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Vijay Kumar उपनाम-"साखी"
लोभ आदमी का गला काटता है लोभ आदमी को बेमौत मारता है उसकी भूख कभी खत्म न होती लोभ आदमी का पेट फाड़ता है लोभी ख्वाबों में दौलत चाटता है लोभी रिश्तों को पैसे से जाड़ता है लोभ आदमी का गला काटता है भरी जवानी में उसे जिंदा मारता है लोभी समंदर के भीतर रहकर भी, ताउम्र प्यासा ही जिंदगी काटता है लोभी जिंदगी के इस चौराहे पर, ख़ुद को कंकर-पत्थर ही बांटता है लोभ आदमी का गला काटता है लोभी पैसे को ही ख़ुदा मानता है पर वो ये बात भूल गया है साखी, लोभ आदमी को जिंदा गाड़ता है अंधेरे से जैसे रोशनी नही होती, लोभी से वैसे अच्छाई नही होती, लोभी आंखे होकर ठोकर छांटता है लोभी उजाले में अंधेरे को पालता है आज हर शख़्स लोभ साथ रखता बिन पैसे किसी से बात नही करता पर अंत समय पैसा साथ नहीं जाता निःस्वार्थ कर्म ही सबको याद आता लोभ,स्वार्थ नही,परोपकारी कर्म ही, मृत्यु बाद भी हमें जिंदा रखता है निःस्वार्थता ही इंसानो का मूल खाता है, बिन इसके खुदा हमे जानवर मानता है दिल से विजय लोभ
Khurshid ansari
लोभ से घिरा मनुष्य धन को तो देखता है पर आपत्ति को नहीं। ©Khurshid ansari लोभ
manoj kumar jha"Manu"
काम, क्रोध और लोभ जब से मनुष्य इनके वश में होते हैं तभी से वे अपने विचार, आचरण और भावों में गिरने लगते हैं। इन तीनों के कारण उनसे ऐसे कर्म होते हैं, जिनसे उनका शारीरिक पतन हो जाता है, मन बुरे विचारों से भर जाता है, बुद्धि बिगड़ जाती है क्रियाएं दूषित हो जाती हैं जिसके फलस्वरूप उनका वर्तमान जीवन सुख , शांति और पवित्रता से रहित होकर दुःखमय बन जाता है अतः इन तीनों का त्याग करना चाहिए। - श्रीमद्भगवद्गीता अ०१६/२१ #गीता काम'क्रोध और लोभ का त्याग करें।
Ambika Mallik
आज़ (लोभ) आज़ वो मृग मरीचिका, जित पकड़ो दूर वो जाए। झोली कभी ना भर पाते, कौड़ी एक खाली रह जाए।। ©Ambika Mallik #लोभ
Dinesh Kashyap
लोभ, लालच और ईर्ष्या मानवता के दुश्मन हैं! जो करें मानव सेवा, सत्य की शक्ति को जो पहचाने! कर्मों में शुभ कर्म! धर्मो में धर्म मानव धर्म है! हिंसा को अहिंसा में बदल दे! मित्रों में है मित्र है प्यारा हां संजीवन बूटी या मरहम है लोभ, लालच और ईर्ष्या मानवता के दुश्मन हैं.... ©Dinesh Kashyap # लोभ ,लालच
Rahul Shastri worldcitizens2121
Safar July 10,2019 सत्संग का अर्थ होता है गुरु की मौजूदगी! गुरु कुछ करता नहीं हैं, मौजूदगी ही पर्याप्त है। ओशो सत्संग का अर्थ