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Deepak Gangwar
White स्वयं की खोज में हूँ, शांत एवं मौन मै हूँ, पथिक हूँ मै सत्य पथ का, मैं स्वयं में ही व्यस्त हूँ!” “मौजूद तो हूँ मैं इस दुनिया की भीड़ में, अब तलाश अपने वजूद की कर रहा हूँ।” ©Deepak Gangwar #love_shayari 9
Harshit Tyagi
White आज हल्की हल्की बारिश है , और सर्द हवा का रक्स भी है आज फूल भी बिखरे बिखरे से हैं , और उनमें तेरा अक्श भी है ©Harshit Tyagi #flowers #rudrapur #uttarakhand
#flowers #rudrapur #Uttarakhand
read moreDr Anoop
Unsplash एक समय था रोज फोन लगाकर पूछती थी कहा हो, क्या कर रहें हो और आज कोई नहीं है मेरा हाल पूछने वाल ©Dr Anoop #library 9 gm
#library 9 gm
read moreShaurya Pratap Singh
White " IF I FIND THE CONSTITUTION BEING MISUSED, I SHALL BE THE FIRST TO BURN IT " ©Shaurya Pratap Singh # CONSTITUTION DAY 26 NOVEMBER 2024
# CONSTITUTION DAY 26 NOVEMBER 2024
read more@rajgini
White जिससे मिलकर अपनापन लगे याद रखना वही.... आंसुओं की वजह भी बनेगा... 😔 ©@rajgini Day 9
Day 9
read moreSchizology2
November 4th The rain is lightly falling Leaves scatter the ground Yellow and orange and red Mixed with green and brown Now damp with the water Across the yard they sit Some trees are now bare Other trees still have a bit Autumn is full of beauty Golden shades of the rainbow Crimson hues of nature Mother nature is quite a show ©Schizology2 November 4th #randomthoughts
November 4th #randomthoughts
read more.......
White छोड़ता हूँ तुझे, इस दिल के अंधेरे कोने में, जहाँ यादें जगमगाएँगी, तन्हाईयों के सोने में। जुड़ा हूँ तुझसे, मगर राहें दूर हो जाएँगी, तेरी मुस्कान में बसी मेरी छवि रह जाएगी। सपनों की चादर पर बुनता था तेरी सूरत, अब उस चादर को समेट रहा हूँ धीरे-धीरे, तेरी याद का इत्र रहेगा सांसों में रचा-बसा, मगर हकीकत में तुझसे दूर जा रहा हूँ धीरे-धीरे। तू मेरी रूह का वो अनकहा गीत थी, जिसे मैंने अपनी सांसों से सजाया था, पर आज तुझे विदा कर रहा हूँ उस आहट से, जो बस मेरे ख्वाबों की सहर में बसाया था। तू रहेगी हर धड़कन में, हर गूंज में बसी, मगर इस बंधन को छोड़ रहा हूँ, बस यादों में सजी। रहूँगा तेरे हर लम्हे में, जैसे परछाईं हूँ तेरी, पर इस दूरी में ही मेरे इश्क़ की सच्चाई है खड़ी। इस चाहत का बीज दिल में दबाए रखा है, तू खिलना चाहे तो हर फूल में पनाह पाएगी, मेरी परछाईं बनके तेरी राहों में बसी रहेगी, पर पास आऊँ तो तू मुझसे दूर हो जाएगी। तेरी आँखों में खुद को देखना छोड़ दूँगा, मगर यादों की बारिश में भीगने का हक़ तेरा है, जुड़ा हूँ तुझसे, पर तेरा न हो सका कभी, अब तेरी हर याद में बसा, बस एक सपना रहूँगा। ©Arjun Negi #Sad_Status #Uttarakhand #Chamoli #Prem #longdistance #northernlights #santorini