai Waisa Waisa Bhi Waqt Dikhati Hai ©Shaikh Shaikh #sad_quotes ZINDAGI KI KAHANI
#sad_quotes ZINDAGI KI KAHANI
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White (🌺शिव शक्ति की कहानी🌺) एक बार शिव जी से शक्ति ने पूछा कि हे प्रभु ! मुझे शिव शक्ति के बारे में बताओ शिव शक्ति है क्या ???? शिव जी ने कहा शिव आत्मा है जिसका ना जीवन है और ना मरण है क्योंकि ना आत्मा मरती है और ना जन्म लेती है वो तो अमर रहती है 💫💫 शक्ति ने पुच्छा शिव आत्मा है तो शक्ति क्या है ?????? शिव जी ने कहा है शक्ति तुम हो यानी शरीर शक्ति हर एक जीव - जंतु में है हर इंसान में है और कोई शक्ति का सही उपयोग करता है और कोई शक्ति का गलत उपयोग करता है और जो शक्ति का सही उपाय करता है वो मुझमें समा जाता है और जो गलत उपाय करता है वो सारी जिंदगी भटकता रहता है ©Himshree #Shiva #shivshakti ki kahani #Nojoto #Best #viral #Hindi #India #himshree #Videos
Pooja
White कहानी: "सच्चाई का रास्ता" एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम मोहन था। मोहन गरीब था, लेकिन बहुत ईमानदार और मेहनती था। वह हर दिन अपने छोटे से खेत में काम करता और दिन के अंत में घर लौट आता। गाँव में एक बडी ज़मीन का मालिक था, उसका नाम रघु था। रघु बहुत अमीर और लालची था। एक दिन रघु ने मोहन से कहा, "अगर तुम मेरी ज़मीन पर काम करोगे, तो मैं तुम्हें ढेर सारे पैसे दूँगा।" मोहन ने सोचा कि वह ये काम कर सकता है, लेकिन उसके मन में एक शंका थी। उसने रघु से पूछा, "आपकी ज़मीन पर काम करना ठीक है, लेकिन अगर कुछ गलत हुआ तो?" रघु हंसते हुए बोला, "तुम चिंता मत करो, कुछ नहीं होगा।" मोहन ने काम शुरू कर दिया, लेकिन जल्दी ही उसे एहसास हुआ कि रघु के खेत में कुछ गलत हो रहा है। रघु उसे ज़मीन के बीच में से कुछ गड्ढे भरने का कहता था, लेकिन मोहन को लगता था कि वहाँ कुछ छुपाया जा रहा था। एक दिन मोहन ने वह गड्ढा खोला और देखा कि वहाँ से सोने की छड़ें और कुछ अन्य मूल्यवान चीजें निकलीं। मोहन को समझ में आ गया कि रघु चोरी कर रहा था। उसे दुविधा हुई। अगर वह सच बताता है, तो रघु उसकी जिंदगी बर्बाद कर देगा। लेकिन मोहन ने अपनी आत्मा से समझौता न करने का निर्णय लिया। वह गाँव के मुखिया के पास गया और सारी सच्चाई बता दी। मुखिया ने रघु को सजा दिलवायी। मोहन को उसके ईमानदारी के लिए सम्मानित किया गया। मोहन ने सीखा कि सच्चाई का रास्ता भले ही कठिन हो, लेकिन अंत में वही सबसे सही होता है। ©Pooja #Moral story
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White किस्मत का खेल एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था जिसका नाम रमेश था। वह बहुत ही मेहनती और ईमानदार था, लेकिन उसके पास धन-दौलत की कोई कमी नहीं थी। वह खेतों में काम करता और जो कुछ भी कमाता, उसे अपने माता-पिता और छोटे भाई-बहनों के लिए खर्च कर देता। एक दिन गाँव में एक बड़ा मेला लगा। रमेश ने भी सोचा कि क्यों न एक बार मेला देखा जाए। वह अपनी छोटी सी बचत से कुछ पैसे लेकर मेला देखने गया। वहाँ बहुत सारी चीजें देखने को मिलीं, लेकिन एक झूला उसे बहुत आकर्षित किया। रमेश ने झूला झूलने का फैसला किया, लेकिन उसके पास उतने पैसे नहीं थे। वह बहुत ही सोच-विचार में था कि क्या करे। तभी एक बूढ़ा आदमी उसके पास आया और बोला, "तुम्हारे पास पैसे नहीं हैं, लेकिन मैं तुम्हें एक अवसर देता हूँ।" रमेश ने हैरान होकर बूढ़े आदमी की ओर देखा। बूढ़े आदमी ने कहा, "अगर तुम इस झूले को झूलने के बाद अपनी आँखें बंद करोगे और मन से एक दुआ करोगे, तो तुम्हारी किस्मत बदल सकती है।" रमेश ने बिना किसी सोच के झूला झूला और फिर आँखें बंद करके अपनी दुआ माँगी। उसकी दुआ थी कि वह अपने परिवार को खुशहाल देखे और कभी भी पैसे की तंगी का सामना न करना पड़े। जैसे ही उसने आँखें खोलीं, देखा कि बूढ़ा आदमी गायब हो चुका था। कुछ महीनों बाद, रमेश के खेत में एक नया खजाना मिला, जो किसी ने पहले कभी नहीं देखा था। रमेश और उसके परिवार का जीवन बदल गया। वह अब एक संपन्न किसान बन चुका था। उसने कभी नहीं सोचा था कि उसकी किस्मत इतनी जल्दी बदल जाएगी। आज भी रमेश यह कहानी अपने बच्चों को सुनाता है और बताता है कि मेहनत और ईमानदारी का फल हमेशा मीठा होता है। साथ ही, वह यह भी याद दिलाता है कि कभी-कभी किस्मत भी अपनी भूमिका निभाती है, लेकिन मन में अच्छाई और मेहनत हो तो जीवन में हर कठिनाई आसान हो जाती है। ©Pooja #Moral story
