Find the Latest Status about कोमल ताई पाटील from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कोमल ताई पाटील.
Shivkumar
White फूल से उसकी खुशबू को यु ना मांगो वो तो खुद घर के आँगन को यु महकाता हैं । ऐसे कोमल भाव को देख कर मेरा मन ना जाने क्यों ? बहुत ही घबराता हैं। आखिर क्यों ? अपने को गवा कर वो सबके घर में खुशियाँ को यु लुटाता है । उसकी ये छवि, मैंने हर जीव के अंदर मे भी पाई इस बात को में, भले ही देर से समझ पाई । उस फूल का बलिदान भी एक ज्ञान हैं । इस बात से हम सब क्यों अभी भी अनजान हैं ? उसकी जान लेने में, हम एक पल नहीं गवाते उसकी लाश पर गुज़र कर, हम अपनी ही महफिले को सजाते है । ©Shivkumar #flowers #Flower फूल से उसकी #खुशबू को यु ना मांगो वो तो खुद घर के #आँगन को यु महकाता हैं । ऐसे #कोमल भाव को देख कर
AARPANN JAIIN
White फूलों की महक से सजी यह बगिया हर रंग में सिमटी है प्रकृति की सरगम हर कली में छुपी है मुस्कान की चंचलता जीवन में भरती है रंगों का पथ फूलों की खिलखिलाहट है मन को भाती हर सुगंध में बसी है खुशियों की मिठास प्रेम का संदेश देते हैं ये नन्हे फूल दिल को छू जाती है इनकी कोमल प्यास ©AARPANN JAIIN #flowers #Life #Life_experience #Love #Nature फूलों की महक से सजी यह बगिया हर रंग में सिमटी है प्रकृति की सरगम हर कली में छुपी है मुस्कान
Devesh Dixit
श्रद्धा (दोहे) हिस्सों में अब बट रहीं, कितनी श्रृद्धा आज। आफताब घेरे इन्हें, बन कर के वो बाज।। घटनाओं का सिलसिला, बढ़ता है दिन रात। कहती हैं श्रद्धा सभी, समझो अब जज्बात।। धोखा दूँ माँ बाप को, श्रद्धा करे न पाप। आफताब जैसे मिलें, तब होता संताप।। हो श्रद्धा मन में बहुत, खुश होते भगवान। संकट करते दूर हैं, हों पूरे अरमान।। श्रद्धा जिसमें भी रहे, हो उसका उद्धार। पाप कर्म से दूर हो, बना रहे उद्गार।। श्रद्धा से कोमल बने, मन के अपने भाव। दूजों की पीड़ा दिखे, उभरे उर के घाव।। ........................................................ देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #श्रद्धा #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry श्रद्धा (दोहे) हिस्सों में अब बट रहीं, कितनी श्रृद्धा आज। आफताब घेरे इन्हें, बन कर के वो ब
AshuAkela
White खट्टी मीठी यादों की पगडंडी पर, चाहत कितनी अच्छी लगती है छोड़ काटें फूलों को देखो तो, चाहत कितनी कोमल सुंदर लगती है झूठी सच्ची बातें होती थी जबतक, चाहत कितनी अच्छी लगती है ©AshuAkela #Road #Highlights #story #MirzapurSeason2 #Poetry #Chahat खट्टी मीठी यादों की पगडंडी पर, चाहत कितनी अच्छी लगती है छोड़ काटें फूलों को देख
Sangeeta Kalbhor
नकोच काही चिंता अन् नकोच काही गुंता नको नकोच रे देवा माणसाची अशी कुंठा दिलेस ह्रदय कोमल भावही कोमल असू दे नयनातील रम्य दृष्टी तुझ्या नजरेने दिसू दे देऊ दे हाक अंतःर्आत्म्याला ओ मात्र तू दे आलेच काही अशुद्ध मनात दूर वाहून तू ने दे चपराक अशी झापड उघडावी आळसाची बहरावी अशी मती नवीनवेली पाने पळसाची आचमन करुन भावनांचे भाव मनी झिरपू दे जे जे चांगले ,उदात्त खिरापत तयांची वरपू दे आज आत्ता आणि आत्ताच जगणे ध्यानी घेऊ दे ओंजळ भरभरून सुखाची दुःखालाही कवटाळू दे नकोच रे काही काही चिंता नकोच कसला गुंता भिडायला येऊ दे माणसाला माणुसकी न सोडता..... मी माझी..... ©Sangeeta Kalbhor #fisherman नकोच काही चिंता अन् नकोच काही गुंता नको नकोच रे देवा माणसाची अशी कुंठा दिलेस ह्रदय कोमल भावही कोमल असू दे नयनातील रम्य दृष्टी त
Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ
हर दर्द सहे हंसकर जबतक वो, लगती सबको बेचारी है, हो जब बात आत्मसम्मान की, फिर बन जाती दुर्गा नारी है कर देती है बलिदान खुद को बस अपनों की खुशी के लिए समझे ना कीमत हर कोई इसकी, देती जाने कितनी कुर्बानी है हर फर्ज़ निभा जाती, हर बार झुक जाती, फिर भी जाने क्यूं सबकी अराति है बस प्यार के दो बोल ही काफी है उसको फिर देखो नारी कितनी प्यारी है कभी मोम सी पिघल जाए, कभी ज्वाला सी धधक जाती पर हो जाए जब हद से पार व्यभिचार, फिर वो बन जाती झांसी की रानी है अपने घर के बगिया की वो कोमल ठंडी छाया है, करो सदा सम्मान उसका, चलता है संसार उससे, मौत भी उससे हारी है.... ©Ƈђɇҭnᴀ Ðuвєɏ #womens_day हर दर्द सहे हंसकर जबतक वो,लगती सबको बेचारी है, हो जब बात आत्मसम्मान की,फिर बन जाती दुर्गा नारी है कर देती है बलिदान खुद को बस अ
||स्वयं लेखन||
ॐ नमः पार्वती पतेय हर हर महादेव! एक केशर विलेपित कोमल कमल राजकन्या, शोभित न्यारी ललित ललाट, दिव्य छविधारी गौरी प्यारी। दूजे शोभित हैं भभूत,विषधर नीलकंठ मुंडमाल से भरा कंठ, धारण किए चंद्र चमक रहा मस्तक, जटाधारी केश,भाल त्रिनेत्र बर्फाच्छादित निवास क्षेत्र। पर्वतपुत्री शोभित न्यारी कनक बसन कंचुकी सजाए, स्वर्ण आभूषण शोभा भाए, हृदय में शिव को बसाए, एक ही हठ वर बने शिवशंकर जाती कैलाश शिखर निष्ठावान प्रेम संकल्प लिए शैल सुता पूजती शिवलिंग, अन्न जल त्याग प्रेमरस भींग, वैरागी शिव के हृदय में कर प्रेम जागृत, किया शक्ति ने स्वयं को समर्पित। ©||स्वयं लेखन|| ॐ नमः पार्वती पतेय हर हर महादेव! एक केशर विलेपित कोमल कमल राजकन्या, शोभित न्यारी ललित ललाट, दिव्य छविधारी गौरी प्यारी।
राजकारण
सोलापुरातील तीन वरिष्ठ पोलीस निरीक्षकांच्या बदल्या ©राजकारण सोलापूर : राज्याच्या पोलिस महासंचालकांनी १२९ पोलिस निरीक्षकांसह तब्बल २१२ उपनिरीक्षकांच्या बदल्यांचे आदेश काढले आहेत. त्यात सोलापूर शहरातील