Nojoto: Largest Storytelling Platform

New पसिनाको गन्ध Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about पसिनाको गन्ध from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, पसिनाको गन्ध.

Archana pandey

सुमन गन्ध शर्मा जाते हैं.... #roseday #कविता

read more
अहो! प्रियम्वद बोलरहे या
 मधु बरसाते?
कहो मिठास वचन में इतनी
 कहाँ से लाते?
हम बोलें तो वृश्चिक भी
 घबरा जाते हैं....,
आप कहें तो सुमन गन्ध 
शर्मा जाते हैं....अर्चना'अनुपमक्रान्ति'

©Archana pandey सुमन गन्ध शर्मा जाते हैं....

#roseday

Deepak Shah (Sw. Atmo Deep)

महक = गन्ध। हसरत = इच्छा। एहसास = भावना। लफ़्ज़ = शब्द। जामा = वस्त्र। मुमक़िन = सम्भव। #ShahNamaByDeepakShah #KachcheAkshar #nazm nojotohind #Love #कविता #Nojotovoice #nojotohindi

read more
mute video

kunwar siddhant Awasthi

कही पुष्पो में नव पल्लव कही पर गन्ध हो जाये कन्हइया और राधा सा वही अनुबंध हो जाये मैं गाऊं हर निशा हरपल कही तेरा सितम साजन वो सारे अर्थ मिलक #कविता

read more
कही पुष्पो में नव पल्लव कही पर गन्ध हो जाये
कन्हइया और राधा सा वही अनुबंध हो जाये
मैं गाऊं हर निशा हरपल कही तेरा सितम साजन
वो सारे अर्थ मिलकर के नया सा छंद हो जाये

कुंवर कही पुष्पो में नव पल्लव कही पर गन्ध हो जाये
कन्हइया और राधा सा वही अनुबंध हो जाये
मैं गाऊं हर निशा हरपल कही तेरा सितम साजन
वो सारे अर्थ मिलक

Sapana Mishra

कोमल सुगात एक ,शूल दूजा भ्राता। फूल और काँटो का जन्मों का नाता।। उद्भव एक बीज भ्रूण ,एक खाद पाता। एक जल विन्दु पाकर डाल इठलाता। लेकिन प्रकृ

read more
कोमल सुगात एक ,शूल दूजा भ्राता।
फूल और काँटो का जन्मों का नाता।।

उद्भव एक बीज भ्रूण ,एक खाद पाता।
एक जल विन्दु पाकर डाल इठलाता।
लेकिन प्रकृति में बिल्कुल विपरीत हैं।
एक खुशी देता दूजा दर्द दे जाता।।

एक कोमल गन्ध युक्त दूसरा कठोर तीक्ष्ण।
एक प्रेम का प्रतीक  दूजा वेदना विधाता।
एक स्वयं मिटकर सुगन्ध है बिखेरता।
दूजा पोर-पोर से है कहर बरपाता।

जीवन में सुख दु:ख ही फूल और काँटे है।
ब्यक्ति के विवेक ने ही इनको है बाँटा।
हर कोई फूल चाहे काँटे न चाहे कोई।
किन्तु साथ नहीं छोडते हैँ ये सहोदर भ्राता।।
                                 सपना मिश्रा कोमल सुगात एक ,शूल दूजा भ्राता।
फूल और काँटो का जन्मों का नाता।।

उद्भव एक बीज भ्रूण ,एक खाद पाता।
एक जल विन्दु पाकर डाल इठलाता।
लेकिन प्रकृ

Bharat Bhushan pathak

#chandikachhand चंडिका छंद :-यह एक सममात्रिक छंद है जिसका विधान १३ मात्राएं पदांत रा ज भा (२१२) अनिवार्य है।  हिन्दी बिन्दी हिन्द की। प्रा #Poetry

read more
mute video

Rakesh Kumar Dogra

तेरी कही बात आजकल दिल में नहीं उतरती लोग भाषा न बदलें अर्ज़ है लहज़ा बदलें । बड़े अन्दाज़ थे उसके नखरे थे उसके, हम बताएंगें चाल-चलन में क्या-२

read more
तेरी कही बात आजकल दिल में नहीं उतरती 
लोग भाषा न बदलें अर्ज़ है लहज़ा बदलें ।
बड़े अन्दाज़ थे उसके नखरे थे उसके,
हम बताएंगें चाल-चलन में क्या-२