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White सपनों की उड़ान एक छोटे से गांव में एक लड़का रहता था जिसका नाम मोहन था। मोहन बहुत ही होशियार और मेहनती था, लेकिन उसके पास कोई बड़ा संसाधन नहीं था। वह हमेशा अपने सपनों में खोया रहता था, जहां वह एक बड़ा आदमी बनकर दुनिया को बदलता। एक दिन मोहन ने गाँव के पुराने पुस्तकालय में एक किताब देखी, जिसमें दुनिया के महान नेताओं और वैज्ञानिकों की कहानियाँ थीं। उसने उस किताब को पढ़ा और उसमें लिखे विचारों से प्रेरित होकर ठान लिया कि वह भी कुछ बड़ा करेगा। वह रोज़ स्कूल के बाद घंटों पढ़ाई करता और मेहनत करता रहा। गांव के लोग उसकी मेहनत को देखकर हैरान थे। वह जानता था कि अगर उसे अपने सपनों को हकीकत में बदलना है, तो उसे कड़ी मेहनत करनी होगी। समय बीतता गया, और मोहन ने अपने सपनों को हासिल करने के लिए कई मुश्किलों का सामना किया। वह शहर गया, उच्च शिक्षा प्राप्त की, और एक बड़ी कंपनी में नौकरी पाई। उसकी मेहनत रंग लाई और वह एक सफल व्यक्ति बन गया। आज मोहन गाँव में लौट आया है, लेकिन अब वह सिर्फ सपने नहीं देखता। उसने अपने सपनों को पूरा किया और अब वह दूसरों को प्रेरित करता है कि अगर मेहनत की जाए, तो कोई भी सपना असंभव नहीं होता। सीख: सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और धैर्य सबसे ज़रूरी चीजें हैं। ©Pooja #Moral story
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White कभी ना हारो एक छोटे से गाँव में एक लड़का रहता था, जिसका नाम मोहन था। वह बहुत मेहनती था, लेकिन उसे किसी चीज़ में सफलता नहीं मिल रही थी। पढ़ाई में भी वह हमेशा पिछड़ जाता था, खेल कूद में भी हार जाता था। उसके दोस्तों ने उसे मज़ाक उड़ाना शुरू कर दिया था। एक दिन मोहन के दादाजी उसे अपने पास बुलाए और बोले, "तुम जब तक हार नहीं मानोगे, तब तक तुम कभी जीत नहीं सकोगे। जीवन में कठिनाइयाँ आएंगी, लेकिन अगर तुम अपनी मेहनत से हार मानने का नाम नहीं लोगे, तो एक दिन सफलता तुम्हारे कदमों में होगी।" मोहन ने अपने दादाजी की बातों को दिल से सुना और कड़ी मेहनत करने लगा। धीरे-धीरे वह अपनी पढ़ाई में अव्वल आने लगा, और खेलों में भी उसकी मेहनत रंग लाने लगी। एक दिन वह गाँव का सबसे अच्छा खिलाड़ी बन गया। अब वह सफलता का स्वाद चख रहा था, लेकिन उसने कभी भी हार मानने का नाम नहीं लिया था। सिख: कभी भी कठिनाई से हार मत मानो, मेहनत और धैर्य से हर मुश्किल को पार किया जा सकता है। ©Pooja #Moral story
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White सपनों का रंग राहुल एक छोटे से गांव में रहता था। वह एक गरीब लड़का था, लेकिन उसकी आँखों में एक सपना था – वह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा। राहुल का दिल हमेशा अपनी परेशानियों से लड़ने और अपने सपनों को साकार करने की इच्छा से भरा रहता था। वह हर दिन खेतों में काम करता, लेकिन उसे अपनी पढ़ाई से भी बहुत प्यार था। गांव में कोई अच्छा स्कूल नहीं था, इसलिए वह शहर जाकर पढ़ाई करने का सपना देखता था। एक दिन उसने ठान लिया कि वह किसी भी हालत में शहर जाएगा। राहुल ने अपने माता-पिता से अपनी इच्छा जाहिर की। शुरू में वे बहुत घबराए, क्योंकि वे जानते थे कि शहर में जीवन आसान नहीं होता। लेकिन राहुल के हौंसले को देखकर वे समझ गए कि उसे अपना सपना पूरा करने का मौका देना चाहिए। कुछ दिनों