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Stories related to मेरे प्रितमा जियो

Reetu

#sad_shayari मेरे कान्हा

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Imran Shekhani (Yours Buddy)

जियो और जीने दो #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy #YoursImran

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mani naman

मेरे शब्द

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Unsplash रद्दी अख़बार की 
मर चुकी ख़बरों के बीच 
बची-खुची ज़िद्दी और 
स्वाभिमानी टैग लाइन से 
बस किसी तरह 
दो शब्द झाड़ लाया हूँ;
तुम हेडलाइन देखकर 
कन्फ्यूज़ न होना,
क्योंकि,
अतीत से लाए गए शब्द 
अपना वजूद खोकर 
धुंधला ही जाते हैं;
बस किसी तरह 
अपने वाक्यों के बीच 
मेरे शब्द सहेजकर 
उन्हें ज़िंदा रख लेना।

©mani naman मेरे शब्द

Ashraf Fani

जीना है तो सर उठा के जियो हालात से नज़रें मिला के जियो #ashraffani #life_quotes शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी

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White जीना  है तो  सर उठा के जियो
हालात से नज़रें मिला के जियो

©Ashraf Fani जीना  है तो  सर उठा के जियो
हालात से नज़रें मिला के जियो
#ashraffani 
#life_quotes  शायरी हिंदी शायरी दर्द खूबसूरत दो लाइन शायरी

priyanka pilibanga

मेरे अल्फ़ाज़

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ak_patodiya

जीवन छोटा है। इसे जियो। डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो। #MorningMotivation Life #life_lesson #motivatational

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जीवन छोटा है। इसे जियो। 
डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो।

©ak_patodiya जीवन छोटा है। इसे जियो। डर स्वाभाविक है। इसका सामना करो। #morningmotivation #Life #life_lesson #motivatational

Imran Shekhani (Yours Buddy)

जियो और जीने दो #Original #ownvoice #thought #lifequotes #philosophical #fundaoflife #YoursBuddy #YoursImran

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Rahul Varsatiy Parmar

#foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

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सुबह के 5 बज चुके है तो

जमाने ए बंदिश

खैर एक खयाल एक गजल देखिए
रातों की नींद से (अदावत/ दुश्मनी) हो गई है
हमे भी ज़माने के रिवाजों से (कदूरत/ नफरत) हो गई है
ज़माने- ए- बंदिश में कैद है (आबरू/ इज्जत) ) हमारी
अब खुद को ही खामोश कर रही है खामोशी हमारी
(मशगूल-ए- महफिल /मिलना जुलना)
 नही है रही अब फितरत हमारी
मशरूफ-ए-बेरुखी जिंदगी खुद से हमारी
हिदायत-ए -दिल है की मुखातिब हो ज़माने से
क्यों हया-ए- आबरू  खौफ से गुजरे जिंदगी हमारी

(मशरूफ/व्यस्त,) (बेरुखी/नाराजगी,)( हिदायत/ सलाह ,) (मुखातिब/ सामना,) (हया ए आबरू/ शर्म) ,(खौफ/ डर) 

इस गजल का सीधा सा मतलब है 4 लोगो क्या कहेंगे  इसे बेफिकर होकर जियो
निर्मला पुत्र सिद्धांत परमार

©Rahul Varsatiy Parmar #foryoupapa जिंदगी खुद के लिए जियो समाज के लिए नही #

Vivek Gautam

मेरे एहसास...

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परिस्थितियां पक्ष में हों, या विपक्ष में।

योद्धा मैदान नहीं छोड़ते।।

©Vivek Gautam मेरे एहसास...

Rajeshwar Madhukar

मेरे कमल

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