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Mahadev Son
White जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना है अर्थ - भौतिक समृद्धि, आय सुरक्षा, जीवन के साधन इन तीनों के लिये सभी निरंतर प्रयास करते... मोक्ष के लिये सोचते भी नहीं क्योंकि मुश्किल या मालूम ही नहीं.... मोक्ष - मुक्ति, आत्म-साक्षात्कार। जीवन की अंतिम परिणति है। मोक्ष आत्मा को भौतिक संसार के संघर्षों और पीड़ा से मुक्त करता है! आत्मा को जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म के अंतहीन चक्र से मुक्त करता है! ©Mahadev Son जीवन की परिभाषा चार लक्ष्यों को प्राप्त करना धर्म, काम, अर्थ और मोक्ष धर्म - सदाचार, उचित, नैतिक जीवन काम - चारों लक्ष्यों को पूर्ण करना ह
Vikrant Rajliwal
Manish Jakhmi
यकीनन कोई किसी से इतना क्रोधित भी हो सकता है,शायद कुछ ऐसे शख्स एक वक्त पर ऐसे भाव मन में दे जाते है जिनकी वजह से इस तरह के शब्द बाहर आते है। हालांकि जितने कठोर भाव अंत में उभर कर आते है वह संबंध भी उतना नाज़ुक एवम प्रिय होता है आरंभ में ©Manish Jakhmi यकीनन कोई किसी से इतना क्रोधित भी हो सकता है,शायद कुछ ऐसे शख्स एक वक्त पर ऐसे भाव मन में दे जाते है जिनकी वजह से इस तरह के शब्द बाहर आते है।
Ak.writer_2.0
सॉरी दोस्तों अब नहीं लिख सकता मैं , पता नहीं क्या लिख रहा हूं मैं, लोग पास आने की बजाय मुझसे दूर जा रहे हैं , जो लिखता हूं मैं वह मेरी फीलिंग्स होती है , और वही लिखता हूं जो सच है , मैं कभी एक अच्छा लेखक नहीं बन सकता, ऐसा क्या लिखता हूं मैं , जिससे लोग मेरे शब्दों से नाराज हो जाते हैं अब नहीं लिखूंगा मैं। 🥺 ©Ak.writer_2.0 मैं कभी एक अच्छा लेखन नहीं बन सकता। #writer #alone_boy Aariya writer Neha@Nehit_Enola आरंभ से अनंत तक Chitra gupta life experience Anshu w
Ak.writer_2.0
बेहद खुशनसीब होता है वो पुरूष जिसके ईश्क में कोई स्त्री दीवानी होती है.. ©Ak.writer_2.0 बेहद खुशनसीब होता है वो पुरूष जिसके ईश्क में कोई स्त्री दीवानी होती है.. #lovethoughts #lovefeelings #True_line #One_sided_love Sm@rty divi
दीपा साहू "प्रकृति"
उम्र की सीमा में, प्रेम कहाँ बंधा है। और उसकी आहतता, उम्र के आख़िर पड़ाव तक, साथ निभाती है। पहली और आखिरी, प्रेम यहीं रुक जाता है, इसी बीच में, जिसमें किसी और का, आ पाना असंभव होता है। उस अंतहीन पीड़ा में, सिर्फ आहत हुआ जा सकता। हृदय का हजारों टुकड़ों मे बट जाना, सुनाई नहीं देता। इसे दिखाना असंभव। ©दीपा साहू "प्रकृति" #longdrive #Prakriti_ #deepliner उम्र की सीमा में, प्रेम कहाँ बंधा है। और उसकी आहतता, उम्र के आख़िर पड़ाव तक, साथ निभाती है। पहली और आखिरी, प