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New हरिश्चन्द्र के वंशज Quotes, Status, Photo, Video

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अनिल कसेर "उजाला"

सम्हल के चल

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Ghanshyam Ratre

ठंडा के महिने

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Atul tomar

आज के युवा

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Bachan Manikpuri

मन के दीन

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Praveen Jain "पल्लव"

#sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है

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पल्लव की डायरी
योजनाओं की धुंध से ओझल जनमानस
उनकी नीतियां जीवन कपकपाती है
सर्द और सुन्न हो गये मन मस्तिष्क
ओले राशन पानी पर गिराकर
महंगाई का कहर रसोई पर बरसाती है
मानक सफ़लता के सरकारों के पास है
गफलत में हम, दम तोड़े जाते है
                                            प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है

Anuj Ray

# समाज के ठेकेदार"

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White सुप्रीम कोर्ट के कानून और संविधान की 
 बात मानकर चलने वाले कुछ लोग स्वयं को हिंदू प्रमाण करते हैं जिनको अपना सही दिए नहीं पता नहीं होता बड़ी-बड़ी सभा में बहुत तेज तकरार बहस भी करते हैं। 
मेरा एक प्रश्न है 
सुप्रीम कोर्ट कहता है एक विवाहित महिला 
विवाह के बाद छह मित्रों के साथ संपर्क बनाकर 
के शान से अपने परिवार में रह सकती है 
कितने हिंदू सनातनी इस बात से सहमत है।

©Anuj Ray # समाज के ठेकेदार"

RUPESH Kr SINHA

भारत के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के परनाति

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जय सिंह यादव

विष्णु# के चरणों# में लक्ष्मी# जी के# चरण#

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अपनी कलम से

#Color #Rang #colours #Colour #Colors Arshad Siddiqui कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि" BIKASH SINGH vineetapanchal pinky masrani h

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रंग (Colours) 

किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





...........

©अपनी कलम से
  #Color #Rang #colours #Colour #Colors  Arshad Siddiqui  कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि"  BIKASH SINGH  vineetapanchal  pinky masrani  h

अपनी कलम से

#Color #Rang #colours #Colour #Colors Arshad Siddiqui कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि" BIKASH SINGH vineetapanchal pinky masrani h

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रंग (Colours) 

किसी पे चढ़ गया रंग प्रेम का,
तो कोई बैरागी बनकर घूमता,
कोई खो गया दुनिया के रंगीनियों में,
तो देखो, कोई सत्यवादी बनकर घूमता... 

कभी लाल, कभी नीला,
कभी गुलाबी, कभी पीला,
कभी बैंगनी, कभी भूरा,
कभी नारंगी, कभी हरा,
कभी खाकी, कभी धूसर,
कभी स्यान, कभी सैलमन... 

ये रंग न जाने किस-किस को रंगीन करती,
ये रंग न जाने कितनों को रंगहीन करती...
कभी भाती है आँखों को,
कभी मन इसे ओझल है करती...
मानों सत्य से ऊपर है ये सभी,
हमें ख़ुद में मिला जाती है...
हमें सिखाती है तरसना अक्सर,
ऐसे हीं खुद में घुला जाती है... 





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©अपनी कलम से #Color #Rang #colours #Colour #Colors  Arshad Siddiqui  कवि और अभिनेता हरिश्चन्द्र राय "हरि"  BIKASH SINGH  vineetapanchal  pinky masrani  h
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