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Era Sharma
White (वक्त का पहिया ) वक्त ने एक दिन बड़े इतराते हुए मेरे पास आ कर कहा... देखो तुम्हे पल भर मे कहां से कहां ला कर खड़ा कर दिया। ©Era Sharma #Sad_shayri #my #poem #Time
Vijay Vidrohi
White सब रिश्ते नाते हवा हो गए जज्बात न जाने कहां खो गए करते थे एक दूजे की केयर निस्वार्थ अपनेपन के भाव अब धुआं हो गए होता था जिनका परिवार भरा-पूरा आज वो मां-बाप तन्हा हो गए रहते हैं सब अपने अकेले कमरे में संयुक्त परिवार कब के तबाह हो गए घुमाते हैं कुत्ते बिल्लियां गोद-गाड़ी में पर इंसान इंसानियत से खफा हो गए खूब होते थे; हंसी-ठठे गली-कूचे अब मोबाइल पर सबसे वास्ता हो गए करते थे जो कदर हर एक इंसान की वो इंसान न जाने कहां खो गए। 😟😟🙏🙏🙏🌎 ©Vijay Vidrohi #Smile #परिवार #Apne #viral #my #my #poem #Poetry #Love #PARENTS
Kuldeep Singh
रुकना नहीं है झुकना नहीं है बस भीड़ है डरना नहीं है ©Kuldeep Singh Read poem on my blog, for link check my profile
MDK
your best teacher is your last mistake ©MDK last mistake#hope
Lakshmi Menon
As I lay, Resting my head on your bare chest. Running my fingers through and toying with your chest hair, Little did I know, That was possibly, the last night of my joy. The voices in my head had drowned. I had found my peace, or so I thought. The quiet night sky, Had begun to pour acid rain. That burned my skin, And scarred my soul. My silent warrior! Had stuck a dagger into my heart, A dagger that bore the poison Called truth... ©Lakshmi Menon The last night of my joy #mylove
mrshayar_jp
पढ़ा लिखाकर जिसने पैरो पर खड़ा किया काबिल होकर भी जो मां की सेवा न कर सका अब मां को खोकर उसको मां की याद आती है अब मलमल के बिस्तर में भी उसको अजीब बेचैनी सताती थी तकिए में वो नींद कहा ,जो मां को गोदी में सिर रख कर आती थी ©mrshayar_jp #maa #last part
shivam chandra
मुझे अब जाना होगा, मुझे अब जाना होगा.. अगर मगर अब कुछ नहीं, कुछ तो बनके दिखाना होगा, मुझे अब... कर्तव्य पथ से भटक गए, न जाने किस किसमें अटक गए.. मूर्छित मन को त्याग कर, कर्तव्यनिष्ठ बन जाना होगा, मुझे अब... मन कुंठित है सहे शूल -भाल, हंसकर ये भी सह जाना होगा.. उम्मीदों के ठहरे आंचल, छोड़ आगे बढ़ जाना होगा, मुझे अब... है धैर्य परीक्षा है ज्ञात तुम्हें, फिर मिलें कितने भी आघात तुम्हें.. अग्नि में लोहा जैसे तपता है, वैसे ही तप जाना होगा, मुझे अब...! ©shivam chandra #aim #decipline #obsession my own written poem
justmythoughs2050v2
आख़री सफ़र एक दिन हम भी गुज़र जाएंगे, ज़िन्दगी के नये सफर पर निकल जाएंगे पीछे तो छुटेंगे लोग, पीछे तो छुटेंगे लोग, पर वो जो वक्त की यादों में हमारा चेहरा देखकर मुस्कुराएंगे, हमें याद करके किसी के आंसु आए तो रो देना,कि हम भी सोच कर मुस्कुराएंगे किसी ने तो याद किया जीते जी ना सही मरने के बाद तो किया, जन्म मिला दोबारा तो मिलने ज़रुर आएंगे इस जिंदगी का सारा कर्ज अग्ली में चुकाएंगे, किसी न याद ना भी किया तो हम तो सबको याद करके मुस्कुराएंगे, मुस्कुराएंगे, मुस्कुराएंगे अब तक का सफर भी सुहाना सा था दुःखों से भरा और सुखों से हारा हुआ किनार सा था, सफ़र ख़त्म हुआ तो सोचा कुछ देर आराम फरमाएंगे पर क्या पता था कि हर सफर का भी सफर होता है, यह खत्म तो अगला भी शुरू होता है, खेर हम तो चल दिए नए सफर पर यारो, वक्त मिले तो याद कर लेना कभी, कि हम भी कहीं यादो की दिवारो में दब जाऐगे,दब जाएंगे ©justmythoughs2050v2 #thelunarcycle #Last #justmythoughts