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#R.J..!मुरखनादान#
तेरे बिना जिंदगी अधूरी हैं..! ©#R.J..!#मुरखनादान@# अधूरी जिंदगी तेरे बिन
Anuj Ray
तुम बिन जग सूना " देख के ऐसी हालत मेरी, गांव गली मुझ पे हंसता है। मेरा तो सब कुछ तुम ही थे, तुम बिन जग सूना लगता है। कटते नहीं ये दिन जीवन के, मन तेरे लिए तरसता है। डसने को दौड़े घर की दीवारें तुम बिन सब सुना लगता है। ©Anuj Ray #तुम बिन जग सूना"
Radhey Ray
White कभी कभी लगता हैं, काश तुम नही मिली होती, मैं भी किसी से प्यार कर पाता..... फिर याद आता है, अगर तुम न मिली होती, फिर मै प्यार समझ हि नही पाता।।।। 🚫ADDICTED ©Radhey Ray तुम बिन मै कुछ नही
Neel
White वो जिंदा है अब भी मुझमें कहीं हर पल हर छिन... चाहती ही नहीं उससे दूर जाना कहीं भी उसके बिन... इन सांसों की डोर बंधी है सिर्फ उससे जिसने कहा था...जी लेना सिर्फ़ मेरे लिए... इंतज़ार ज़रा लंबा है पर...फिर भी यकीन रखना... हम मिलेंगे जल्द ही... हां...सच में... 🍁🍁🍁 ©Neel उसके बिन 🍁
Manish Raaj
तुम बिन ------------ ख़ामोशी में गुफ़्त-गु करता हूँ परछाईं में देखता हूँ हर आहट पर ढूँढ़ता हूँ महफ़िल में साथ पाने को तरसता हूँ तेरे रुस्वा होने पर खुद से शिक़वा करता हूँ शर्मिन्दगी में मन ही मन पछताना चाहता हूँ तेरी तस्वीर से तेरी ही तारीफ़ करता हूँ बंद पलकों में तेरी मुस्कान देख मैं खुश होता हूँ मनीष राज ©Manish Raaj #तुम बिन
दूध नाथ वरुण
White हम क्या करेंगे बिन तेरे, सजना जहांन में। तू छुप गया कहां सनम, आजा तू सामने।। ©दूध नाथ वरुण #बिन #तेरे #सजना
DANVEER SINGH DUNIYA
क्या जीना और क्या आनंद बोल तुझे क्या-क्या पसंद है मेरा लहज़ा या मेरी इबादत मेरी मोहब्बत या मेरी आदत ©DANVEER SINGH DUNIYA लव इन लव
Prince Kumar
नैन ये तरसते रहते है तुझे देखने को तड़पते रहते है जब तुम नही आती तो ये बच्चे की तरह रोते रहते है।। ©Prince Kumar #mahashivaratri तुझ बिन।
Neel
एक आस लगी कुछ बातें हों, कभी कभी मुलाकातें हों, मन में आया कह दूं तुमको, जब बिन मौसम बरसाते हों। खिड़की पर बैठी तन्हाई, तुम सांझ ढले आ जाते हो, एक कसक उठी है सीने में, कुछ क्यूं न कहकर जाते हो। समझो आंखों की गहराई, समझो होठों के कंपन को, महसूस करो हाथों की नमी, और दिल में मचलती धड़कन को। भेजे थे तुमको ख्वाब मेरे, सहमे सहमे जज़्बात मेरे, खत मिलते ही तुम आ जाना, जाने से पहले पास मेरे। कुछ कहूं तो जिक्र तुम्हारा हो, जब मौन रहूं सोचूं तुमको, तुमको ही देखूं दर्पण में, और आंखों में भर लूं तुमको। कितने मौसम फिर बदल गए, और बीत गए हैं साल कई, तुम अब भी मुझमें बसते हो, बस नहीं रहे अरमान कोई। मैं तुम्हें ताकती अल्हड़ सी, तुम अंतस को महकाते हो, मैं झूमूं मस्त मयूरी सी, तुम साथ मेरे लहराते हो। फिर वही सुनहरा मौसम हो, फिर वही अनकहे वादे हों, जब वक्त मिले तुम आ जाना, फिर बिन मौसम बरसाते हों। 🍁🍁🍁 ©Neel बिन मौसम बरसातें 🍁