Find the Latest Status about poems g k chesterton from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, poems g k chesterton.
Rakib B
रब जाने किस-किस को प्यार मिला आदि हम तो उसे गले लगाने तक को तड़प तड़प के मरते हैं ऐ खुदा किस-किस को ना दी आपने मंजिलें आदि हम तो अपना इन चार दीवारों में दिल ए अंदाज बयां सब ए उल्फत में करते हैं Rakib Shayar का दर्दे दिल Aadi की दिल ए उल्फत ©Rakib B #Manmohan_Singh_Dies G
Rakib B
तेरी तलाश में आदि राकिब ने खुद को बर्बाद कर दिया तमन्नाओं में खुदा से मांगा भी तो क्या अपना हर पैगाम ए खत आदि शायर ने तेरे नाम कर दिया Rakib Shayar का दर्दे दिल Aadi की दिल ए उल्फत ©Rakib B #Manmohan_Singh_Dies G
Rakib B
मरना तेरी बाहों में नसीब हो आदि रब से आज भी तमन्ना इतनी करते हैं इश्क में गुनाह सब ए दिल करते हैं तेरा अंदाज बया राकिब हम अपनी उल्फत में करते हैं Rakib Shayar का दर्द ए दिल Aadi की दिल ए उल्फत ©Rakib B #Manmohan_Singh_Dies G
Rakib B
तेरा बंगला भी बनवा देंगे तुझे कार भी दिलवा देंगे तेरी शॉपिंग भी करवा देंगे तुझे बूट भी दिलवा देंगे तेरा चश्मा भी मंगवा देंगे (3) तेरे मम्मी पापा को भी बता देंगे तेरे भैया को भी बुलवा लेंगे तू हूकूम तो कर बेबी तुझे घर से भी उठवा लेंगे है बदमाशों का अड्डा अपना एके-47 भी मंगवा लेंगे एके-47 भी मंगवा लेंगे एके-47 भी मंगवा लेंगे एके-47 भी मंगवा लेंगे तेरा बंगला भी बनवा देंगे तुझे कार भी दिलवा देंगे तेरी शॉपिंग भी करवा देंगे तुझे बूट भी दिलवा देंगे तेरा चश्मा भी मंगवा देंगे (3) Rakib Shayar का दिल ए अंदाज Aadi की दिल ए उल्फत ©Rakib B #leafbook G
Rakib B
तूफा आतिश दरिया है तो क्या राकिब कोई ना कोई तो किनारा होगा मोहब्बत की खातिर आए हम आदि मोहब्बत में ही गुजारा होगा Rakib Shayar का दर्द ए दिल Aadi की दिल ए उल्फत ©Rakib B #leafbook G
Rakib B
आज वो भी मोहब्बत करता है आदि जो हमें खून के आंसू रुलाया करता था झूठा वादा करके दिल को जलाया करता था गर्दिशों में दिल ए गम बढ़ाया करता था Rakib Shayar का दर्द ए दिल आदि की दिल ए उल्फत ©Rakib B #leafbook G
_बेखबर
White दिन रात राहों पर चलना पड़ता है मेहनत की आग में जलना पड़ता है इतने पर भी मंजिल नहीं मयस्सर भाग्य से भी लड़ना पड़ता है है मेहनत भी भाग्य भी फिर भी इंतजार कई बार करना पड़ता है अचानक से नहीं मिलती मौत भी हर रोज़ थोड़ा-थोड़ा मरना पड़ता है ©_बेखबर #poems #Poetry