Find the Latest Status about अमुआ की डाल कोयलिया बोले from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, अमुआ की डाल कोयलिया बोले.
Yogi Sonu
योग का एक फ़ायदा है पति कुछ भी बोले पत्नी कुछ भी बोले फ़र्क ही नही पड़ता योग का यह सबसे मजेदार लाभ है है न मजेदार ©Yogi Sonu योग का एक फ़ायदा है पति कुछ भी बोले पत्नी कुछ भी बोले फ़र्क ही नही पड़ता योग का यह सबसे मजेदार लाभ है है न मजेदार #jokas #teatime
Anuj Ray
सुबह की चाय की चुस्की" एक तुम्हारी चाह जैसे, सुबह की चाय की चुस्की बना देती है दिन मेरा, किरण हो जैसे सूरज की। बिना मांगे ही मिल जाते , अनमोल सागर के खिले मोती काश ! छू करके तुम्हें ,महसूस कर पाता, असल की ज़िन्दगी होती। ©Anuj Ray सुबह की चाय की चुस्की"
HARSH369
मन कि व्यथा मन ही जाने, ना तुम जान सको न मैं जानू क्या मन करवाये क्यू करवाये ये मन ना तुम जान सको ना हि मैं जानू.. बेधड़क बोलता हूं,बेखौफ बोलता हूं रिस्तो के बन्धन को कान्टों पर तोलता हूं जिसके पास जितना पैसा, उसी कि सरकार है बाकि बेकारो के लिये बेकार परिवार है,..! बाकि ये सब क्यूं बनाया भगवान ने ना तुम जान सके ना हि मैं जानू..! मन की व्यथा..मन हि जाने..!! ©SHI.V.A 369 #मन की व्यथा..!! #कविता मन की
Dilkhush Saini
Ankit Singh
" ताज़ी अच्छी रोटी नहीं वो बासी भी खा लेते हैं बिना कुछ बोले ही वो मासूम अपना दर्द बता देते हैं " ©Ankit Singh ताज़ी अच्छी रोटी नहीं वो बासी भी खा लेते हैं बिना कुछ बोले ही वो मासूम अपना दर्द बता देते हैं #animals
Metro Agency Online Holsel Shop
सुखदेव जी शहीद ©Metro Agency Online Holsel Shop सुखदेव जी की जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
संगीत कुमार
धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की कर्मवीरों की बिहार है पहचानों की ऋषियो की भगवानों की धर्म और विचारों की धरती है बलिदानो की बिहार तो है सबके सम्मान की ©संगीत कुमार #HappyRoseDay धरती है इतिहासों की धर्म ,ज्ञान के भंडारों की विद्वानों की महानायक की वीरों और बलवानों की भाषा की संस्कृति की अधिकारियों की क
ankus bhatt pandit ji
मथुरा की खुशबू, गोकुल का हार वृंदावन की सुगंध, बरसाने की फुहार राधा की उम्मीद, कान्हा का प्यार ©Pramod Kumar #Holi मथुरा की खुशबू, गोकुल का हार वृंदावन की सुगंध, बरसाने की फुहार राधा की उम्मीद, कान्हा का प्यार
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी सांसो में जितने रवानगी डाल दी मुर्दे में जितने जान डाल दी उम्मीद की जागी एक किरण बहकती हवा मै बेड़िया डाल दी बेखोफ हो चुका था शख्स वो सबको झुठलाने की अदावत डाल दी थी सब जुर्म का बादशाह बना था मगर ऐब लगाकर दुश्मनो को जंजीरे डाल दी थी लेकिन न्याय की आज गूंज जनमानस सुन पा रहा है हजारो घावों के वावजूद न्यायमूर्तियों को सर आँखों पर बिठा रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #justice बहकती हवा में बेड़िया डाल दी #nojotohindi