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Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी पथ के पत्थर है युवा इन्हें तरास कर राष्ट्र मन्दिर में बैठना होगा कुर्सी पर कोई भी आये जाये इनकी साधना का साध्य और सहयोगी हर सरकारों को बनना होगा खमोशी से भी इनको छेड़ा रोडे इनके भविष्य में अटकाये पेपर लीक और नीट घोटाले अगर व्यापार के केंद्र बनाये तब ये ही युवा आवारापन होकर पत्थरो से व्यवस्था रोंदेगे किया मंत्री नेता अफसर सबको हासिये पर लाकर छोड़ेंगे प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #snowpark पथ के पत्थर है युवा #nojotohindi
#snowpark पथ के पत्थर है युवा #nojotohindi #कविता
read moreSrinivas
ज्ञान के प्रकाश में, हर कार्य कुशलता से चमकता है। ©Srinivas #Education ज्ञान के प्रकाश में, हर कार्य कुशलता से चमकता है।
#Education ज्ञान के प्रकाश में, हर कार्य कुशलता से चमकता है। #विचार
read moreArora PR
White इस पथ ने पथिक के सामने एक ही दुर्लभ शर्त रखी है कि कदम तुम्हारे सदैव आगे बढ़ते रहे और तुम कभी रुकोगे नहीं ©Arora PR पथ और पथिक
पथ और पथिक #कविता
read moreAbhimanyu Dwivedi
🍀🌹🍀 *चैतन्यमयम*🍀🌹🍀 जीव का व्यक्तित्व , उसके चरित्र का पदार्पण है एवम् चेतन अस्तित्व आत्मा का श्रेष्ठ दर्पण है 🍀 अभिमन्यु (मोक्षारिहन्त)🍀 ©Abhimanyu Dwivedi चेतन पथ
चेतन पथ #विचार
read moreSita Prasad
White लेेखन सौन्दर्य जब भी लिखी दास्तान दिल की कलम ने मेरा बखूबी साथ निभाया किसी ने कहा' वाह क्या बात है! ' किसी को मेरा नज़रिया न भाया हैं दिल की बातें भी अजीब इस दरिया में बस कुछ ही हैं नहाते हर एक को दृश्य सुन्दर हैं भाते बिरला ही कोई मनमोहक दिल हैं पाते स्वांग न रचना न बातें बनाना सीधी सी बात है दिल से दिल है मिलाना न अपना चातुर्य किसी को बार- बार दिखाना निर्मल हृदय पूर्ण सामने वाले की बात है समझना तुम कलिमल रहित मुझे अपनाना न मैं तुम्हे परखकर दोस्ती निभाऊँ मेरा तो बस काम ही है लिखना पाठक व दोस्त के घायल मन को सहलाना।। सीता प्रसाद ©Sita Prasad #flowers #कविता #लेखक #लेखन
Anand Ji Mayura Ji
Village Life केसर की क्यारी में फूलो की मुस्कान हो । रण-भूमि में दिखता जौहर की आन हो। तुम ही हो दुर्गा -श्री - शारदा, ज्ञान शील ममता की पहचान हो । दामन को अपने दाग से बचाईये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
कविता के रंग आनंद के संग
read moreAnand Ji Mayura Ji
हाथों में तुम्हारे ही वतन की लाज है । कर्णधार हो तुम ये तुम्हारा ही राज है । जो चढा दे अपने सरो की भेट , ऐसे वीरों की जरुरत आज हैं । अपने प्राणो से इसकी आरती उताराये ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के रंग
कविता के रंग आनंद के रंग
read moreAnand Ji Mayura Ji
BeHappy हाथ जख्मी होते है डाल ए गुलाब से । घर भी जल जाते है घर के चराग से । कोई क्या बचेगा इस जहां में , हर कोई घिरा है काले नाग से । खुद को बचा लो ये ना मारिये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये । ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
कविता के रंग आनंद के संग
read moreAnand Ji Mayura Ji
मिलेगा प्रेम दोस्तों दिल से पुकारिये । ये देश संवर जाएगा खुद को संवारिये। ©Anand Ji Mayura Ji कविता के रंग आनंद के संग
कविता के रंग आनंद के संग #शायरी
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