Find the Latest Status about खड़ा नमक from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खड़ा नमक.
i_m_charlie...
White आप कितने लोगों को जानते हो या आपको कितने लोग जानते है ये जरूरी नहीं है, पर उन लोगों में से आपके मुश्किल वक्त में काम कौन आता है ये जरूरी है। ©i_m_charlie... #Road जो मुश्किल में साथ खड़ा वही सबसे बड़ा
Rajkumar Siwachiya
White कै तू बढ़ी स आगय रानी, राजा ना राजा तो आज भी उतै खड़ा सै जित आख़री बार तू उसनय छोड़ गईं थी सारे वादे कसम रस्म दिलासे तोड़ गई थी उसकी खुशियां म आकय उसका खुशियां तै मुंह मोड़ गई थी जित श्यामी उसकी आंखा आगय बिगाने तै रिश्ता जोड़ गई थी जित उसकी सारी ख्वाबी ख्याली भविष्य की दुनिया ऐठिया तलय मसल तू रोड़ गई थी राजा आज भी उतै खड़ा सै रानी तेरे बारे गहन चिंतन करता तू जिंदगी में खुश तो होगी नै तेरी खुशियां की अरदास करता राजा आज भी उतै खड़ा स आज भी उतै तेरे मुंह मोड़े प भी राजा तेरे तै मुंह ना मोड़ पाया लेकिन मोड़ना चाहिए था पर कोन्या मोड़ पाया बेरा नै क्यूं........ ✨🥺✨♥️🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ ©Rajkumar Siwachiya आज भी उतै खड़ा सय रानी जित तू उसनय अकेला खड़ा छोड़ गई थी ✨🥷✨♥️🔭📙🖋️ - Rajkumar Siwachiya ✍️♠️ #SAD #rajkumarsiwachiya #oyedesi #haryanvi #har
Chinka Upadhyay
तहज़ीब में भी उसकी, क्या खूब अदा थी.! 'नमक' भी अदा किया, तो ज़ख्मों पे छिड़क कर। ©Chinka Upadhyay नमक भी अदा किया तो जख्मों पे छिड़क कर 😊 #matangiupadhyay #Nojoto #thought #Love
Poet Kuldeep Singh Ruhela
खड़ा हूं में तन्हा इस आंसुओं के समंदर में तेरी कस्ती भी अगर आई तो डूब जायेगी मेरी जिंदगी का मोल क्या समझेगी तू तेरी हस्ती भी मेरी तरह इन आसुओं में बह जायेगी ! ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #boatclub# खड़ा हूं में तन्हा इस आंसुओं के समंदर में तेरी कस्ती भी अगर आई तो डूब जायेगी मेरी जिंदगी का मोल क्या समझेगी तू तेरी हस्ती भी
AJAY NAYAK
बताकर धोखा देना हमारे जख्मों को देखने आयी हो या हमे जो भी हो............ जाते जाते............. नमक भी छिड़कना तो बताकर छिड़कना अंदर का घाव, ठंडियों में बहुत दुखता है –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #lakeview #batakardhokadena बताकर धोखा देना हमारे जख्मों को देखने आयी हो या हमे जो भी हो............ जाते जाते............. नमक भी छिड़कन
Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma
हमारी नियति है। कभी शून्य से आगे बढ़ ही नहीं पाए , जब भी हमने सोचा की शायद अब नियति मे कुछ बदलाव आया होगा तो तभी कुछ ऐसा होता है की फिर उसी मोड़ पर आकर खड़े हों जाते हैं। कभी कभी तो लगता है अपने हाथ पैर मारना ही छोड़ दे ताकि कुछ पल सुकून के तो मिल सके पर यह भीं इसे मंजूर नहीं होता है, फिर कोई न कोई राह दिखा कर फिर उसी मोड़ पर ले आती है। ना यह चेन से जीने देती है और ना मरने देती है। जब तकलीफ़ का दौर देखा और अपने आप को कोसने लगे तो फिर इसे शख्स को सामने लाकर खड़ा कर देगी। जो हमसे भीं ज्यादा तकलीफ़ मे होगा, उसे देख कर और उनकी तकलीफ़ को सुनकर उनके लिए प्रार्थना करने के लिए अपने आप भगवान के आगे उठ जाते हैं। और आंखो में अश्रु भर जाते हैं। बस और बस केवल उनकी ही पीड़ा मन में रहती है। जब हाथ पकड़ कर कहती हूं सब ठीक हों जायेगा। तो वो जैसे ही ठीक हों जाता था। तो हमे भूल जाता है। और मन में एक ठीस सी उठती है। हमें दुःख किस बात का हुआ वो भूले इस कारण यां उनकी पीड़ा हमारे अंदर आ गई उसके कारण.. समझ नहीं आता की नियति क्या खेल खेलती है। हमारा मन एक कोरा कागज़ है उसपर हर तरह के रंग भर देती है। चाहें हमें पसंद हों यां नहीं। बस भरे जा रहीं हैं, भरे जा रही है। जो देखेगा तो उसका अलग ही मत होगा। कोई अपनी अलग ही राय कायम करेगा। पर इन सब के बीच में पिसता पेपर हैं। अगर रंग अच्छे भरे तो सुंदर चित्र उभर कर आयेगा और उसे साथ ले जायेगा। और किसी को पसंद नहीं आया तो कचरे के डिब्बे में फेका जायेगा, तब वो स्याही भीं ख़राब तो उस पेन की चुबन और वो पेपर भीं ख़राब हों जायेगा। और बाद में हमारी नियति भीं ख़राब बता दी जायेगी क्योंकि सबसे बड़ी कलाकार हमारी नियति है और हम वो प्लेन पेपर है, और दुःख, सुख, शांति, पीड़ा, संघर्ष रूपी कलम सभी हमारी नियति है। और शून्य से बढ़े तो शून्य में ही विलीन हों गए। ©Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma #aaina हमारी नियति है। कभी शून्य से आगे बढ़ ही नहीं पाए , जब भी हमने सोचा की शायद अब नियति मे कुछ बदलाव आया होगा तो तभी कुछ ऐसा होता है की
Manya Parmar
Manya Parmar
Himanshu Prajapati
वह हर बात में अपने बातों से चमक लाती है, उसकी यही अदा मुझे बहुत भाती है, जब से देखा है उसका अंदाजे कारनामा हम होश गवा बैठे है, वह तो केक में भी नमक डालकर खाती है..! ©Himanshu Prajapati #longdrive वह हर बात में अपने बातों से चमक लाती है, उसकी यही अदा मुझे बहुत भाती है, जब से देखा है उसका अंदाजे कारनामा हम होश गवा बैठे है, व
Shivkumar
तेरे साथ जो खड़ा वो काबिल था । तेरे लिए आज भी वह नादान दोस्त खड़ा है ।। तेरे साथ जो हंसता-खेलता वो दिल था । तेरे लिए आज भी एक कोने में वो मुरझाया पड़ा है ।। और तेरे साथ जो रास्ता एक सफर सा लगता था । तेरे लिए वो आज वह सुनसान सा पड़ा है ।। अब तो मेरा हाथ को कोइ थाम ले फिर से । इसी आश में यह शायर अर्से से यु अकेला खड़ा है I। ©Shivkumar #longdrive #Drive #Nojoto #nojotohindi तेरे साथ जो खड़ा वो काबिल था । तेरे लिए आज भी वह नादान #दोस्त #खड़ा है ।। तेरे साथ जो हंसता-खेल