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NAVRANG
Unsplash बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो ©NAVRANG #snow बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
#snow बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
read morePriya
Google आप हमसे जुड़े हमारी बातों की ध्यान दें जब आप मिल पे गेहूं या चावल पिसवाने के लिए जाते हो तो ध्यान देना 1 किलो वाला वजन 800 ग्राम रहता है 2 किलो वाला वजन 1800 ग्राम रहता है यहां तक की हर एक इंसान बेईमानी करता है मैं गया था एक किराना स्टोर पर वह मैंने काजू खारडा 100 ग्राम फिर दूसरे टारजू से नापा तो वह 90 का नाम निकला और नहीं मैंने एक जगह 2 किलो प्याज खारडा और दूसरे तर्जुमा से नापा तो 1700 ग्राम निकल यहां तक की हर एक जगह बीमारी किया जाता है क्या गरीबों को लूटा जाता है हमारी बातों से सहमत है तो हमें फॉलो करें ©Priya #हमसे ज्ञान ले जाओ जब भी जाओ कोई दुकान तो ध्यान दो उसके वजन पर
#हमसे ज्ञान ले जाओ जब भी जाओ कोई दुकान तो ध्यान दो उसके वजन पर
read moreNAVRANG
Unsplash बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो ©NAVRANG #traveling बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
#traveling बदल जाओ वक्त के साथ या फिर वक्त बदलना सीखो मजबूरियों को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो
read moreF M POETRY
Unsplash दर्द देने कि उनकी आदत है.. हाँ मगर बेपनाह मुहब्बत है.. रोते रहते हैं वो पश-ए-दीदार.. इस तरह उनको हमसे चाहत है.. यूसुफ़ आर खान.. ©F M POETRY #इस तरह उनको हमसे चाहत है...
#इस तरह उनको हमसे चाहत है...
read morepuja udeshi
बचपन से नटखट पन सीखो जवानी से हसीं मजाक, प्यार सीखो अंकल आंटी की उम्र मे बड़ो क़ो प्यार देना और आदर करना सीखो बुढ़ापे मे सयम, शांति और एकांत जीवन सुखमय,आनंद और दीन दुनियां से दूर रहना सीखो....भगवान की शरण मे चले जाओ.... आनंद ही आनंद ऐसा करना सीखो.... ©puja udeshi #सीखो #pujaudeshi
नवनीत ठाकुर
White जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो, अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो। भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर, हमारी राहें अलग, हमारा सफर मशहूर। ©नवनीत ठाकुर जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो, अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो। भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर, हमारी राहें अलग, हमारा
जीने का हुनर अगर सीखना है, हमसे सीखो, अंधेरों में भी उम्मीद का चिराग जलाना सीखो। भेड़-बकरियों संग चलना हमें कब मंज़ूर, हमारी राहें अलग, हमारा
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