बाद, राहुल शहर आ गया। उसे वहां बहुत सारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन उसने हार नहीं मानी। दिन-रात मेहनत करके वह एक अच्छे स्कूल में पढ़ाई करने लगा। कुछ सालों बाद, राहुल ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से परीक्षा पास की और एक बड़े इंजीनियर की नौकरी पाई। राहुल का सपना सच हो गया था, लेकिन उसने कभी नहीं भुलाया कि सफलता केवल मेहनत से मिलती है, न कि किसी भी प्रकार की आसानी से। वह हमेशा उन कठिनाइयों को याद करता था, जिन्होंने उसे मजबूत बनाया। अब, जब वह सफल हो चुका था, तो वह अपने गांव वापस लौटा और वहां के बच्चों को भी यह सिखाया कि अगर तुम्हारे सपने बड़े हैं, तो तुम्हें उनका पीछा करने का साहस भी बड़ा होना चाहिए। ©Pooja #Moral story
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White सच्ची दोस्ती एक छोटे से गाँव में दो बच्चे रहते थे, एक का नाम अर्जुन था और दूसरे का नाम मोहन। वे दोनों अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे के साथ खेलते थे। गाँव में एक बड़ा सा जंगल था, जिसमें लोग अक्सर अपने कामों के लिए जाते थे। अर्जुन और मोहन ने सोचा कि वे भी एक दिन जंगल में जाएंगे और वहां की सैर करेंगे। एक दिन, वे दोनों जंगल की ओर चल पड़े। रास्ते में उन्होंने बहुत सारी सुंदर फूलों की कलियाँ और रंग-बिरंगे पक्षियों को देखा। लेकिन जैसे ही वे जंगल के भीतर पहुंचे, अचानक एक भालू सामने आ गया। अर्जुन डर के मारे कँपकँपाने लगा, जबकि मोहन ने बिना घबराए उसकी मदद करने का सोचा। मोहन ने अर्जुन से कहा, "भागो! मैं भालू से निपटता हूँ।" अर्जुन ने भागने की बजाय मोहन के पास खड़ा रहकर उसका साथ दिया। मोहन ने अर्जुन से कहा, "मुझे तुम्हारी मदद चाहिए, हम दोनों मिलकर भालू को भगाएंगे।" दोनों ने मिलकर अपने-अपने तरीके से भालू को डराया। अर्जुन ने लकड़ी उठाई और मोहन ने पत्थर। आखिरकार, भालू डरकर जंगल में भाग गया। अर्जुन ने मोहन को गले से लगा लिया और कहा, "तुम सचमुच मेरे सबसे अच्छे दोस्त हो।" मोहन हंसते हुए बोला, "दोस्ती का मतलब है एक-दूसरे का साथ देना, चाहे मुश्किलें कैसी भी हों।" उस दिन के बाद से अर्जुन और मोहन की दोस्ती और भी गहरी हो गई। वे हमेशा एक-दूसरे का साथ देते और किसी भी मुश्किल का सामना मिलकर करते थे। कहानी से सिख: सच्ची दोस्ती का मतलब होता है एक-दूसरे का साथ देना, चाहे कितनी भी बड़ी मुश्किल क्यों न हो। ©Pooja #Moral story
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सपनों का सच राजू एक छोटा सा लड़का था, जो एक छोटे से गाँव में रहता था। वह हमेशा अपने सपनों के बारे में सोचता रहता था। उसका सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बनेगा, जैसे उसके गाँव के कुछ लोग जो शहर में काम करते थे। राजू के पास कोई खास संसाधन नहीं था, लेकिन उसकी मेहनत और लगन उसे कभी भी निराश नहीं करती थी। एक दिन राजू ने गाँव के स्कूल के पास एक पोस्टर देखा। पोस्टर में लिखा था, "जो भी मेहनत करेगा, उसे मिलेगा उसका वांछित सपना।" यह पढ़कर राजू के मन में नई उम्मीद जागी। उसने ठान लिया कि वह भी कुछ बड़ा करेगा। राजू ने अपनी पढ़ाई में पूरी तरह से ध्यान लगाना शुरू किया। वह दिन-रात मेहनत करता, कभी भी थकता नहीं था। गाँव के लोग उसका मजाक उड़ाते थे, लेकिन वह अपनी राह पर चलता रहा। एक दिन, गाँव के स्कूल में एक बड़ा परीक्षा हुआ। राजू ने पूरी मेहनत से तैयारी की थी। जब परिणाम आया, तो राजू का नाम सबसे ऊपर था। अब वह गाँव का सबसे अच्छा छात्र बन चुका था। उसके बाद, उसने शहर में अच्छे स्कूल में दाखिला लिया और फिर धीरे-धीरे वह एक बड़ा डॉक्टर बन गया। राजू का सपना सच हो गया, क्योंकि उसने कभी हार नहीं मानी थी और अपनी मेहनत से उसे प्राप्त किया था। उसकी कहानी अब गाँव के बच्चों के लिए प्रेरणा बन गई। समाप्त ©Pooja #Moral story
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