Nojoto: Largest Storytelling Platform

New कर्मवीर कविता का सारांश Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about कर्मवीर कविता का सारांश from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, कर्मवीर कविता का सारांश.

    PopularLatestVideo

Radhe Mohan Giri

कविता सारांश

read more
सिसा से कभी पथर नहीं टूटती है और जिस में दम है वहीं बाज़ीगर होता है कविता सारांश

Suraj Sharma

कविता प्रेरक मोटिवेशनल कर्मवीर सूरजशर्मामास्टरजी

read more
जुटा साहस, कदम बढ़ा;
उस अनजान रास्ते पर अब चलकर तुझे दिखाना है¡
है वह वीरान और दुर्गम, वहम यह लोगों का मिटाना है ।
बाधाएं सब हट जाती हैं, जब कर्मवीर राह पर बढ़ता है।
ज्यों तम हटता है, जब सूरज नभ में चढ़ता है।। 
पत्थर भी पानी बन जाता है, 
परचम जीत का तुझसा कर्मवीर ही लहराता है। 
वही अनजान रास्ते को सबके लिए सुगम बनाता है।।

©Suraj Sharma #कविता #प्रेरक #मोटिवेशनल #कर्मवीर #सूरजशर्मामास्टरजी

Nagendra Dahayat

जिंदगी का सारांश #अनुभव

read more
ना हारना जरूरी ना जीतना जरूरी जो रूठ गए ना उनको मना ना जरूरी यह जिंदगी है साहब बस इसे समझना जरूरी है

©nagendra dahayat

©nagendra dahayat जिंदगी का सारांश

Abhishek Soni

कर्मवीर अभिषेक Abhisheksoni कविता स्वराचितकाविता स्वरचित

read more
…........................

©Abhishek Soni #कर्मवीर 
#अभिषेक 
#Abhisheksoni
#कविता 
#स्वराचितकाविता 
#स्वरचित

Yogesh Bhardwaj

 #कर्मवीर

J P Lodhi.

कर्मवीर
विकट समय विकट परिस्थिति में कर्तव्य अपना निभा रहे,
त्याग घर ओरों की जान के खातिर खुद की जान गंवा रहे।

प्राण दाव पर लगा कर,योद्धा बन कोरोना से लड़ रहे युद्ध,
त्याग के घर परिवार मोह के रिश्ते नाते बन रहे गौतम बुद्ध।

मानवता के सेवा पथ पर हैवानियत की हरकतें भी सह रहे,
मासूमों की करहाती पीड़ा से नैनो से अश्रु जल भी बह रहे।

खाकी राहों में सीना तानें खड़ी है,कोरोना से लोहा लेने को,
हैवानियत के हमलें से आहत होके भी तैयार खड़े सेवा को।

उनके धैर्य साहस बढ़ाने को,तरह तरह के जतन अपना रहे,
विमानों से पुष्प वर्षा से दे सम्मान से उनके हौसले बढ़ा रहे।

कर्तव्य मर्म की बेदी पर महान योद्धा अपनी आहुति दे गए,
जाते जाते योद्धा जय हिन्द कह कर देश को सलामी दे गए।

कर्मभूमि में प्राण दाव पर लगा फर्ज वतन का अदा कर रहे,
पीड़ितो की जान बचा कर के मातृभूमि को सजदा कर रहे।
JP lodhi #कर्मवीर

Aakash Gupta

कर्तव्यपरायणता, कर्मठता, जीवटता का पर्याय हैं कर्मवीर,
आसमयिक इस आपदा में निरंतर कार्य कर रहे है धर कर धीर।
भगवान का रूप कहलाते हैं चिकित्सक आज सबने जाना है,
पुलिस के अदम्य साहस और सजगता का लोहा सबने माना है।
रेल का पहिया थाम कर पीड़ितों के रोकथाम की गति को बढ़ाया है,
मुँह पर कपड़ा बांध सफाई कर्मचारियों ने भी कार्य बखूबी निभाया है।
न हो कहीं रुपये की आवाजाही ठप्प ये बीड़ा बैंको ने उठाया है,
समाजसेवियों ने भी आगे आकर हाथ मदद का बढ़ाया है।
अखबार हर घर देकर खबरों से जो रुबरु कराया है
मीडिया अपना श्रेष्ठतम रूप इस आपदा में लाया है
जंग बड़ी है ये जानकर बड़े बूढ़े और बच्चों ने भी ठाना है,
घर और सिर्फ घर में रहकर इस महामारी को हराना है।
बिन जाने पहचाने सर्वस्व समर्पित भाव से दिखा रहे लगन,
मार्मिकता और लगनशीलता से सराबोर कर्मवीरों को शत शत नमन
✍🏻

- आकाश गुप्ता #कर्मवीर

SHAILESH RANA

मेरी कविता का सारांश #srtheshayar #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqkavita #yqshayari #yqdada

read more
क्या लिखूं, मैं अमर कथा।
या जो मिला है वह अभिशाप लिखूं ।।
इस जीवन की दोड़ भाग में।
जो मिला नहीं तनिक विराम लिखूं।।
अपनों की मित्रता प्रगाढ़ लिखूं।
या ह्रदय की व्यथा अपार लिखूं।।
वियोग का पूर्ण सार लिखूं।
उम्मीदों का संसार लिखूं,।।
या किस्मत की मैं हार लिखूं।
उमंगो का प्रभात लिखूं,
या शोक भरी मैं रात लिखूं
क्या लिखूं, मैं अमर कथा।
या जो मिला है वह अभिशाप लिखूं ।।....):- मेरी कविता का सारांश #srtheshayar #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqkavita #yqshayari #yqdada

शैलेश राणा

मेरी कविता का सारांश #srtheshayar #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqkavita #yqshayari #yqdada

read more
क्या लिखूं, मैं अमर कथा।
या जो मिला है वह अभिशाप लिखूं ।।
इस जीवन की दोड़ भाग में।
जो मिला नहीं तनिक विराम लिखूं।।
अपनों की मित्रता प्रगाढ़ लिखूं।
या ह्रदय की व्यथा अपार लिखूं।।
वियोग का पूर्ण सार लिखूं।
उम्मीदों का संसार लिखूं,।।
या किस्मत की मैं हार लिखूं।
उमंगो का प्रभात लिखूं,
या शोक भरी मैं रात लिखूं
क्या लिखूं, मैं अमर कथा।
या जो मिला है वह अभिशाप लिखूं ।।....):- मेरी कविता का सारांश #srtheshayar #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #yqkavita #yqshayari #yqdada

Sunil Kumar Kardam

कर्मवीर #कविता

read more
मुक्तक
--------
हालातों  से  जूझता  हरपल  रहा  मैदान में
धब्बा लगने ना दिया  पर आभा की शान में।
साजिशें उसको बुझाने की हुई काफी मगर
था दीया जिद्दी बहुत जलता  रहा तूफान में।।
सुनील कुमार कर्दम कर्मवीर
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile