Nojoto: Largest Storytelling Platform

New तू चल तेरे वजूद की lyrics Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about तू चल तेरे वजूद की lyrics from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, तू चल तेरे वजूद की lyrics.

Stories related to तू चल तेरे वजूद की lyrics

अनिल कसेर "उजाला"

सम्हल के चल

read more

Anuj Ray

# बाद जाने की तेरे"

read more

Kalamkar Hitesh

Vinod Kuma

lyrics 💥

read more

Nurul Shabd

#तू #घर #की #लाज है  Shayari

read more

Ritesh Pathak

#Love song❣️ #lyrics

read more

नवीन बहुगुणा(शून्य)

तेरे गुमसुम होने की वजह हूं क्या तेरे उदास चेहरे की सजा हूं क्या #emotional_sad_shayari love

read more

संगीत कुमार

#BirthDay (प्राणप्रिया) चंचल मन तू चंचला प्रिया। पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।। दिव्यस्वरुपनी तू दिव्या प्रिया। चंचल मन तू चंचला प्रिया ।। रमा-

read more
(प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-रूपी तू कांता प्रिया।
हरिप्रिया  तू प्राण प्रिया।।
श्रृंगार -रूपी तू दारा प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।

अपूर्व (तनय) की तू जननी प्रिया।
घर की तु पद्मा प्रिया।।
उपवन की तू कुसुम  प्रिया
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

आलय की तू वामा प्रिया ।
सुख-दुख की तू छवि प्रिया।।
आँगन की तू आह्लाद प्रिया ।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

आकांक्षा की तू मयूख प्रिया।
समृद्धि की तू लक्ष्मी प्रिया।।
घरनी तू घरवाली प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

बाग की तू गुल प्रिया।
आँगन की तू शोभा प्रिया।।
परिवार की तू ऐश्वर्य प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया।।

©संगीत कुमार #BirthDay (प्राणप्रिया)
चंचल मन तू चंचला प्रिया।
पुष्प-रूपी तू पुष्प लता।।
दिव्यस्वरुपनी  तू दिव्या प्रिया।
चंचल मन तू चंचला प्रिया ।।

रमा-

Ajeet Singh

##my song lyrics

read more

Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है

read more
White पल्लव की डायरी
है अकेला तू,गति कर्मो की है
चेतना की सुध भी नही लेता तू
मोहपाश में ज्यो ज्यो फ़ँसा तू
बन्धनों में ऐसा जकड़ा तू
राग द्वेष का व्यापार चलाता तू
किसी से प्रीती किसी से दुश्मनी कर
भावो की सतत सरिता में बहकर
नित पापो से कलुषित आत्मा करता क्यू
भोग ही जीवन नही है
योग संजोग निज तत्वों में ला
भटकावों के सजे है मेले दुनियाँ में
तू इनमे फँसने, बार बार जन्म ना पा
क्लोज करो यहाँ कर्मो का एकाउंट
बार बार के जन्म मरण से आत्मा को मुक्ति करो
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव" #sad_quotes है अकेला तू,गति कर्मों की है
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile