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Stories related to best indian mythology books

Satish Kumar Meena

#Books

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ये किताबें
      रद्दी की टोकरी में
        रखने वाली नहीं होती 
              इसके एक एक अक्षर का         
       स्वागत अपने को धन्य और
           कृतार्थ कर देने वाला होता है।
         📖📖📖📖📖📖

©Satish Kumar Meena #Books

Meera Rathod

#Books

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ਵਿਦਵਾਨ ਲੋਕ ਹੀ ਸੰਸਾਰ ਵਿੱਚ ਸਿਰ ਤੇ 
ਬਿਰਾਜਦੇ ਹਨ ਪਰ ਵਿਦਿਆ ਤੋਂ ਸੱਖਣੇ
 ਪੈਰਾਂ ਹੇਠ ਲਿਤਾੜੇ ਜਾਂਦੇ ਹਨ।

©Meera Rathod #Books

RAMAKANT PATEL

#Books

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घर के अंदर जी भर के रो लो,
पर दरवाजा हंस कर ही खोलो।

©RAMAKANT PATEL #Books

KRISHNA KUMAR KUSHVAHA

#Books

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Unsplash Kitaben karorpati aur mahapurush bana sakti hain.

©KRISHNA KUMAR KUSHVAHA #Books

सूरज

#Books# ज्ञान

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चाहे आप कितनी भी ऊंची शिक्षा प्राप्त कर ले, अगर आपको जरा भी ज्ञान नहीं तो ,वह शिक्षा व्यर्थ है।

©सूरज #Books# ज्ञान

Deepak Kumar 'Deep'

#Books

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Unsplash Books are 
gateways of 
knowledge and wisdom

©Deepak Kumar 'Deep' #Books

Pankaj Kumar

#Indian railway

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Thoughts World

#Indian constitution

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Avinash Jha

कुरुक्षेत्र की धरा पर, रण का उन्माद था,
दोनों ओर खड़े, अपनों का संवाद था।
धनुष उठाए वीर अर्जुन, किंतु व्याकुल मन,
सामने खड़ा कुल-परिवार, और प्रियजन।

व्यूह में थे गुरु द्रोण, आशीष जिनसे पाया,
भीष्म पितामह खड़े, जिन्होंने धर्म सिखाया।
मातुल शकुनि, सखा दुर्योधन का दंभ,
किंतु कौरवों के संग, सत्य का कहाँ था पंथ?

पांडवों के साथ थे, धर्म का साथ निभाना,
पर अपनों को हानि पहुँचा, क्या धर्म कहलाना?
जिनसे बचपन के सुखद क्षण बिताए,
आज उन्हीं पर बाण चलाने को उठाए।

"हे कृष्ण! यह कैसी विकट घड़ी आई,
जब अपनों को मारने की आज्ञा मुझे दिलाई।
क्या सत्य-असत्य का भेद इतना गहरा,
जो मुझे अपनों का ही रक्त बहाए कह रहा?"

अर्जुन के मन में यह विषाद का सवाल,
धर्म और कर्तव्य का बना था जंजाल।
कृष्ण मुस्काए, बोले प्रेम और करुणा से,
"जो सत्य का संग दे, वही विजय का आस है।

हे पार्थ, कर्म करो, न फल की सोच रखो,
धर्म की रेखा पर, अपना मनोबल सखो।
यह युद्ध नहीं, यह धर्म का निर्णय है,
तुम्हारा उद्देश्य बस सत्य का उद्गम है।

©Avinash Jha #संशय
#Mythology  #aeastheticthoughtes #Mahabharat #gita #Krishna #arjun

Pankaj Kumar

#Indian railway

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