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Neelam Modanwal
एक स्त्री घर से निकलते हुए भी नहीं निकलती वह जब भी घर से निकलती है अपने साथ घर की पूरी खतौनी लेकर निकलती है अचानक उसे याद आता है गैस का जलना दरवाज़े का खुला रहना नल का टपकना और दूध का दहकना एक-एक कर वह पूछती है प्रेस तो बंद कर दिया था न! आँगन का दरवाज़ा तो लगा दिया था न! किचेन का सीधा वाला नल बंद करना तो नहीं भूली! अरे! हाँ! वो सब्ज़ी वह मँहगी हरी पत्तियों वाली सब्ज़ी जो अभी कल ही तो लाई थी सटटी से प्लास्टिक से निकाल दिया था न! हाँ, हाँ अरे सब तो ठीक है आपको ध्यान है आलमारी लाक करना तो नहीं भूली अभी कल की ही तो बात है महीनों को बचाए पैसे से नाक की कील ख़रीदी थी । इस तरह वह बार-बार याद करती और परेशान होती है कि दूध वाले को मना करना भूल गई कि बरतन वाली से कहना भूल गई कि उसे कल नहीं आना था कि पड़ोसिन को बता ही देना था कि कभी कभी मेरे घर को भी झाँक लिया करतीं । इस तरह एक स्त्री निकलती है घर से जैसे निकलना ही उसका होना है घर में.... 💯💯✍️✍️❣️❣️ ©Neelam Modanwal एक स्त्री घर से निकलते हुए भी नहीं निकलती वह जब भी घर से निकलती है अपने साथ घर की पूरी खतौनी लेकर निकलती है अचानक उसे याद आता है गैस का जलन
Sultan Mohit Bajpai
हसद किसको है ,किसने अब़्र से, ग़म़्माज़गी की है हमारा छप्पर–ओ–हुज़रा, च़कां रहता है ,बारिश में ©Sultan Mohit Bajpai हसद किसको है🤷 .......…... हसद–ईर्ष्या अब़्र– बादल ग़म़्माज़–भेदिया,चुंगलीबाज(ग़म़्माज़गी –चुगली बाजी ) हुज़रा –कोठरी या झोपड़ी चकां–टपकना ह
Mahadev Son
शरीर में समाया तब तक सब पवित्र मल मूत्र लार आदि शरीर से आत्मा मुक्त हुई नही शव भी अपवित्र..... इसलिए भस्म या दफन यही मानव की औकात! ©Mahadev Son शरीर में समाया तब तक सब पवित्र मल मूत्र लार आदि शरीर से आत्मा मुक्त हुई नही शव भी अपवित्र..... इसलिए भस्म या दफन यही मानव की औकात!
सुसि ग़ाफ़िल
प्रेम करता था इसलिए माथा चूमता था , गर हवस होती तो होठों से लार टपकती! प्रेम करता था इसलिए माथा चूमता था , गर हवस होती तो होठों से लार टपकती!
Shubhi Mahajan
If you're here in my area, I'd be entering your home to meet lil mo and to give him Sagun which my mumma gives to new born babies and I like
Poonam Suyal
ऐसा कह के तुमने ये इच्छा मन में जगाई है चटपटी चाट खाने की अब हो गई तैयारी है कोई ये न कहे की उसकी भी जीभ लटपटाई है और सोचकर उसके मुंह से लार टपक आई है #समोसा #चाट #samosa #kitchen #yqdidi
Rashmi Hule
वो अबला हिरनी... See caption... जब मैं स्कूल में थी, तब स्कूल घर से बहुत दूर था और आज की तरह कोई बस या वैन नहीं थी। चल के जाना पडता था । आते - जाते सड़क पर एक लड़की नजर
Nir@j
हाथों में हाथ हो अगर तो गज़ब अहसासात होते हैं। मोहब्बत में बहुत क़ीमती हमारी मुलाक़ात होते हैं। हमलोग जानतें है की, कौन सा, जाम पीया आपने, वो अदभुत जाम का ph तो लगभग सात होते हैं। #प्यार #mohabbat #ishq #pyar #hindi #yqdidi Ekta Verma #nirajnandini मनुष्य के लार का ph अर्थात potential hydrogen (6.2 - 7.6) अर्थात लगभग 7
Aditya Meena
क्रोध में हम कभी कभी हमसे सबसे प्यारा रिश्ता छूट जाता है। फिर हमें खुद को अपने ही क्रोध पर क्रोध आता है क्रोध के विषय मे है एक बार जरूर पढ़ें।।।। *😡क्रोध😡* एक राजा घने जंगल में भटक गया, राजा गर्मी और प्यास से व्याकुल हो गया। इधर उधर
नेहा उदय भान गुप्ता
कुत्ते की बारात बाक़ी कैप्शन में पढ़े👇👇 शीर्षक - कुत्ते की बारात विधा - कविता निकल पड़ी कुत्ते की बारात, संग चलते उसके साथी यार। अपनी कुतिया से मिलने को, काला कुत्ता हो चला है तैय