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Kavi Himanshu Pandey
White इश्क़ विश्क़ में पड़ मत यारो, इश्क़ बड़ा बेदर्दी, पहले चेचक, फ़िर हो खसरा, फ़िर तुमको हो सर्दी! ..... Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey इश्क़ का नशा.. #beingoriginal #NojotoHindi
इश्क़ का नशा.. #beingoriginal Hindi
read morepremchoudhary
Unsplash थोड़ा बहुत लेकिन बहुत कुछ है कहना है तुमसे, कहना सबकुछ है... तेरी ख़ामोशी से ही, हम उलझनों में है राज खुलते ही हम तेरे सबकुछ हैं... ..✍️✍️प्रेम ©premchoudhary #lovelife #शायरी #शब्द #प्यार #नशा #पोस्ट शायरी लव
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read moreGhumnam Gautam
किस लिए होश में रहे कोई जब मयस्सर शराब है ही नहीं ©Ghumnam Gautam #होश #शराब #ghumnamgautam
Rajesh Kumar
यह न पूछो कि मैं कैसे जिया करता हूं अपने जख्मों को मैं कैसे सिया करता हूं असहनीय दर्द को मिटाने के लिए तेरी आंखों का जाम पिया करता हूं ©Rajesh Kumar तेरी आंखों का नशा
तेरी आंखों का नशा
read moreRajesh Arora
........... ©Rajesh Arora तन्हाई का दर्द शायरी हिंदी शायरी शायरी लव लव शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी'
तन्हाई का दर्द शायरी हिंदी शायरी शायरी लव लव शायरी हिंदी में 'दर्द भरी शायरी'
read moreAdv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात)
White अजी देखिये क्या गज़ब ढ़ा रहा है कहां से कहां आदमी जा रहा है...! न आगे की सुध न पीछे ख़बर है नशा शौहरतों का गज़ब छा रहा है उठाता है जोखिम न डरता ख़ुदा से जहन्नुम के रस्ते चला आ रहा है नहीं पूछता अब कोई भी किसी से कहाँ से वो कैसे कमा ला रहा है.. घरों में ठहरते नहीं पाँव पल भर न जाने कहाँ को ठिकाना रहा है..! कमाने को घर से निकलते सभी हैं मगर कोई कोई बचा पा रहा है..! लहू पे लहू दौड़ता अब नहीं है लहू ही लहू से लुटा जा रहा है..! दिखावों की दुनिया बड़ी रास आये दिखावों में ख़ुद ही मिटा जा रहा है..! ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #नशा
विष्णु कांत
Ghumnam Gautam
कोई सवाल न कर, बस शराब दे मुझको कि मेरा होश में आना बहुत ज़रूरी है ©Ghumnam Gautam #शराब #सवाल #ghumnamgautam
Shishpal Chauhan
आजकल का बेटा नशे का आदी, ऐसे में बच्चों की कैसे होगी शादी। नशा है घर की बर्बादी, शादी नहीं तो कैसे बढ़ेगी आबादी। ले बैठा आदमी को चिट्टा, घर-परिवार को रहती हरदम चिंता। कैसे आगे वंश बढ़ पाएगा, उम्र से पहले ही मौत को गले लगाएगा। मातम फिर घर में पसर जाएगा, पिता कैसे अकाल मृत्यु को भूल पाएगा। आजकल की युवा पीढ़ी, जिसने पकड़ ली है गलत सीढ़ी। मरने के लिए है उतारू, पीते हैं चाहे ढोला हो या मारू। गलियों की खाक छानते फिरते, लाज-शर्म से वे नहीं डरते। रिश्ते-नाते सब भूल जाता है, गलत कृत्य करने से भी डरता है। स्मैक हो या अम्ल, अभी शुरू कर दो उस पर अमल। वरना असमय मृत्यु के मुंह में चले जाओगे, हीरा-सा जीवन गंवाओगे । इसलिए चौहान सर करते हैं सबसे अनुरोध, इस्तेमाल करो अपना बोध। नशा दूर भगाना है, जीवन को बचाना है। खुशियां लेकर आना है, अपना जीवन सफल बनाना है। मानव जीवन दुबारा न पाओगे, वादा करें अपने माता-पिता का दिल नहीं दिखाओगे। ©Shishpal Chauhan "नशा"
"नशा"
read moreKavi Himanshu Pandey
वो निगाहें जो मदहोश कर दें सदा, उन निगाहों के चितवन को अब क्या कहें, जब से उतरा जिगर में नशा प्यार का, सोचता हूँ, कहाँ और कब , क्या करें! .......Er. Himanshu Pandey ©Kavi Himanshu Pandey प्यार का नशा #beingoriginal #NojotoHindi #Poetry
प्यार का नशा #beingoriginal Hindi #Poetry
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