Preeti Karn

#जननी#कविता #गर्भ ##प्रसव #yqhindi #yqhindiquotes पुष्पधन्वा : कामदेव पाटली: गुलाब , केतकी: केवड़ा कौशेय : रेशमी आसन्नप्रसवा : जिसे

read more

मैं जनती हूं  कविताएं 
किसी अन्य को
जनक के अधिकार के आधिपत्य से
मुक्त रखती हूं।
सहधर्मिता की  नियमावली  का
अनुपालन नहीं होता
इस सृजन में।
 मैंने अपनी अनुभूतियों की हठधर्मिता 
के  निर्वहन  मात्र से
अपने हृदय गर्भ में
बीज आरोपित किए हैं
जो बसंत और घहराते काले 
मेघ सदृश  पुष्पधन्वा की
धरोहर हैं।
कुसुम कचनार पाटली केतकी 
से झड़ते रस गन्ध से पोषित
स्वाति उत्तराआषाढ नक्षत्रों की
बूंदों से अलंकृत 
मलय पवन के रेशे से
बुने गए कौशेय वसन 
सुसज्जित
मैं आसन्नप्रसवा जनती हूं कविताएं!
                    प्रीति


     #जननी#कविता #गर्भ ##प्रसव
#yqhindi #yqhindiquotes 
पुष्पधन्वा  : कामदेव
पाटली:    गुलाब   , केतकी: केवड़ा
कौशेय :  रेशमी
आसन्नप्रसवा : जिसे

Kulbhushan Arora

1 नवंबर, 1984 स्तब्ध शहर के भीतर सेबंद दरवाज़े, बंद खिड़कियों से झांकती आंखें, दहशत की गन्ध,फैली दुर्गन्ध सी, खुले होंटों मेंअटकी खामोश आवाज #yqquotes #yqdiary #yqकुलभूषण #yqriot

read more
1नवंबर 1984
मेरे जीवन का
सबसे काला दिन



असहाय से हम सब
देखते रह गए
लोगों की जीवित जलते
 1 नवंबर, 1984
स्तब्ध शहर के भीतर सेबंद दरवाज़े,
बंद खिड़कियों से झांकती आंखें,
दहशत की गन्ध,फैली दुर्गन्ध सी,
खुले होंटों मेंअटकी खामोश आवाज

Divyanshu Pathak

शब्द रूप रस गन्ध और स्पर्श जन्म के साथ ही हमें मिलते।यह जीवन के गुण है।शब्द जो कि सबसे पहले आता है और हम उन्हें शब्दशक्ति के रूप में समझते भ #yqdidi #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #ख़यालोंकीउथलपुथल #KKसवालजवाब #पाठकपुराण #KKसवालजवाब28

read more
मेरा अपना निजी मत है कि--- शब्द रूप रस गन्ध और स्पर्श जन्म के साथ ही हमें मिलते।यह जीवन के गुण है।शब्द जो कि सबसे पहले आता है और हम उन्हें शब्दशक्ति के रूप में समझते भ

Sachin Ken

याद है मुझे वो गाँव के कच्चे मकान में बचपन का सावन हर साल के सावन की हर बरसात मुसीबतें बेशुमार देकर गयी

read more
याद है मुझे
वो गाँव के कच्चे मकान में 
बचपन का सावन

हर साल के 
सावन की हर बरसात 
मुसीबतें बेशुमार देकर गयी
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile