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कवि अर्जून सिंह बंजारा
कवि अर्जुन सिंह बंजारा हिंदू साहित्य ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा
कवि अर्जून सिंह बंजारा
हिंदी साहित्य संस्थान 30/04/2024 ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता मत मांगो खालिस्तान ये पूरा हिंदुस्तान तुम्हारा है
कवि अर्जून सिंह बंजारा
हिंदी साहित्य मंच ©कवि अर्जून सिंह बंजारा कवि अर्जुन सिंह बंजारा कविता आज की पीढ़ी
Shashi Bhushan Mishra
नींद का मारा लगे, कितना बेचारा लगे, स्वाद पहली दफ़ा सा, फिर न दोबारा लगे, दर्द की आग़ोश में, चाँद अंगारा लगे, बिगड़ जाए स्वाद तो, शहद भी खारा लगे, प्रेम की पहचान है, गैर भी प्यारा लगे, हताशा में आदमी, दुनिया से हारा लगे, स्वार्थ में अंधे हुए को, हर कोई चारा लगे, भटकता गुंजन फिरे, हर राह बंजारा लगे, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई ©Shashi Bhushan Mishra #राह बंजारा लगे#
सत्यमेव जयते
जिसके लिए घरवालों तक से लड़ाई कर ली मैंने आखिर में वह भी मुझे रोता हुआ छोड़ गया..!! रिश्ते तोड़ कर जाने वालों को क्या पता यादें मरती नहीं मार डालती है..!! ©सत्यमेव जयते मुझे रोता हुआ छोड़ गया..!!
Anuj Ray
हर काम अधूरा छोड़ दिया" जाने वफ़ा समझा था जिसे, जब उसने ही दिल तोड़ दिया। हर काम अधूरा छोड़ दिया , खुद से किया वादा तोड़ दिया। नफ़रत थी कभी मयखानों से, अब उनसे ही रिश्ता जोड़ दिया। खाई थी कसम ना पीने की कभी, पर वो भरम भी उसने तोड़ दिया। ©Anuj Ray # हर काम अधूरा छोड़ दिया"
Shashi Bhushan Mishra
भोगे हुए दुःखों की गठरी, सर पे लाद घूमती ठठरी, छुटकारा पा ले यादों से, खुशियाँ बरसे छोड़ो छतरी, आलीशान महल में लेटी, ओढ के वही पुरानी गथरी, मुहरों की खदान में आकर, चुनती कांसा पीतल पथरी, नफ़रत का किरदार निभाये, शब्दों से फट जाए अँतरी, कोई शाम गुजारो सुख से, बैठो पास खिलाओ मठरी, प्रेम और सम्मान सहेजो, 'गुंजन' के मन में जा बस री, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #भोगे हुए दुःखों की गठरी#
Tejshwi Sahu
🗣 सपने बांध कर नये शहर आये हैं, सुकुन की निन्द घर छोड़ कर आये हैं,, तौर तरीके नये सिख रहे हैं शहर के, ठाठ -बाठ सब घर छोड़ कर आये हैं,, ढूंढते हैं हर वक्त आपनापन,इस नये शहर में,, वो आंखे अपने पन का घर छोड़ आये हैं.. उमर बिताने की तैयारी कर आये हैं, बचपना अपना घर छोड़ कर आये हैं,,.. रख लेते हैं अब खयाल खुद का, क्योकी खयाल रखने वाली माँ घर छोड़ कर आये हैं..❤ हाँ सुकुन की निन्द घर छोड़ कर आये हैं...!!🙇♀ ©Tejshwi Sahu घर छोड़ कर आये हैं